1984 के आम चुनावों में बीजेपी के सारे कद्दावर नेताओं को देखना पड़ा था हार का मुंह
1984 में देश में हुए आम चुनाव पूरी तरह इंदिरा गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस से सहानूभूति की लहर में हुए. यही कारण था कि कांग्रेस ने इन चुनावों में अब तक भारत की किसी भी पार्टी की सबसे बड़ी जीत हासिल की. पार्टी को देशभर में 543 लोकसभा सीटों में से 404 सीटें मिलीं. विपक्षी दल बीजेपी को इन चुनावों में महज 2 सीटें मिलीं. खास बात यह रही कि यह दोनों सीटें BJP के किसी बड़े नेता ने नहीं जीतीं थी बल्कि बीजेपी के सारे बड़े नेता इन चुनावों में हार गए थे. हालांकि आंध्र की एक सीट पर एक BJP उम्मीदवार ने नरसिम्हा राव को चुनाव हरा दिया था, जो आगे चलकर प्रधानमंत्री बने.
1984 में लोकसभा की 543 सीटों में से बीजेपी ने 229 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. इनमें से बीजेपी के 2 ही उम्मीदवार जीते थे. जबकि 107 सीटों पर बीजेपी दूसरे नंबर पर रही थी. इस चुनाव में पार्टी के कई ऐसे कैंडिडेट्स हारे, जो आगे चलकर राज्यपाल, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और प्रधानमंत्री भी बने. ये थे हारने वाले बीजेपी के वे दिग्गज कैंडिडेट्स, जिनको चाटनी पड़ी थी 1984 के आम चुनावों में धूल-
# ग्वालियर में अटल बिहारी वाजपेयी, माधवराव जीवाजीराव सिंधिया से चुनाव हार गए थे. माधवराव को कुल 3.7 लाख से ज्यादा वोट मिले थे, जबकि अटल को 1.3 लाख वोट ही मिले थे.
# बीजेपी के मुरली मनोहर जोशी अल्मोड़ा से चुनाव लड़े थे और हारे थे. उन्हें कांग्रेस के हरीश चंद्र सिंह ने हराया था.
# बीजेपी के वरिष्ठ नेता रमेश बैस रायपुर से हारे थे. उन्हें कांग्रेस के केयूर भूषण ने हराया था. बाद में वे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में राज्यमंत्री बने.
# बीजेपी के राम जेठमलानी मुंबई नॉर्थ वेस्ट सीट से कांग्रेस के सुनील दत्त से चुनाव हार गए थे.
# वहीं मुंबई की नॉर्थ-ईस्ट सीट से कांग्रेस के गुरुदास कामत ने बीजेपी के प्रमोद महाजन को हराया था.
# हाल ही में बीजेपी का साथ छोड़कर कांग्रेस के साथ जाने वाले, बीजेपी के टिकट से 6 बार राजस्थान में विधायक रहे नेता घनश्याम तिवाड़ी भी इन चुनावों में हारे थे. उन्हें सीकर में कांग्रेस के बलराम ने हराया था.
# इन चुनावों में बीजेपी के कैलाश चंद्र मेघवाल भी हारे थे. उन्हें कांग्रेस के विष्णु कुमार मोदी ने अजमेर में हराया था. आगे चलकर वे अटल सरकार में राज्य मंत्री और राजस्थान विधानसभा के स्पीकर बने.
# बीजेपी के संतोष कुमार गंगवार को कांग्रेस की आबिदा अहमद ने बरेली से हराया था. संतोष कुमार गंगवार आगे चलकर अटल सरकार में पेट्रोलियम राज्यमंत्री बने. फिलहाल वे वर्तमान सरकार में श्रम एवं रोजगार मंत्रालय में राज्य मंत्री हैं.
# बीजेपी के मदन लाल खुराना इन चुनावों में दिल्ली सदर सीट से कांग्रेस के जगदीश टायटलर से हार गए थे. बाद में मदन लाला खुराना 1993 से 1996 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे. 2004 में उन्हें दिल्ली का राज्यपाल भी बनाया गया.
# बीजेपी के विजय कुमार मल्होत्रा दिल्ली साउथ सीट से कांग्रेस के ललित माकन से हार गए थे. विजय कुमार मल्होत्रा को बीजेपी ने दिल्ली के 2008 के चुनावों में अपना मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाकर उनके नेतृत्व में चुनाव लड़े थे.
# बीजेपी के सिकंदर बख्त चांदनी चौक पर कांग्रेस के उम्मीदवार जयप्रकाश अग्रवाल से हार गए थे. बाद में वे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के वक्त केरल के राज्यपाल बनाए गए. 2004 में जब उनकी मौत हुई, वे केरल के राज्यपाल ही थे.
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