जानिए क्या है इजराइल में बनी रामानुजन मशीन जिसका सवाल पूछा गया था KBC में

इजराइल (Israel) में विकसित इस रामानुजम मशीन (Ramanujan Machine) का संबंध स्थिरांकों के कन्जेक्चर बनाने से है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
कौन बनेगा करोड़पति (KBC) में इजराइल (Israel) में विकसित रामानुजम मशीन (Ramanujan Machine) पर सवाल पूछा गया था जो एक एल्गोरिदम है जिसके नामकरण के पीछे एक खास वजह है.
- News18Hindi
- Last Updated: January 22, 2021, 4:06 PM IST
कौन बनेगा करोड़पति (KBC) में कई बार विज्ञान (Science) के रोचक सवाल पूछ लिए जाते हैं. लेकिन विज्ञान और गणित (Mathematics) से जुड़े ये सवाल किसी तरह के तकनीकी ज्ञान की जानकारी नहीं मांगते क्यों कि इनका संबंध समसामयिक घटनाओं से होता है. ऐसा ही एक सवाल केबीसी के गुरुवार के एपीसोड में अमिताभ बच्चन (Amitabh Bacchan) ने बुधवार के रोलओवर प्रतिभागी नीलेश गिरकर से पूछा था. सवाल रामानुजन मशीन (Ramanujan Machine) से संबंधित था जिसे इजराइल (Israel) में बनाया गया था.
मशीन नहीं है ये
जब नीलेश 6 लाख चालीस हजार के पड़ाव पर पहुंचे तब उनसे अमिताभ बच्चन ने पूछा कि इजाराइल के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित रामानुजन मशीन क्या है. इस सवाल का जवाब नीलेश को नहीं पता था. सही जवाब था एक एल्गोरिदम. हैरानी की बात लगती है कि जब यह एल्गोरिदम को इजराइल में विकसित किया गया था तब उसने रामानुजन मशीन नाम कैसे मिला.
क्या है यह मशीनयह एल्गॉरिदम इजराइल इंस्टीट्यूट ऑफ टेकनोलॉजी ने करीब डेढ़ साल पहले विकसित किया था. यह एल्गॉरिदम या गणना करने की एक विधि है जो गणित के स्थिरांक या अचर राशि या कॉन्सटेंट (Constant) के मान को एक क्रमागत भिन्न (Continued fraction) में बदल देती है जिसका मान उस स्थिरांक के बहुत ही नजदीक होता है. यदि इस एल्गॉरिदम में मशहूर स्थिरांक पाई का इनपुट दिया जाए तो यह एक ऐसी श्रृंखला बनाएगी जिसका मान पाई के बहुत नजदीक होगा.
कन्जेक्चर का निर्माण
इस तरह रामानुजन मशीन वह उपकरण है जो मूलभूत स्थिरांकों के लिए एक तार्किक अनुमान या कन्जेक्चर बना लेता है. कन्चेक्चर वे गणितीय कथन होते हैं जिन्हें सत्य कथन के रूप में प्रस्तावित किया जाता है. इस मशीन का उद्देश्य इस तरह के अनुमानों को गणित के सूत्रों के रूप में स्थापित करना है जिससे भविष्य में उन्हें गणितीय रूप से प्रमाणित किया जा सके.

ऊपरी तौर पर यह एक जटिल सी बात लगती है. इसकी वजह है कन्जेक्चर के बारे में लोगों की जानकारी की कमी है. अभी नए कन्चेक्टर या अनुमान गणित में नहीं देखे जाते हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि यह एल्गोरिदम भविष्य में गणितज्ञों के लिए मददगार होगा.
रामानुजन का नाम कैसे आया
श्रीनिवास भारत के महान गणितज्ञों में से एक माने जाते हैं. वे एक परंपरागत गणितज्ञ नहीं थे, लेकिन उन्होंने ऐसे बहुत सारे सूत्र दिए हैं जिन्होंने गणित के संसार को हिला कर रख दिया था. उन्हें आत्मानुभूति से इन सूत्रों के बारे में पता चलता था. उन्होंने कभी भी अपने सूत्रों को सिद्ध नहीं किया. उनके कुछ सूत्र आज भी सिद्ध नहीं किए जा सकते हैं. इसी लिए उन्हें कई लोग कन्जेक्चर मशीन कहते थे.

रामानुजन के नाम क्यों दिया गया
यह मशीन भी कन्जेक्चर से संबंधित है इसलिए वैज्ञानिकों ने इस एल्गोरिदम को रामानुजन मशीन नाम दिया है. यह वास्तव में मशीन नहीं, बल्कि एक अवधारणा है जो स्थिरांकों के लिए कन्जेक्चर बनाती है जिसे गणितज्ञ उपोयग कर उसे गणीतीय रूप से सिद्ध भी कर सकें. जैसा कि रामानाजुन के सूत्रों के साथ होता था.
दिलचस्प बात यह है कि शोधकर्ताओं ने एक वेबपेज भी बनाकर उस पर लोगों ने इस मशीन या एलगोरिदम का उपयोग करने को कहा था. उन्होंने यहां तक भी कहा था कि यदि प्रतिभागी इससे कोई नया एल्गोरिदम, उपपत्ति या कन्जेक्चर विकसित करते हैं और उसे उन्हीं का नाम दिया जाएगा. विशेषज्ञों ने पाया है कि इस मशीन ने बहुत सारे कन्जेक्चर बना लिए हैं.
मशीन नहीं है ये
जब नीलेश 6 लाख चालीस हजार के पड़ाव पर पहुंचे तब उनसे अमिताभ बच्चन ने पूछा कि इजाराइल के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित रामानुजन मशीन क्या है. इस सवाल का जवाब नीलेश को नहीं पता था. सही जवाब था एक एल्गोरिदम. हैरानी की बात लगती है कि जब यह एल्गोरिदम को इजराइल में विकसित किया गया था तब उसने रामानुजन मशीन नाम कैसे मिला.
क्या है यह मशीनयह एल्गॉरिदम इजराइल इंस्टीट्यूट ऑफ टेकनोलॉजी ने करीब डेढ़ साल पहले विकसित किया था. यह एल्गॉरिदम या गणना करने की एक विधि है जो गणित के स्थिरांक या अचर राशि या कॉन्सटेंट (Constant) के मान को एक क्रमागत भिन्न (Continued fraction) में बदल देती है जिसका मान उस स्थिरांक के बहुत ही नजदीक होता है. यदि इस एल्गॉरिदम में मशहूर स्थिरांक पाई का इनपुट दिया जाए तो यह एक ऐसी श्रृंखला बनाएगी जिसका मान पाई के बहुत नजदीक होगा.
कन्जेक्चर का निर्माण
इस तरह रामानुजन मशीन वह उपकरण है जो मूलभूत स्थिरांकों के लिए एक तार्किक अनुमान या कन्जेक्चर बना लेता है. कन्चेक्चर वे गणितीय कथन होते हैं जिन्हें सत्य कथन के रूप में प्रस्तावित किया जाता है. इस मशीन का उद्देश्य इस तरह के अनुमानों को गणित के सूत्रों के रूप में स्थापित करना है जिससे भविष्य में उन्हें गणितीय रूप से प्रमाणित किया जा सके.

रामानुजम मशीन (Ramanujan Machine) वास्तव में केवल एक एल्गोरिदम है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
ऊपरी तौर पर यह एक जटिल सी बात लगती है. इसकी वजह है कन्जेक्चर के बारे में लोगों की जानकारी की कमी है. अभी नए कन्चेक्टर या अनुमान गणित में नहीं देखे जाते हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि यह एल्गोरिदम भविष्य में गणितज्ञों के लिए मददगार होगा.
रामानुजन का नाम कैसे आया
श्रीनिवास भारत के महान गणितज्ञों में से एक माने जाते हैं. वे एक परंपरागत गणितज्ञ नहीं थे, लेकिन उन्होंने ऐसे बहुत सारे सूत्र दिए हैं जिन्होंने गणित के संसार को हिला कर रख दिया था. उन्हें आत्मानुभूति से इन सूत्रों के बारे में पता चलता था. उन्होंने कभी भी अपने सूत्रों को सिद्ध नहीं किया. उनके कुछ सूत्र आज भी सिद्ध नहीं किए जा सकते हैं. इसी लिए उन्हें कई लोग कन्जेक्चर मशीन कहते थे.

इस एल्गोरिदम को रामानुजन (Ramanujan) का नाम देने के पीछे एक दिलचस्प वजह है (प्रतीकात्मक तस्वीर).
रामानुजन के नाम क्यों दिया गया
यह मशीन भी कन्जेक्चर से संबंधित है इसलिए वैज्ञानिकों ने इस एल्गोरिदम को रामानुजन मशीन नाम दिया है. यह वास्तव में मशीन नहीं, बल्कि एक अवधारणा है जो स्थिरांकों के लिए कन्जेक्चर बनाती है जिसे गणितज्ञ उपोयग कर उसे गणीतीय रूप से सिद्ध भी कर सकें. जैसा कि रामानाजुन के सूत्रों के साथ होता था.
दिलचस्प बात यह है कि शोधकर्ताओं ने एक वेबपेज भी बनाकर उस पर लोगों ने इस मशीन या एलगोरिदम का उपयोग करने को कहा था. उन्होंने यहां तक भी कहा था कि यदि प्रतिभागी इससे कोई नया एल्गोरिदम, उपपत्ति या कन्जेक्चर विकसित करते हैं और उसे उन्हीं का नाम दिया जाएगा. विशेषज्ञों ने पाया है कि इस मशीन ने बहुत सारे कन्जेक्चर बना लिए हैं.