झारखंड के रास्ते यूपी-बिहार ले जाए जाते हैं ड्रग्स.
रांची. हाल के कुछ वर्षों में ओड़िशा से बिहार और यूपी तक गांजे की खेप को ले जाने को लेकर झारखंड की सड़कों का इस्तेमाल बढ़ा है. 2021 में इस तरह के मामले पिछले वर्षों की तुलना में काफी बढ़ोत्तरी हुई है जो एक चिंता का विषय तो है ही, इसके साथ एक बड़ी चुनौती भी. दरअसल नशे के सौदागरों के खिलाफ एनसीबी की टीम ने वर्ष 2021 में काफी कार्रवाई की है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो रांची की टीम ने झारखंड के अलग अलग जिलों से गांजा बरामद कर चुकी है. नशे के सौदागरों के तार झारखंड, बिहार, ओडिशा, पश्चिम बं गाल सहित हरियाणा के इंटर स्टेट गैंग से जुड़े हैं. इसकी भी जानकारी मिली है.
इन आंकड़ो को पहले देखिए जो इसकी गवाही खुद दे रहे है. जनवरी 2021 से लेकर दिसंबर में अबतक NCB की बड़ी कार्रवाई की गई है. NCB के द्वारा की गई कार्रवाई में झारखंड के गुमला से 118 किलो गांजा जनवरी माह में बरामद किया गया था. लातेहार में फरवरी के माह में मिला था 114 किलो गांजा.फरवरी महीने में ही जमशेदपुर में 515 केजी गांजे बरामदगी की हो चुकी है. फरवरी में ही झारखंड के सिमडेगा से गांजे की सबसे बड़ी खेप 1050 किलो बरामद हो चुकी है. 697 किलो जमशेदपुर से जून में NCB ने जब्त किया था.
गांजा के साथ रांची के ओरमांझी में लगभग 8 किलो अफीम बरामद हुआ था. रांची के रामपुर नामकुम में 114 किलो गांजा बरामद किया गया था. 330 किलो गांजा जमशेदपुर में सितंबर में बरामद हुआ था. 655 कुडू लोहरदगा 2 नवंबर 2021 को बरामद किया गया था. हाल के दिनों में बहरागोड़ा झारखंड राज्य के पूर्वी सिंहभूम ज़िले से 425 KG गांजा जब्त कर चुकी है. नामकुम पुलिस ने 2 दिसंबर को 686 किलो गांजा बरामद किया. कांके थाना क्षेत्र में 200 किलो गांजा 4 दिसंबर को बरामद हुआ.
नशे के सौदागरों के खिलाफ एनसीबी को दे जानकारी करे मेल ncbranchi@gmail.com. मामले पर झारखंड पुलिस मुख्यालय भी गंभीर है झारखंड पुलिस प्रवक्ता सह आईजी अभियान अमोल विनुकान्त होमकर का कहना है कि इस गंभीर मसले को देखते हुए झारखंड पुलिस की स्पेशल टीम बनाई गई है जो इस तरह के अवैध कारोबार से जुड़े तस्करों पर अपनई पैनी नजरें जमाए हुए हैं और उनपर लगातार कार्रवाई की जा रही है.
वहीं बात की जाए 2021 में नशे की तस्करी और सप्लाई के मामलों में काफी इजाफा हुआ है. ये हम नहीं खुद पुलिस की रिपोर्ट बताती है. वर्ष 2018 की बात की जाए तो एनडीपीएस एक्ट के तहत 34 मामले सामने आए हुए थे वही 2019 में ये बाधक 65 हो गए जबकि 2020 में इनकी संख्या 168 जबकि 2021 में ये बढ़कर 318 हो गई.एनडीपीएस के मामलों में सबसे अव्वल 142 केसों के साथ हज़ारीबाग है तो वहीं रांची का 65 जबकि चाईबासा का आंकड़ा 50 है.
वहीं बात की जाए तो नशे के सौदागर रोज कोई न कोई नई तरकीब निकाल नशे के समान की तस्करी कर रहे हैं. ऐसे में पुलिस और एनसीबी के लिए ये एक बड़ी चुनौती है कि वो इनसे कैसे निबटेगी. क्योंकि अब नशे के सौदागर गाड़ियों में ही खुफिया तहखाना बना कर रहे नशे के समानो की तस्करी. ंकी तस्करी. की तस्त
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