रांची. सिमडेगा मॉब लिंचिंग (Simdega Mob Lynching ) का मामला अब झारखंड हाईकोर्ट के दरवाजे पर पहुंच गया है. सिमडेगा में भीड़ के द्वारा जिंदा जला दिए गए संजीव प्रधान की पत्नी सपना प्रधान ने इंसाफ के लिए अब हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. शुक्रवार को सीबीआई जांच की मांग को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई. मृतक संजू प्रधान की पत्नी सपना प्रधान ने झारखंड हाईकोर्ट में सीबीआई जांच की मांग को लेकर याचिका दाखिल की है. मामला 4 जनवरी का है, जब सिमडेगा के बेसराजारा में बीजेपी कार्यकर्ता संजू प्रधान को जंगल में लकड़ी काटने के आरोप में भीड़ ने जिंदा जला दिया था. इस मामले में कुल 13 नामजद और 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी जिसमें 12 नामजद को गिरफ्तार किया जा चुका है. गिरफ्तार लोगों में मुख्य आरोपी बम्बलकेरा का ग्राम प्रधान सुबन बुड भी शामिल है.
बता दें, मृतक के बीजेपी कार्यकर्ता होने के कारण इस मामले में सियासत ने भी जोर पकड़ लिया है. कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने संजू प्रधान को दबंग बताते हुए आरोप लगाया कि वह अक्सर जंगल में लकड़ियां काटता था. विधायक ने इसको लेकर वन विभाग को भी दोषी ठहराया था. विधायक ने कहा कि शिकायत करने के बावजूद भी डीएफओ ने संजू प्रधान को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की, जिसको लेकर ग्रामीणों में गुस्सा था.
DFO ने विधायक पर लगाया आरोप
वहीं सिमडेगा डीएफओ अरविंद कुमार गुप्ता ने उल्टे विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी पर ही झूठी सूचना देने का आरोप लगाया. डीएफओ ने कहा कि विधायक ने जंगल में संजू प्रधान के लकड़ी काटने की सूचना दी. लेकिन वहां पहुंचने पर उन्होंने देखा कि ग्रामीणों ने संजू प्रधान को धर दबोचा था. वहां का दृश्य देखकर वो दहशत में आ गए. अगर वे वहां से नहीं निकलते तो शायद उनकी भी संजू प्रधान के साथ हत्या कर दी जाती. कांग्रेस विधायक बंधु तिर्की ने भी परिजनों से मुलाकात की और उन्होंने पूरी घटना को मॉब लिंचिंग का बताया. बंधु तिर्की ने पूरे मामले में बीजेपी पर गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरीके से जांच कराने में सक्षम है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
बीजेपी भी आई एक्शन मोड में
इस मामले में स्थानीय विधायक की सूचना और भूमिका को देखते हुए बीजेपी भी एक्शन में आ गयी. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने सिमडेगा के बेसराजारा पहुंचकर पीड़ित परिजनों से मुलाकात की. उन्होंने पूरी घटना को सुनियोजित बताते हुए राज्य में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी बेसराजारा पहुंचकर पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और बीजेपी की ओर से परिवार को एक लाख का चेक दिया. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार में सबसे ज्यादा अत्याचार आदिवासी और दलित परिवारों पर ही हो रहा है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Jharkhand Government, Jharkhand Police, Mob lynching