राष्ट्रीय जांच एजेंसी (National Investigation Agency) ने कोलकाता (Kolkata) से एक संदिग्ध महिला आतंकी (Terrorist) तानिया परवीन (Tania Parvin) को हिरासत में लिया है. एजेंसी को शक है कि तानिया लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के लिए काम किया करती थी. तानिया पाकिस्तान (Pakistan) के कई वॉट्सएप ग्रुप से जुड़ी हुई है और पाकिस्तान के एक वॉट्सएप नंबर का उपयोग भी कर रही थी. स्पेशल टास्क फोर्स ने गिरफ्तारी के बाद तानिया परवीन को आगे की जांच के लिए 12 जून को एजेंसी के हवाले कर दिया है. जानिए, कौन है तानिया परवीन और क्या है इसका पाकिस्तान कनेक्शन.
पुलिस को जानकारी मिली कि तानिया के खाते से करोड़ों रुपए का लेनदेन लगातार हो रहा है. इसके साथ ही पुलिस की निगाहें इस कॉलेज स्टूडेंट पर रहने लगीं. गतिविधियां लगातार संदिग्ध होती गईं. इधर स्पेशल टास्क फोर्स को शक हुआ कि युवती आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ी हुई है. इसी शक के आधार पर तानिया को 18 मार्च को गिरफ्तार किया गया और सेंट्रल जेल दमदम में कड़ी निगरानी में रखा गया.

कथित तौर पर युवती आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ी हुई है- सांकेतिक फोटो
इस बीच पूछताछ के दौरान कई बातें सामने आईं. जैसे कथित तौर पर तानिया
हनीट्रैप का काम करती रही. यानी वो फेसबुक पर पहले सेना के अधिकारियों का पता लगाती थी. उसके बाद उनसे दोस्ती करती थी. दोस्ती गहराने के बाद वो सेना के अधिकारियों से कई तरह की महत्वपूर्ण जानकारी भी हासिल कर लेती थी और ये जानकारियां लश्कर को दिया करती थी. इसके अलावा युवती का अपने इलाके के युवाओं में काफी रुतबा था. वो बातचीत के जरिए युवाओं को आतंकवादी बनने के लिए उकसाया करती.
बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में उसके घर छापामारी के दौरान युवती के पास सेना से जुड़ी कई गुप्त जानकारियां और दस्तावेज भी बरामद हुए हैं. पूछताछ के दौरान ये भी सामने आ रहा है कि उसने बंगाल के अलावा कई दूसरे राज्यों में भी स्लीपर सेल तैयार करवाया है, जिसका जल्दी ही खुलासा हो सकता है.
लगभग 23 साल की तानिया परवीन पश्चिम बंगाल में बांग्लादेश सीमा से लगे मलयापुर गांव की रहने वाली है, जो बदुरिया पुलिस थाने के तहत आता है. आरोपी छात्रा बेहद साधारण आर्थिक हालात वाले परिवार से है. पिता राजमिस्त्री का काम करके किसी तरह घर चलाया करते. इसी दौरान तानिया पढ़ाई-लिखाई में रुचि लेती दिखी. बताया जाता है कि मदरसे की पढ़ाई के दौरान छात्रा के हमेशा 80% से ज्यादा अंक आते रहे. इस तरह से गांव में उसका पढ़ने-लिखने वाली लड़की का चेहरा बन गया. किसी तरह से युवती का एडमिशन इलाके के प्रतिष्ठित मौलाना आजाद कॉलेज में अरबी विभाग में हो गया. वो यहां एमए प्रथम वर्ष की छात्री रही. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार वो अपने इलाके में पकड़ बनाने के लिए खाली वक्त में बच्चों को पढ़ाया भी करती थी.

तानिया के मोबाइल पर हजारों रुपए का रिचार्ज हुआ करता था, जिसमें इंटरनेशनल कॉल होते थे (Photo-pixabay)- सांकेतिक फोटो
कमजोर आर्थिक हालातों वाले परिवेश से होने के बाद भी बैंक से करोड़ों रुपयों के लेनदेन की खबर मिलने के बाद पुलिस ने तहकीकात की तो पाया कि तानिया के मोबाइल पर हजारों रुपए का रिचार्ज भी हुआ करता था. पिछले कुछ महीनों के दौरान ये और बढ़ गया था. इसमें ज्यादातर इंटरनेशनल कॉल होते थे. माना जा रहा है कि कमाई का कोई खास जरिया न होने के कारण ये पैसे लश्कर की ओर से भेजे जाते रहे. साथ ही तानिया कई बार दिल्ली, मुंबई और कश्मीर आती-जाती रही.
धीरे-धीरे शक गहराने पर आखिरकार पुलिस ने छापामारी की. माना जा रहा है कि आरोपी युवती के सीधे लश्कर के आकाओं से बातचीत होती है. हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के अनुसार स्पेशल टास्क फोर्स के इंस्पेक्टर जनरल अजय कुमार नंद का मानना है कि पाकिस्तान में आतंकियों से तानिया की सीधी बात होती रही.

एडवायजरी जारी करके सेना ने अपने जवानों को सोशल मीडिया पर संभलकर रहने को कहा था (Photo-pixabay)- सांकेतिक फोटो
बता दें कि पिछले ही साल इंडियन आर्मी ने एक एडवाइडरी जारी की. इसमें सेना ने अपने जवानों को सोशल मीडिया पर संभलकर रहने को कहा. WhatsApp के मामले में खास ताकीद देते हुए कहा गया कि वे किसी भी ऐसे ग्रुप से न जुड़ें, जिसके हरेक सदस्य को वो पर्सनली न जानते हों. उनका कहना है कि ज्यादा आकर्षक नजर आने वाली चीजें 'हनीट्रैप' हो सकती हैं. आमतौर पर युवतियां (या सोशल मीडिया के कॉन्टैक्स्ट में युवती की फेक प्रोफाइल) हनीट्रैप हो सकती हैं. यानी कोई बेहद खूबसूरत या आकर्षक युवती अपने अंदाज से दूसरे देश की सेना के अधिकारियों से जान-पहचान बढ़ाकर उनसे अपने देश (या जिनके लिए वो काम कर रही है) के लिए जरूरी जानकारी जुटाती है.
पाकिस्तान लगातार फेक आईडी के जरिये भारतीय सुरक्षा तंत्र में घुसने की कोशिश कर रहा है. वहां की खुफिया एजेंसी अक्सर भारतीय सेना को हनीट्रैप करने की कोशिश करती है. आमतौर पर जानकारियों का इस्तेमाल आतंकी हमले के लिए किया जाता है. वर्चुअल वर्ल्ड में हनीट्रैप के लिए सोशल मीडिया का भी सहारा लिया जा रहा है. माना जा रहा है कि तानिया पाकिस्तान के आतंकी संगठन के लिए इसी हनीट्रैप का काम करती थी और भारतीय सैनिकों को अपने जाल में फंसाकर उनसे सेना की खुफिया जानकारियां निकालने की कोशिश करती थी.
ये भी पढ़ें:
रहस्यों में घिरी वो ऑनलाइन बिरादरी, जिसका मकसद है औरतों के साथ हिंसा
कौन है नेपाल की वो नेता, जिसके घर भारत का पक्ष लेने के चलते हुआ हमला
क्या हैं कोरोना से मरने वालों के दाह संस्कार के नियम? कितना हो रहा है पालन?
कौन थे सफेद मास्क पहने वे लोग, जो रात में घूमकर अश्वेतों का रेप और कत्ल करते?
किस खुफिया जगह पर खुलती है वाइट हाउस की सीक्रेट सुरंग
क्या है डार्क नेट, जहां लाखों भारतीयों के ID चुराकर बेचे जा रहे हैं
क्या ऑटिज्म का शिकार हैं ट्रंप के सबसे छोटे बेटे बैरन ट्रंप?
अश्वेत लोगों के साथ रहने पर आदतें बिगड़ने का डर था गांधी जी कोundefined
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: England vs Pakistan, India pakistan, Pakistan army, Pakistan Jail
FIRST PUBLISHED : June 13, 2020, 15:23 IST