लोकसभा चुनाव 2019: ईसाई मिशनरियों ने खास पार्टी के लिए जुटाया विदेशी फंड, जांच के आदेश

सांकेतिक तस्वीर
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर लागू आचार संहिता के बावजूद मिशनरियों द्वारा विदेशी फंड का इस्तेमाल खास पार्टी के लिए किया गया.
- News18 Jharkhand
- Last Updated: May 14, 2019, 11:17 AM IST
झारखंड लोकसभा चुनाव में ईसाई मिशनियों द्वारा एक खास पार्टी को लाभ पहुंचाने के लिए विदेशी फंड जुटाने का आरोप है. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर लागू आचार संहिता के बावजूद मिशनरियों द्वारा विदेशी फंड का इस्तेमाल खास पार्टी के लिए किया गया. मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिस मुख्यालय ने रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को पत्र लिखा है. इस पत्र में एसएसपी को पूरे मामले की जांच कराने का निर्देश दिया गया है. साथ ही पूरे मामले की जल्द से जल्द रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है.
झारखंड पुलिस के नोडल अधिकारी आशीष बत्रा ने पुलिस मुख्यालय से लिखे अपने पत्र में कहा है कि तीन अप्रैल को भी इसी विषय पर पत्राचार किया गया था, लेकिन जांच रिपोर्ट अब तक नहीं मिल सकी है. सूचना है कि ईसाई मिशनरी संगठनों के माध्यम से फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (एफसीआरए) के तहत विदेशी फंड आता रहा है, जिसका दुरुपयोग चुनाव में किया गया है. आशंका है कि इस फंड का दुरुपयोग एक बिशेष पार्टी को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से किया गया है. मामले की जांच जरूरी है ताकि दोषियों पर कानूनोचित कार्रवाई की जा सके.
बता दें कि अपराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) की टीम राज्य के 88 गैर सरकारी संगठनों( एनजीओ) की जांच कर रही है. इन एनजीओ को एफसीआरए के तहत भारी मात्रा में विदेशी फंड मिल रहे हैं. सीआइडी सिर्फ 30 एनजीओ से संबंधित रिपोर्ट ही सरकार को सौंप सकी है. जांच रिपोर्ट में इनमें सभी एनजीओ के खिलाफ एफसीआरए के दुरुपयोग की पुष्टि हुई है.
वहीं नीति आयोग के ‘दर्पण पोर्टल’ पर किसी भी एनजीओ ने अपना ब्योरा उपलब्ध नहीं कराया है. जबकि नियमों के मुताबिक एनजीओ को ‘दर्पण पोर्टल’ अपना ब्योरा देना जरूरी है. विभागीय जांच के बाद सीआइडी ने इन 30 एनजीओ के खिलाफ सीबीआइ जांच की अनुशंसा की है.ये भी पढ़ें-धर्म परिवर्तन किया तो पंचायत ने सुनाया हुक्का-पानी बंद करने का फरमान
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झारखंड पुलिस के नोडल अधिकारी आशीष बत्रा ने पुलिस मुख्यालय से लिखे अपने पत्र में कहा है कि तीन अप्रैल को भी इसी विषय पर पत्राचार किया गया था, लेकिन जांच रिपोर्ट अब तक नहीं मिल सकी है. सूचना है कि ईसाई मिशनरी संगठनों के माध्यम से फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (एफसीआरए) के तहत विदेशी फंड आता रहा है, जिसका दुरुपयोग चुनाव में किया गया है. आशंका है कि इस फंड का दुरुपयोग एक बिशेष पार्टी को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से किया गया है. मामले की जांच जरूरी है ताकि दोषियों पर कानूनोचित कार्रवाई की जा सके.
बता दें कि अपराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) की टीम राज्य के 88 गैर सरकारी संगठनों( एनजीओ) की जांच कर रही है. इन एनजीओ को एफसीआरए के तहत भारी मात्रा में विदेशी फंड मिल रहे हैं. सीआइडी सिर्फ 30 एनजीओ से संबंधित रिपोर्ट ही सरकार को सौंप सकी है. जांच रिपोर्ट में इनमें सभी एनजीओ के खिलाफ एफसीआरए के दुरुपयोग की पुष्टि हुई है.
वहीं नीति आयोग के ‘दर्पण पोर्टल’ पर किसी भी एनजीओ ने अपना ब्योरा उपलब्ध नहीं कराया है. जबकि नियमों के मुताबिक एनजीओ को ‘दर्पण पोर्टल’ अपना ब्योरा देना जरूरी है. विभागीय जांच के बाद सीआइडी ने इन 30 एनजीओ के खिलाफ सीबीआइ जांच की अनुशंसा की है.ये भी पढ़ें-धर्म परिवर्तन किया तो पंचायत ने सुनाया हुक्का-पानी बंद करने का फरमान
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