मधु कोड़ा मामले पर सत्तापक्ष-विपक्ष में सियासी घमासान

फाइल फोटो
कोयला घोटाले के एक मामले में दिल्ली कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा को दोषी ठहराया है. साथ ही उनकी सजा पर फैसला शनिवार को होगा. इन सबके बीच इस मसले को लेकर रांची में सियासत तेज हो गई है.
- ETV Bihar/Jharkhand
- Last Updated: December 14, 2017, 8:21 PM IST
कोयला घोटाले के एक मामले में दिल्ली कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा को दोषी ठहराया है. साथ ही उनकी सजा पर फैसला शनिवार को होगा. इन सबके बीच इस मसले को लेकर रांची में सियासत तेज हो गई है.
रांची के हरमू रोड स्थित बीजेपी कार्यालय में प्रेसवार्ता कर प्रदेश उपाध्यक्ष समीर उराव ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा को मुखौटा बनाकर घोटाले का खेल खेला गया. उन्होंने इसके लिए कांग्रेस और झामुमो पर निशाना साधा.
जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मधु कोड़ा एपिसोड सत्ताधारियों के लिए एक सबक है. सत्ता में बैठे लोग कई बार सत्ता के मदहोश में नियम विरूद्ध काम कर डालते हैं. मधु कोड़ा उसी के उदाहरण हैं. उन्होंने मधु कोड़ा के बहाने राज्य सरकार पर हमला बोला.उधर, जिस कांग्रेस के समर्थन से मधु कोड़ा मुख्यमंत्री बने थे, वही कांग्रेस कोयला घोटाले में दोषी ठहराये जाने के बाद कोड़ा को नसीहत देती नजर आई. प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश ठाकुर ने मधुकोड़ा को दोषी ठहराये जाने पर कहा कि राजनेता इससे सबक लें और राजनीतिक एवं सामाजिक जीवन में पारदर्शिता बरतें. वहीं कोड़ा सरकार को कांग्रेस का समर्थन मिलने के सवाल को वो टाल गये.
रांची के हरमू रोड स्थित बीजेपी कार्यालय में प्रेसवार्ता कर प्रदेश उपाध्यक्ष समीर उराव ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा को मुखौटा बनाकर घोटाले का खेल खेला गया. उन्होंने इसके लिए कांग्रेस और झामुमो पर निशाना साधा.
जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मधु कोड़ा एपिसोड सत्ताधारियों के लिए एक सबक है. सत्ता में बैठे लोग कई बार सत्ता के मदहोश में नियम विरूद्ध काम कर डालते हैं. मधु कोड़ा उसी के उदाहरण हैं. उन्होंने मधु कोड़ा के बहाने राज्य सरकार पर हमला बोला.उधर, जिस कांग्रेस के समर्थन से मधु कोड़ा मुख्यमंत्री बने थे, वही कांग्रेस कोयला घोटाले में दोषी ठहराये जाने के बाद कोड़ा को नसीहत देती नजर आई. प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश ठाकुर ने मधुकोड़ा को दोषी ठहराये जाने पर कहा कि राजनेता इससे सबक लें और राजनीतिक एवं सामाजिक जीवन में पारदर्शिता बरतें. वहीं कोड़ा सरकार को कांग्रेस का समर्थन मिलने के सवाल को वो टाल गये.