Ground Report: हेमंत दादा हमारे साथ सौतेला व्यवहार कर रहे...रांची सब्जी मंडी की बुरी हालत, व्यापारियों का छलका दर्द
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Ground Report: रांची के पहाड़ी मन्दिर स्थित सब्जी मंडी की हालत काफी खराब है. सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि यहां जगह-जगह कीचड़ है. इससे आवाजाही में मुश्किल होती है, पता नहीं हेमंत दादा का ध्यान यहां क्यों नहीं जा रहा है.
रांची. राजधानी रांची के पहाड़ी मंदिर स्थित सब्जी मंडी की हालत काफी खराब है. मंडी के ठीक बगल में आपको गंदगी का सैलाब देखने को मिलेगा. यहां चलने तक के लिए भी सही जगह नहीं है. जगह-जगह कीचड़ के कारण लोगों को आवाजाही में मुश्किल आ रही है. ऐसे में वहां के स्थानीय सब्जी विक्रेताओं ने Local18 के जरिए सरकार से कुछ विशेष मांगें की हैं.
सब्जी विक्रेता संदेश बताते हैं कि हमें समझ नहीं आता कि हेमंत दादा हमारे साथ सौतेला व्यवहार क्यों कर रहे हैं, रांची में और भी सब्जी मंडियां हैं और वहां पर काफी अच्छी व्यवस्था है, लेकिन नहीं पता कि यहां पर उनका ध्यान क्यों नहीं जा रहा. बरसात के मौसम में पानी आ जाता है, इससे बैठना मुश्किल हो जाता है. कई बार सब्जी भी खराब हो जाती है.
शौचालय भी नहीं…
सब्जी विक्रेता पिंटू बताते हैं कि अगर आप दूसरी सब्जी मंडी को देखें जैसे डेली मार्केट या बरियातू तो उनकी हालत काफी अच्छी है. वहां पर आपको शौचालय से लेकर हर चीज मिलेगी, लेकिन यहां पर महिलाओं को जाने के लिए शौचालय तक नहीं है. एक शौचालय है तो करीब 200 मीटर दूर है और वह भी इतना गंदा है कि जाने लायक नहीं. ऐसे में महिलाएं परेशान होती हैं.
सब्जी विक्रेता पिंटू बताते हैं कि अगर आप दूसरी सब्जी मंडी को देखें जैसे डेली मार्केट या बरियातू तो उनकी हालत काफी अच्छी है. वहां पर आपको शौचालय से लेकर हर चीज मिलेगी, लेकिन यहां पर महिलाओं को जाने के लिए शौचालय तक नहीं है. एक शौचालय है तो करीब 200 मीटर दूर है और वह भी इतना गंदा है कि जाने लायक नहीं. ऐसे में महिलाएं परेशान होती हैं.
नीरज बताते हैं कि यहां पर बगल में आपको गंदगी का सैलाब भी देखने को मिलेगा और इतनी गंदी बदबू आती है कि पूछिए मत, बैठना मुश्किल होता है. लेकिन फिर भी रोजी-रोटी का सवाल है तो काम करना पड़ता है. यहां पर कई बार लोग उगाही भी करते हैं. जब ऑटो से थोक में सब्जी आती है तो गाड़ी आने के कुछ पैसे भी लेते हैं, जो पूरी तरह से गलत है.
आसपास माहौल भी है खराब
सुधीर बताते हैं कि इसके अलावा यहां पर शाम होते ही लड़कों का ग्रुप आ जाता है और वह नशीले पदार्थ का सेवन करते हैं. जिससे यहां का माहौल भी खराब होता है. हम उन से उलझते नहीं है, क्योंकि हमें कमाना खाना भी है. कई बार वह हमारे साथ दुर्व्यवहार भी करते हैं, ऐसा नहीं है कि पुलिस को कुछ पता नहीं है. लेकिन समझ नहीं आता कि यहां पर चीजों को ठीक क्यों नहीं किया जा रहा है.
सुधीर बताते हैं कि इसके अलावा यहां पर शाम होते ही लड़कों का ग्रुप आ जाता है और वह नशीले पदार्थ का सेवन करते हैं. जिससे यहां का माहौल भी खराब होता है. हम उन से उलझते नहीं है, क्योंकि हमें कमाना खाना भी है. कई बार वह हमारे साथ दुर्व्यवहार भी करते हैं, ऐसा नहीं है कि पुलिस को कुछ पता नहीं है. लेकिन समझ नहीं आता कि यहां पर चीजों को ठीक क्यों नहीं किया जा रहा है.
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Dallu Slathia
Seasoned journalist Dallu Slathia brings over 5 years of expertise in digital media, leading coverage across 4 states for Local18- MP, Jharkhand, Himachal Pradesh and Haryana. Her experience in digital journali...और पढ़ें
Seasoned journalist Dallu Slathia brings over 5 years of expertise in digital media, leading coverage across 4 states for Local18- MP, Jharkhand, Himachal Pradesh and Haryana. Her experience in digital journali... और पढ़ें
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