कोरोना वायरस (Coronavirus) को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन (Lockdown) लागू है. इसके तहत लोगों को सिर्फ इमरजेंसी सर्विसेस और बहुत जरूरी चीजें लेने के लिए घर से बाहर निकलने की अनुमति है. सरकार ने एक जगह पर ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लगा दी है. इसी बीच दिल्ली (Delhi) के निजामुद्दीन इलाके में सैकड़ों की तादाद में तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के लोग एक ही जगह इकट्ठा पाए गए. सभी को वहां से निकाला गया. इनमें से 25 लोगों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है. इसके बाद सबसे पहले तेलंगाना से सूचना मिली कि तबलीगी जमात में शामिल हुए राज्य के 6 लोगों की संक्रमण के कारण मौत हो गई. फिर देश के अलग-अलग राज्यों से कार्यक्रम में शामिल लोगों में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की जानकारी सामने आने लगीं. अब तक देश के 20 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से ऐसी सूचनाएं मिल चुकी हैं. सीधे शब्दों में कहें तो तबलीगी जमात के इस कार्यक्रम के कारण 20 राज्य खतरे में पड़ गए हैं, जबकि बाकी राज्यों में कार्यक्रम में शामिल होने वालों की तलाश की जा रही है.
तबलीगी जमात के कार्यक्रम में आए थे 4,000 लोग
दिल्ली (Delhi) में हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम में देश-विदेश से करीब 4,000 लोग आए थे. अब सभी राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों को संदिग्ध मानकर तलाशने में जुटा है, ताकि उनका कोरोना टेस्ट किया जा सके. इस बीच तमिलनाडु सरकार ने बताया है कि राज्य में अब तक पाए गए 57 कोरोना पॉजिटिव लोगों में से 50 तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक कार्यक्रम में शामिल होने आए जम्मू-कश्मीर के 850 लोगों में 25, दिल्ली के 400 लोगों में 24, उत्तर प्रदेश के 157 में से 9, तेलंगाना के करीब 400 लोगों में 49, आंध्र प्रदेश के 711 में से 29, तमिलनाडु के 1,031 में से 124 और अंडमान निकोबार द्वीप समूह के 11 में से 9 लोगों को संक्रमित पाया गया है. वहीं, कार्यक्रम में इंडोनीशिया के 72, श्रीलंका के 34, म्यांमार के 33, किर्गिस्तान के 28, मलेशिया के 20, नेपाल और बांग्लादेश के 9-9, थाइलैंड के 7 और फिजी के 4 लोग शामिल हुए थे.
अलग-अलग राज्यों में मिल रहे हैं विदेशी नागरिक
तबलीगी जमात के इस कार्यक्रम ने देश भर के राज्यों के स्वास्थ्य कर्मियों और प्रशासन की नींद उड़ा दी है. अधिकारी कार्यक्रम में शामिल होने वालों के साथ ही उनके संपर्क में आए लोगों को खोजने के काम जुट गए हैं. दिल्ली में पिछले तीन दिन में निजामुद्दीन इलाके से 2361 लोगों को निकाल लिया गया है. इनमें 25 लोगों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है. अब निजामुद्दीन इलाके में लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है. पूरे इलाके की ड्रोन से स्क्रीनिंग की जा रही है. तेलंगाना (Telanaga) सरकार ने बताया कि 13 मार्च को करीमनगर के कुछ लोग इंडोनेशिया के 10 लोगों के साथ दिल्ली से ट्रेन के जरिये पेड्डापल्ली लौटे थे. इन लोगों ने स्लीपर कोच में सफर किया था. इसके बाद ये लोग ऑटो रिक्शाा से कई मस्जिदों में पहुंचे. अगले दिन ये सभी करीमनगर लौटकर चार मस्जिदों में पहुंचे और छात्रों से मुलाकात की. इनमें एक इंडोनेशियाई नागरिक को 17 मार्च को संक्रमित पाया गया. अगले बाकी 9 इंडोनेशियाई नागरिकों में भी संक्रमण मिला.

तबलीगी जमात के दिल्ली में हुए कार्यक्रम ने देश भर के राज्यों के स्वास्थ्य कर्मियों और प्रशासन की नींद उड़ा दी है.
तमिलनाडु में छुपे बैठे हैं मरकज में शामिल लोग
आंध्र प्रदेश (AP) सरकार ने दिल्ली से लौटे 711 लोगों में 122 को निजी अस्पतालों और आइसोलेशन सेंटर्स में क्वारंटीन किया है. वहीं, 207 को सरकारी अस्पतालों और 297 को उनके घरों में ही क्वारंटीन किया गया है. इसके अलावा 87 लोगों को अब तक ढूंढा नहीं जा सका है. आंध्र प्रदेश सरकार में मंत्री पेरनी वेंकटरमैया ने कहा कि हम निजामुद्दीन में हुए कार्यक्रम में शामिल होने वाले बाकी लोगों की जाानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे हैं. तमिलनाडु (Tamil Nadu) के अधिकारियों ने बताया कि कार्यक्रम में राज्य के 1,031 लोगों ने शिरकत की थी. अब तक राज्य में सिर्फ 300 लोगों का ही पता लगाया जा सका है. अधिकारी ने कहा कि सभी 1,031 लोग राज्य में वापस लौट चुके हैं, लेकिन वे फोन स्विचऑफ कर छुपे बैठे हैं. हमें उन सभी को ढूंढकर क्वारंटीन करना होगा. इसके अलावा उनके संपर्क में आए लोगों की भी जांच करनी होगी. उन्होंने भरोसा जताया कि हम दो से तीन दिन में सभी लोगों को खोज लेंगे.
केरल सरकार नहीं ढूंढ पाई है सभी 59 लोग
कर्नाटक (Karnataka) के तुमकुर में 27 मार्च को संक्रमण के कारण मारे गए 60 साल के एक बुजुर्ग भी मरकज में शामिल हुए थे. इसके बाद कर्नाटक सरकार ने 50 विदेशियों समेत कुल 78 लोगों को क्वारंटीन किया है. एक अधिकारी ने कहा, 'हमें अभी ये नहीं पता कि ये सभी मरकज में शामिल हुए थे या नहीं, लेकिन ये लोग तबलीगी जमात से संबंधित हैं.' कर्नाटक पुलिस ने दावा किया है कि राज्य के करीब 300 लोग 8 से 11 मार्च को दिल्ली में हुए कार्यक्रम में शामिल हुए थे. अब पुलिस सभी काम छोड़कर उन लोगों को खोजने में जुटी है. वहीं, केरल (Kerala) के अधिकारियों ने बताया कि राज्य के 59 लोग मरकज में शामिल हुए थे. इन सभी लोगों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है. उत्तर प्रदेश (UP) के 19 जिलों से 157 लोग तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे. पुलिस ने मंगलवार तक सभी लोगों के घर पहुंचकर उनकी जानकारी ली. यूपी पुलिस के मुताबिक, सिर्फ 9 लोग घर लौटे हैं और उनमें संक्रमण पाया गया है.

कई राज्यों के पास दिल्ली में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल लोगों की कोई जानकारी नहीं है.
दिल्ली में ही हैं असम और उत्तराखंड के लोग
यूपी पुलिस ने बिजनौर में 8 इंडोनेशियाई नागरिकों को छुपाने के आरोप में एक मस्जिद के पांच सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. ये इंडोनेशियाई नागरिक दिल्ली से ओडिशा भी गए थे. अब ओडिशा में भी उनके संपर्क में आए लोगों को खोजा जा रहा है. असम और उत्तराखंड के अधिकारियों ने बताया कि उनके पास दिल्ली गए सभी लोगों का रिकॉर्ड है. फिलहाल वे सभी दिल्ली में ही हैं. असम (Assam) के 456 लोग मरकज में शामिल हुए थे. असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने कहा कि उनमें लौटने वाले हर व्यक्ति को क्वारंटीन किया जाएगा. वहीं, उत्तराखंड (Uttarakhand) के 26 लोगों ने दिल्ली में हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शिरकत की थी. पश्चिम बंगाल के 73 लोग कार्यक्रम में शामिल हुए थे. राज्य के गृह व स्वास्थ्य अधिकारी उनकी तलाश कर रहे हैं. झारखंड के अधिकारी अभी यही पता करने में जुटे हैं कि राज्य के कितने लोग कार्यक्रम में शामिल हुए थे.
बिहार और महाराष्ट्र के पास कोई रिकॉर्ड नहीं
बिहार (Bihar) के गृह विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव अमीर सुभानी ने बताया कि उनके पास इसका कोई रिकॉर्ड ही नहीं है. महाराष्ट्र (Maharashtra) के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने बताया कि उनके पास भी इस कार्यक्रम में शामिल लोगों की पुख्ता जानकारी नहीं है. इस बीच जमात के एक सदस्य ने बताया कि दिल्ली में 7 से 9 मार्च को हुए आलमी मशवरा में राज्य के 40 लोगों ने शिरकत की थी. जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) प्रशासन ने मिशन मोड पर मरकज में शामिल हुए राज्य के लोगों की तलाश की. अधिकारियों ने राज्य के 800 लोगों की सूची तैयार की है. इसमें मरकज में शामिल हुए लोगों के संपर्क में आए लोग भी शामिल हैं. जम्मू-कश्मीर प्रशासन अब तक 350 लोगों से सीधे संपर्क कर चुका है. उन सभी को क्वारंटीन कर दिया गया है, जबकि बाकी सभी की तलाश जारी है.
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FIRST PUBLISHED : April 01, 2020, 12:32 IST