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भूकंप के तेज झटके महसूस हों तो क्‍या करें, कैसे करें जानमाल की सुरक्षा?

भूकंप के पहले, झटकों के दौरान और शॉक्‍स के रुकने पर क्‍या उपाय करने चाहिए.

भूकंप के पहले, झटकों के दौरान और शॉक्‍स के रुकने पर क्‍या उपाय करने चाहिए.

Earthquake in Delhi NCR Noida - दिल्‍ली-एनसीआर समेत उत्‍तर भारत में आज इतनी तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए कि लोग दहशत ...अधिक पढ़ें

Earthquake in Delhi NCR: अफगानिस्‍तान में मंगलवार की रात 10 बजकर 20 मिनट पर रिक्‍टर स्‍केल पर आए 6.6 तीव्रता के भूकंप के झटके दिल्‍ली-एनसीआर समेत पूरे उत्‍तर भारत में महसूस किए गए. भूकंप के झटके इतने तेज महसूस किए गए कि दिल्‍ली-एनसीआर में लोग डरकर घरों से बाहर आकर सड़कों और खुले मैदानों में इकट्ठे हो गए. अक्‍सर लोग भूकंप के दौरान यही कदम उठाते हैं. इसके अलावा भी कई ऐसे उपाय हैं, जिनकी मदद से आप भूकंप के दौरान अपने और अपनों के जानमाल की सुरक्षा कर सकते हैं. भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत आने वाले राष्‍ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने लोगों को भूकंप से बचाव के कुछ उपाय जारी किए हैं.

एनसीएस के मुताबिक, अगर लोग भूकंप से पहले, भूकंप के दौरान और उसके बाद इन जरूरी सावधानियों पर अमल करें तो जानमाल का नुकसान काफी हद तक कम किया जा सकता है. अगर आप ऐसे क्षेत्र में रहते हैं, जहां बार-बार भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं तो कोशिश करें कि भूकंप प्रतिरोधी बिल्डिंग में रहें. इसके लिए बिल्‍डर्स और बायर्स को सेफ बिल्डिंग कोड का पालन करना चाहिए. साथ ही इसे बढ़ावा देना चाहिए. खराब और कमजोर घरों की समय-समय पर मरम्मत कराते रहें. भूकंप से निपटने की योजना भी पहले ही बनाकर रखें. घर में कुछ चीजों को आपात स्थिति के लिए हमेशा तैयार रखें.

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ये खास जानकारियां घर के हर सदस्‍य को दें
राष्‍ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र की ओर से जारी किए गए उपायों के मुताबिक, भूकंप क्षेत्र में आने वाले लोगों को अपने आसपास के अस्पतालों और दमकल केंद्रों की पूरी जानकारी रखनी चाहिए. ऊंची इमारतों में रहने वाले लोगों को अपने इलाके की सोसायटी में बचाव मॉक ड्रिल का आयोजन करना चाहिए. यही नहीं, अपने पूरे घर की बिजली और पानी को बंद करने की मुख्‍य जगह की पूरी जानकारी रखनी चाहिए. रसोईघ्‍ज्ञर में भारी सामान, गिलास, कटलरी नीचे की अलमारियों में रखनी चाहिए. आजकल गमलों को रेलिंग पर रखने का काफी चलन है. अगर आप भूकंप क्षेत्र में रहते हैं तो ऐसा ना करें. गमलों को ऐसी जगह पर रखें कि भूकंप आने पर वे नीचे जा रहे लोगों के सिर पर ना गिर पड़ें. ध्‍यान रखें कि घर के हर सदस्‍य को इनके बारे में जानकारी होनी चाहिए.

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अगर ऊंची इमारत में रहते हैं तो भूकंप के दौरान लिफ्ट का इस्‍तेमाल ना करें.

भूकंप के दौरान घबराने के बजाय शांत रहें
भूकंप के झटकों के आने पर घबराने के बजाय शांत रहें. घर के सदस्‍यों के साथ ही आसपास के लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाएं ताकि उनको स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी समस्‍या ना शुरू हो. अगर ऊंची इमारत में रहते हैं तो भूकंप के दौरान लिफ्ट का इस्‍तेमाल ना करें. स्‍टेयरकेस का इस्‍तेमाल करें और इमारतों से दूर खुले मैदान में चले जाएं. अगर भूकंप के दौरान घर से निकल पाना संभव नहीं है तो टेबल के नीचे बैठ जाएं. दोनों हाथों को सिर के ऊपर रख लें. बहुत तेज झटके आने पर मोटे बिस्‍तर को सिर के ऊपर ढाल की तरह इस्‍तेमाल करें. भूकंप के दौरान ऊंची बिल्डिंग्‍स में सबसे सुरक्षित जगह सीढ़ियों के नीचे होती है.

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कांच के दरवाजे-खिड़कियों से दूर रहें
घर में अगर शीशे के दरवाजे और खिड़कियां हैं तो उनसे दूर रहें. इमारत से बाहर आने पर ऐसी जगह खड़े हों जहां बिजली के तार आपके ऊपर या आसपास ना हों. भूकंप के समय अगर आप बाइक पर हैं तो तुरंत साइड में रोककर खड़े हो जाएं. यही उपाय कार ड्राइविंग के दौरान भी कारगर रहेगा. अगर आप कार में हैं तो उससे बाहर ना निकलें. अगर आपके घर में पालतू कुत्‍ते या बिल्‍ली हैं तो उन्‍हें खोल दें ताकि वो खुद सुरक्षित जगह पर पहुंच सकें. गैस का चूल्‍हा मेन वॉल्‍व से बंद करें. अगर घर में दिया या मोमबत्‍ती जल रही है तो उसे बुझा दें. इससे आगजनी की घटना हो सकती है.

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भूकंप के बाद भी बरतें सावधानियां
भूकंप के बाद घर लौटने पर दरवाजों को सावधानी से खोलें. अंदर अगर कोई सामान भूकंप के कारण गिरा होगा तो झटके से दरवाजा खोलने पर आपको चोट पहुंचा सकता है. घर में पहुंचकर खाने-पीने का सामान और फर्स्‍टएड बॉक्‍स अपने नजदीक ही रखें. दूरसंचार माध्‍यमों या सोशल मीडिया के जरिये किसी भी तरह की अफवाह ना फैलाएं. अगर किसी को चोट लगी है कोई जख्‍मी हो गया है तो उसकी मदद करें. भूकंप के बाद अक्‍सर हल्‍के हल्‍के कई झटके महसूस किए जाते हैं तो उनकी तैयारी पूरी कर लें.

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भूकंप के बाद अक्‍सर हल्‍के हल्‍के कई झटके महसूस किए जाते हैं तो उनकी तैयारी पूरी कर लें.

बड़े भूकंप के संकेत हो सकते हैं हल्‍के झटके
विशेषज्ञों का कहना है कि जिस तरह से दिल्‍ली-एनसीआर और उत्‍तर भारत में बार-बार भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं, ये किसी बड़े भूकंप के आसार भी हो सकते हैं. उनका कहना है कि हल्‍के भूकंप भविष्‍य के तगड़े झटकों के संकेत होते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि भूकंप के इलाको लेकर पहले से कोई भविष्‍यवाणी नहीं की जा सकती है. लिहाजा, जिन इलाकों में हल्‍के भूकंपों की संख्‍या पिछले कुछ समय ज्‍यादा है, उन्‍हें बड़े भूकंप के लिए तैयारी करके रखनी चाहिए.

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ड्रॉप, कवर और होल्‍ड का फार्मूला है कारगर
केंद्रीय गृह मंत्रालय का राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन विभाग कहता है कि भूकंप के दौरान ड्रॉप, कवर और होल्ड जीवन को बचाने में कारगर हो सकता है. इसमें ड्रॉप का मतलब खुद को बचाने के लिए किसी टेबल या अन्य चीज के नीचे छिपने से है. कवर में अपने आप को मलबे से बचाने के लिए अपने सिर और गर्दन पर हाथ रखें. झटके रुकने तक मेज या ऐसी ही किसी दूसरी चीज के नीचे रहें. होल्‍ड का मतलब जब तक झटके रुक न जाएं कवर के नीचे रहें.

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