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बुरुगुलीकेरा नरसंहार: पत्थलगड़ी में नहीं, आपसी रंजिश में हुईं सात हत्याएं- पुलिस

घटना को लेकर बुरुगुलीकेरा गांव में तनाव बना हुआ है.

घटना को लेकर बुरुगुलीकेरा गांव में तनाव बना हुआ है.

एडीजी ऑपरेशन मुरारी लाल मीणा ने साफ किया है कि इस घटना को पत्थलगड़ी से नहीं जोड़ा जा सकता है, बल्कि यह आपसी रंजिश की घट ...अधिक पढ़ें

पश्चिमी सिंहभूम. बुरुगुलीकेरा नरसंहार (Burugulikera Massacre) पत्थलगड़ी की आड़ में नहीं, बल्कि आपसी रंजिश (Mutual Rivalry) में हुआ. अबतक की जांच में पुलिस ने इसका खुलासा किया है. एडीजी ऑपरेशन मुरारी लाल मीणा ने साफ किया है कि इस घटना को पत्थलगड़ी (Pathalgadi) से नहीं जोड़ा जा सकता है, बल्कि यह आपसी रंजिश की घटना है. उधर चाईबासा एसपी ने भी इसके पीछे पत्थलगड़ी होने से इनकार किया है.

चाईबासा एसपी इंद्रजीत महथा ने बताया कि 16 जनवरी को बुरुगुलीकेरा गांव के ही 9 लोगों ने पांच घरों में तोड़फोड़ की थी और घरवालों से मारपीट भी की थी. 19 जनवरी को इसको लेकर पीड़ित पक्ष के लोगों ने बैठक बुलाई. लेकिन बैठक के दौरान तोड़फोड़ में शामिल दो लोग मौके से भाग गए. जिसके बाद ग्रामीण उग्र हो गये और 7 लोगों की पिटाई कर उनकी हत्या कर दी. घटना को 19 जनवरी को ही अंजाम दिया गया. लेकिन पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी गई.

सभी ने कहा सजा दो, इसलिए सजा दी- मुख्य आरोपी 

घटना के मुख्य आरोपी रणसी बूढ़ ने बताया कि तोड़फोड़ की घटना को लेकर बैठक बुलाई गई थी. इसी दौरान बैठक से दो लोग भाग गये. जिसके बाद बाकी बचे सात लोगों ने भी भागने की कोशिश की. इसी से ग्रामीण गुस्से में आ गये. सातों को पहले पीटा और फिर जंगल ले जाकर सिर कलम कर दिया. रणसी के मुताबिक मृतकों के घरवाले इस दौरान मौके पर मौजूद थे. और वे भी सजा देने की बात कह रहे थे. इसलिए सजा दी गई.

जानकारी के मुताबिक गांव में पूर्व मुखियापति रणसी बूढ़ और उपमुखिया पति जेम्स बूढ़ के बीच आपसी रंजिश जारी था. रणसी बूढ़ आदिवासियों के एक पंथ को मानता है और पत्थलगड़ी का समर्थक है, जबकि जेम्स बूढ़ न तो रणसी के पंथ को मानता था और न ही पत्थलगड़ी का समर्थन करता था. 16 जनवरी को जेम्स बूढ़ ने अपने 8 समर्थकों के साथ विपक्षी गुट के पांच लोगों के घरों में तोड़फोड़ की थी. जिसके बाद रणसी बूढ़ ने ग्रामीणों के साथ मिलकर इस नरसंहार को अंजाम दिया.

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Tags: Chaibasa news, Jharkhand news

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