रांची. रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर 7 मई को एक दिव्यांग बच्चे को सफर के लिए रोके जाने और दुर्व्यवहार मामले में DGCA ने अपनी जांच रिपोर्ट पूरी कर ली है. इस रिपोर्ट में इंडिगो के कर्मचारियों को प्रथम दृष्टया दोषी माना गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पूरे मामले को गलत तरीके से हैंडल किया गया. इसको लेकर इंडिगो को शो कॉज किया गया है. साथ ही 10 दिनों के अंदर इस पूरे मामले पर जवाब मांगा गया है.
पूरा मामला रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर 7 मई शनिवार का है, जब एयरपोर्ट पर शनिवार को रांची से हैदराबाद जाने वाले इंडिगो विमान से सफर करने के लिए पहुंचे 12 साल के दिव्यांग बच्चे को रोक दिया गया था.
मामले को लेकर नागर विमानन मंत्रालय ने बेहद गंभीर दिखाई. घटना के चौथे दिन ही 11 मई बुधवार को DGCA की तीन सदस्यीय जांच टीम ने रांची पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी थी. बताया जा रहा है कि जांच टीम ने इंडिगो के कर्मचारियों के साथ-साथ रांची एयरपोर्ट के कई अधिकारियों से भी 7 मई की घटना को लेकर क्या कुछ हुआ, इसको लेकर पूरी जानकारी ली. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस दौरान सभी कर्मचारियों को बारी बारी से बुलाकर उनके पक्ष को सुना गया और उसे रिकॉर्ड पर भी रखा गया.
पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के मुताबिक एयरपोर्ट प्रबंधन की ओर से जांच टीम को सीसीटीवी फुटेज भी मुहैया कराया गया. इस दौरान रांची एयरपोर्ट प्रबंधन की ओर से क्या कार्रवाई की गई. इसकी जानकारी भी ली गई. तमाम दस्तावेजों को खंगालने के बाद DGCA की टीम वापस दिल्ली लौट गई. बताया जा रहा है कि जांच टीम ने हैदराबाद जाकर बच्चे के अभिभावक से भी पूरी घटना की जानकारी ली है.
दरअसल इस पूरे मामले को नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बहुत ही गंभीरता से लिया था. उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि वे पूरे मामले की जांच कराएंगे और जो भी इसमें दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
जाहिर है कि DGCA की रिपोर्ट सामने आने के बाद इंडिगो के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई है. अब कंपनी को 10 दिनों के अंदर इस पूरे मामले पर जवाब देना है.
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