झारखंड को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी, हो सकती है भारी बारिश

ऑरेंज अलर्ट के अनुसार झारखंड में दो जुलाई तक भारी बारिश हो सकती है. इस दौरान तेज हवाएं चल सकती हैं.
अलर्ट के अनुसार सूबे में दो जुलाई तक भारी बारिश हो सकती है. इस दौरान तेज हवाएं चल सकती हैं. दरअसल बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है. इसका प्रभाव झारखंड पर पड़ेगा.
- News18 Jharkhand
- Last Updated: June 29, 2019, 12:29 PM IST
मौसम विभाग ने झारखंड समेत देश के छह राज्यों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. अलर्ट के अनुसार सूबे में दो जुलाई तक भारी बारिश हो सकती है. इस दौरान तेज हवाएं चल सकती हैं. दरअसल बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है. इसका प्रभाव झारखंड पर पड़ेगा. कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है.
अबतक मात्र 75 मिमी ही बारिश
झारखंड में 21 जून को ही मानसून आ गया. लेकिन अबतक अच्छी बारिश नहीं हुई है. अबतक मात्र 75 मिमी ही बारिश हुई है. यह सामान्य से 58 फीसदी कम है. सभी 24 जिलों में से केवल साहेबगंज में ही अच्छी बारिश हुई है. कम बारिश के कारण राज्य में कृषि कार्य ठप पड़े हुए हैं. अच्छी बारिश होने से किसानों को मदद मिलेगी. खेती के काम में तेजी आएगी.
क्यों जारी होता है कलर अलर्टमौसम विभाग की तरफ से हर मौसम के लिए अलर्ट जारी किए जाते हैं. यह किसी सर्दी, गर्मी या बाढ़ के आधार पर जारी नहीं होते हैं, बल्कि मौसम से संबंधित होने वाली दिक्कतों के आधार पर जारी किए जाते हैं. अगर मौसम की वजह से ज्यादा दिक्कत आने वाली है, तो रेड अलर्ट, नहीं तो कोई और अलर्ट जारी किया जाता है.
ग्रीन अलर्ट- यह कोई खास अलर्ट नहीं है, बल्कि इससे यह जानकारी दी जाती है कि मौसम ठीक है. इससे कोई भयानक स्थिति पैदा नहीं हो रही.
येलो अलर्ट- खराब मौसम के मद्देनजर आने वाली दिक्कतों को लेकर सचेत करने के लिए जारी किया जाता है.
ऑरेंज अलर्ट- ऑरेंज अलर्ट के मुताबिक मौसम और खराब होने वाला है. ऐसे में लोगों को इधर-उधर जाने से सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है.
रेड अलर्ट- रेड अलर्ट का मतलब होता है खतरनाक स्थिति. जब मौसम के बेहद खराब होने की आशंका रहती है, तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है. इसमें भारी नुकसान होने का डर रहता है.
रिपोर्ट- नवीन कुमार
ये भी पढ़ें- झारखंड पहुंचा मानसून, 24 घंटे में इन जिलों में होगी झमाझम बारिश
झारखंड में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 15 IAS और 14 आईपीएस अफसरों के ट्रांसफर
अबतक मात्र 75 मिमी ही बारिश
झारखंड में 21 जून को ही मानसून आ गया. लेकिन अबतक अच्छी बारिश नहीं हुई है. अबतक मात्र 75 मिमी ही बारिश हुई है. यह सामान्य से 58 फीसदी कम है. सभी 24 जिलों में से केवल साहेबगंज में ही अच्छी बारिश हुई है. कम बारिश के कारण राज्य में कृषि कार्य ठप पड़े हुए हैं. अच्छी बारिश होने से किसानों को मदद मिलेगी. खेती के काम में तेजी आएगी.
क्यों जारी होता है कलर अलर्टमौसम विभाग की तरफ से हर मौसम के लिए अलर्ट जारी किए जाते हैं. यह किसी सर्दी, गर्मी या बाढ़ के आधार पर जारी नहीं होते हैं, बल्कि मौसम से संबंधित होने वाली दिक्कतों के आधार पर जारी किए जाते हैं. अगर मौसम की वजह से ज्यादा दिक्कत आने वाली है, तो रेड अलर्ट, नहीं तो कोई और अलर्ट जारी किया जाता है.
ग्रीन अलर्ट- यह कोई खास अलर्ट नहीं है, बल्कि इससे यह जानकारी दी जाती है कि मौसम ठीक है. इससे कोई भयानक स्थिति पैदा नहीं हो रही.
येलो अलर्ट- खराब मौसम के मद्देनजर आने वाली दिक्कतों को लेकर सचेत करने के लिए जारी किया जाता है.
ऑरेंज अलर्ट- ऑरेंज अलर्ट के मुताबिक मौसम और खराब होने वाला है. ऐसे में लोगों को इधर-उधर जाने से सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है.
रेड अलर्ट- रेड अलर्ट का मतलब होता है खतरनाक स्थिति. जब मौसम के बेहद खराब होने की आशंका रहती है, तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है. इसमें भारी नुकसान होने का डर रहता है.
रिपोर्ट- नवीन कुमार
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