मोदी लहर में भी अपना खूंटा गाड़ने में दोबारा कामयाब रहे झामुमो के विजय हांसदा

विजय हांसदा, राजमहल लोकसभा सीट से चुने गए झामुमो सांसद
झामुमो को विजय हांसदा के बारे में माना जाता है कि वह आदिवासी और मुस्लिम वोटरों के ध्रुवीकरण के माहिर खिलाड़ी हैं.
- News18 Jharkhand
- Last Updated: May 25, 2019, 4:36 PM IST
लोकसभा चुनाव 2019 में झामुमो के 36 वर्षीय विजय हांसदा लगातार दूसरी बार मोदी लहर में भी अपनी जीत सुनश्चित करने में कामयाब रहे. उन्होंने बीजेपी के हेमलाल मूर्मु को भारी मतों से हराया. विजय हांसदा के बारे में माना जाता है कि वह आदिवासी और मुस्लिम वोटरों के ध्रुवीकरण के माहिर खिलाड़ी हैं. इसी ध्रुवीकरण की राजनीति की बदौलत वह अप्रत्याशित जीत दर्ज करने में कामयाब हुए. एक राजमहल विधानसभा चुनाव क्षेत्र को छोड़ दिया जाए तो वह बाकी बोरियो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, पाकुड़ और महेशपुर विधानसभाओँ में भाजपा पर हावी रहे. उन्हें इन पांचों विधानसभा क्षेत्रों में बीजेपी की तुलना में ज्यादा मत मिले. विजय हांसदा को कुल 507830 जबकि बीजेपी के हेमलाल मूर्मु को 408635 वोट मिले.
राजमहल लोकसभा के पूर्व कांग्रेसी सांसद थॉमस हांसदा के बेटे विजय हांसदा ने स्कूल की पढ़ाई साहेबगंज में संत जेवियर स्कूल से की. उन्होंने इसके आगे इंटर की पढ़ाई कोलकाता में संत
जेवियर स्कूल से की. पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने राजनीति में 2009 में कदम रखा. 2014 में वह झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हुए और राजमहल लोकसभा चुनाव क्षेत्र से चुनाव लड़े. तब
मोदी लहर में भी वह हेमलाल मूर्मु को हराने में कामयाब रहे.हालांकि इस बार 2019 के लोकसभा चुनाव में राजनीति के जानकार उनकी जीत को पक्की नहीं बता रहे थे. लेकिन विजय हांसदा मान कर चल रहे थे उन्हें जनता का समर्थन प्राप्त है और वे इस बार भी हेमलाल मूर्मु को पराजित करने में कामयाब रहेंगे. हुआ भी ऐसा ही. विजय हांसदा चुनाव मैदान में डटे रहे. चुनाव प्रचार के दौरान उनकी मां और उनकी दोनों बहनें भी उनके साथ रहीं और जोरशोर से चुनाव प्रचार करती रहीं.
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राजमहल लोकसभा के पूर्व कांग्रेसी सांसद थॉमस हांसदा के बेटे विजय हांसदा ने स्कूल की पढ़ाई साहेबगंज में संत जेवियर स्कूल से की. उन्होंने इसके आगे इंटर की पढ़ाई कोलकाता में संत
जेवियर स्कूल से की. पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने राजनीति में 2009 में कदम रखा. 2014 में वह झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हुए और राजमहल लोकसभा चुनाव क्षेत्र से चुनाव लड़े. तब
मोदी लहर में भी वह हेमलाल मूर्मु को हराने में कामयाब रहे.हालांकि इस बार 2019 के लोकसभा चुनाव में राजनीति के जानकार उनकी जीत को पक्की नहीं बता रहे थे. लेकिन विजय हांसदा मान कर चल रहे थे उन्हें जनता का समर्थन प्राप्त है और वे इस बार भी हेमलाल मूर्मु को पराजित करने में कामयाब रहेंगे. हुआ भी ऐसा ही. विजय हांसदा चुनाव मैदान में डटे रहे. चुनाव प्रचार के दौरान उनकी मां और उनकी दोनों बहनें भी उनके साथ रहीं और जोरशोर से चुनाव प्रचार करती रहीं.
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