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झारखंड: नक्सलियों के दबाव में करते थे अफीम की खेती, अब प्रशासन की पहल पर किसान उपजाएंगे केसर

जिला प्रशासन की इस पहल से किसानों में खुशी देखी जा रही है. (सांकेतिक तस्वीर)

जिला प्रशासन की इस पहल से किसानों में खुशी देखी जा रही है. (सांकेतिक तस्वीर)

बंदगांव के किसानों (Farmers) की माने तो वे पहले नक्सलियों (Naxal) के डर से अफीम की खेती करने को मजबूर थे. जिन्हें बेचकर ...अधिक पढ़ें

चाईबासा. झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र बंदगांव में अब किसानों (Farmers) को केसर की खेती (Cultivation of Saffron) के गुर सिखाये जा रहे हैं. जिला प्रशासन की इस पहल के तहत किसानों को पहले चरण में 10 किलो केसर के बीज और 2 लाख रुपए दिए जाएंगे. उम्मीद है कि ये किसान इस महीने के अंत तक बंदगांव में केसर की खेती प्रारंभ कर देंगे. दरअसल यहां के किसान नक्सलियों (Naxals) के दबाव में अब तक अफीम की खेती (Poppy Cultivation) करते थे. अफीम की खेती से नक्सलियों को फायदा और किसानों को जेल जाना पड़ता था.

जिले का बंदगांव इलाका ऊंची पहाड़ी पर बसा है. इसलिए यह अफीम और केसर दोनों की खेती के लिए उपयुक्त है. किसानों की माने तो वे पहले नक्सलियों के डर से अफीम की खेती करने को मजबूर थे. जिन्हें बेचकर नक्सली मालामाल होते थे, जबकि किसानों को जेल जाना पड़ता था.

अब यह इलाका नक्सलियों के खौफ से मुक्त है. ऐसे में जिला पुलिस और प्रशासन ने बंदगांव के किसानों को केसर की खेती के लिए प्रेरित कर रहे हैं. इससे एक तरफ जहां अफीम की खेती बंद होने से नक्सलियों को आर्थिक चोट पहुंचेगा, वहीं स्थानीय किसानों को केसर की खेती से आर्थिक लाभ मिलेगा.

जिला प्रशासन की पहल से किसान खुश 



जिला प्रशासन की इस पहल से किसान खुशी हैं. किसानों का कहना है कि अगर उन्हें बीज और प्रशिक्षण मिलेगा तो वे केसर की ही खेती करेंगे. किसी भी कीमत पर अफीम की खेती नहीं करेंगे.

स्थानीय विधायक सुखराम उरांव भी इस दिशा में किसानों को प्रेरित कर रहे हैं. उन्होंने अपने विधायक निधि से 10 किलो केसर के बीज और 2 लाख रुपये किसानों को दिया.

डीसी अरवा राजकमल ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि यह समय बंदगांव के किसानों के लिए बदलाव का समय है, जिसका वे भरपूर लाभ उठाएं.

एसपी अजय लिंडा ने किसानों को जागरूक करते कहा कि अफीम की खेती गैरकानूनी है और इसमें कानूनी कार्रवाई होना तय है. इसलिये गैरकानूनी अफीम की खेती छोड़कर केसर की खेती करें.

Tags: Chaibasa news, Jharkhand news, Naxal, Opium

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