समदा बंदरगाह के लिए CM रघुवर ने तय की डेडलाइन, बोले- फरवरी तक बन जाना चाहिए

सीएम रघुवर दास ने लिया निर्माणाधीन बंदरगाह का जायजा
भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों और निर्माण कंपनी के प्रतिनिधियों ने बताया कि बंदरगाह निर्माण का काम 80 फीसदी तक पूरा हो चुका है.
- News18 Jharkhand
- Last Updated: December 3, 2018, 3:48 PM IST
साहेबगंज में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने निर्माणधीन समदा बंदरगाह का जायजा लिया. इस दौरान अधिकारियों ने उन्हें समय से पहले बंदरगाह निर्माण पूरे होने का भरोसा दिलाया. सीएम ने भी कार्य की प्रगति पर संतोष जताई और कहा कि बंदरगाह तैयार हो जाने से साहेबगंज ही नहीं, पूरे राज्य के लिए व्यवसाय का नया मार्ग प्रशस्त हो जाएगी. इससे सूबे की आर्थिक स्थिति में क्रांतिकारी बदलाव आएगा.
निरीक्षण के दौरान भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों और निर्माण कंपनी के प्रतिनिधियों ने बताया कि बंदरगाह निर्माण का काम 80 फीसदी तक पूरा हो चुका है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए और अगले साल फरवरी तक निर्माण कार्य पूरा हो जाना चाहिए.
बंदरगाह निरीक्षण के बाद सीएम ने अधिकारियों के साथ नए परिसदन में बैठक की. इस दौरान उन्होंने सुस्त चल रहे विभागों को चेतावनी देते हुए काम में तेजी लाने का निर्देश दिया. सीएम ने कहा कि सरकार रोजगार के नए अवसर पैदा कर रही है. पशुपाल, मत्स्य समेत सभी विकास की योजनाओं में आम भीगादारी सुनिश्चित होनी चाहिए. भ्रष्टाचार और बिचौलिये मुक्त शासन लोगों तक पहुंचाना चाहिए.
(निशांत की रिपोर्ट)ये भी पढ़ें- घटिया सामग्री देख आगबबूला हुए ग्रामीण, सड़क निर्माण रूकवाया
स्वर्णरेखा केनाल से पानी नहीं मिलने पर किसान नाराज, आंदोलन की चेतावनी
निरीक्षण के दौरान भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों और निर्माण कंपनी के प्रतिनिधियों ने बताया कि बंदरगाह निर्माण का काम 80 फीसदी तक पूरा हो चुका है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए और अगले साल फरवरी तक निर्माण कार्य पूरा हो जाना चाहिए.
बंदरगाह निरीक्षण के बाद सीएम ने अधिकारियों के साथ नए परिसदन में बैठक की. इस दौरान उन्होंने सुस्त चल रहे विभागों को चेतावनी देते हुए काम में तेजी लाने का निर्देश दिया. सीएम ने कहा कि सरकार रोजगार के नए अवसर पैदा कर रही है. पशुपाल, मत्स्य समेत सभी विकास की योजनाओं में आम भीगादारी सुनिश्चित होनी चाहिए. भ्रष्टाचार और बिचौलिये मुक्त शासन लोगों तक पहुंचाना चाहिए.
(निशांत की रिपोर्ट)ये भी पढ़ें- घटिया सामग्री देख आगबबूला हुए ग्रामीण, सड़क निर्माण रूकवाया
स्वर्णरेखा केनाल से पानी नहीं मिलने पर किसान नाराज, आंदोलन की चेतावनी