विदेशों से लौट रहे अपने लोगों के लिए केरल ने कैसे किया एडवांस में बेहतर इंतजाम

केरल ने विदेशों से वापस लाए जा रहे नागरिकों के लिए पर्याप्त व्यवस्था की है.
केरल सरकार (Kerala Government) द्वारा कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की रोकथाम के लिए उठाए कदमों की तारीफ होती रही है. अब विदेशों से वापस लौट रहे राज्य के लोगों के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: May 8, 2020, 3:35 PM IST
केरल ने विदेशों से लौट रहे अपने नागरिकों के लिए तैयारी शुरू कर दी है. दरअसल केंद्र सरकार ने वंदे भारत के नाम से अभी तक का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है, जिसके तहत विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाया जाएगा. भारत लाकर उन नागरिकों को उनके राज्यों में भेज दिया जाएगा. इसी क्रम में केरल ने तैयारी शुरू कर दी है. केरल ने पहले भी कोरोना को नियंत्रित करने में देश में सबसे तेज सफलता हासिल की है. अब माना जा रहा कि विदेशों से आने वाले अपने राज्य के नागरिकों के लिए भी सबसे बेहतरीन इंतजाम केरल ने किए हैं.
कितने लोग केरल वापस आएंगे
विदेशों में रहने वाले राज्य के चार लाख से ज्यादा लोगों ने वापस लौटने का रजिस्ट्रेशन राज्य की वेबसाइट NORKA-ROOTS पर करवा रखा है. लोगों ने अपने घर लौटने के अलग-अलग कारण दिए हैं. इनमें से ज्यादातर लोग गल्फ देशों में रहते हैं. हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि सभी लोगों को वापस लौटने की अनुमति मिलेगी या नहीं. इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने कुछ शर्तें तय की हैं. प्रेग्नेंट महिलाओं, उम्रदराज लोगों, बीमार लोगों, स्टूडेंट्स, टूरिस्ट वीजा पर गए लोगों को प्राथमिकता दी जा सकती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब 1.69 लाख लोगों को प्राथमिकता के दायरे में आ रहे हैं.
इस रेस्क्यू ऑपरेशन पहले फेज के तहत 7 मई से लेकर 13 मई के बीच करीबन 15 फ्लाइट्स केरल आएंगी. हर फ्लाइट में करीब 200 लोग होंगे. दुबई, अबुधाबी, रियाध, दोहा, बहरीन, कुवैत, मस्कट, कुआलालम्पुर और दम्मा से फ्लाइट्स से सीधे केरल पहुंचेंगी. इनमें दो फ्लाइट्स आज रात ही केरल पहुंच जाएंगी. एक अबुधाबी से कोच्चि और दूसरी दुबई से कोझिकोड. एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस इस फ्लाइट ऑपरेशन का हिस्सा हैं.
पहले होगी मेडिकल स्क्रीनिंग
भारत में वापस लौटने के बाद के बाद इन सभी लोगों की पहले जांच की की जाएगी. हालांकि केरल सरकार ने यह भी आग्रह किया है कि इन लोगों के प्लेन पर सवार होने के पहले ही जांच कर ली जाए. क्योंकि अगर एक व्यक्ति भी संक्रमित हुआ तो वो दूसरों को संक्रमित कर सकता है. बीते कई सप्ताह से केरल का स्वास्थ्य विभाग इसकी तैयारियों में जुटा हुआ है. स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा है कि उनका विभाग बाहर से आने वाले नागरिकों के लिए बिल्कुल तैयार है. तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, कोझिकोड और कन्नूर के एयरपोर्ट सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
बाहर से आने वाले सभी लोगों की जानकारी केरल सरकार से स्वास्थ्य ऐप में रखी जाएगी. जिससे किसी भी तरह की विषम परिस्थितियों में इन्हें ट्रेस किया जा सके. इसके अलावा केंद्र सरकार ने भी अपील की है कि बाहर से आने वाले सभी लोग आरोग्य सेतु ऐप जरूर डाउनलोड करें जिससे उनके स्वास्थ्य जानकारी हासिल होती रहे.

फ्लाइट्स के भीतर यात्रियों को बिठाने की व्यवस्था कर ली गई है. इन्हें इस तरह बिठाया जाएगा कि कम से कम एक से दूसरे यात्री के बीच एक मीटर का फासला बना रहे. साथ ही हर यात्री को मास्क पहनना अनिवार्य होगा. सिर्फ गर्भवती महिलाओं के अलावा बाहर से आने वाले हर यात्री को क्वारंटाइन किया जाएगा. कोशिश की जाएगी ज्यादातर लोग होम क्वारंटाइन ही रहें. अगर कोई इससे मना करता है तो सरकार उसे स्टेट क्वारंटाइन सेंटर में रखेगी. क्वारंटाइन सेंटर के लिए 14 जिलों के हॉस्टल, रिसॉर्ट, आयुर्वेद सेंटर, ऑडिटोरियम की व्यवस्था की गई है. हर जगह डॉक्टर और कम्युनिटी किचेन की व्यवस्था पहले से मौजूद होगी. साथ ही एक एंबुलेंस की व्यवस्था हर क्वारंटाइन सेंटर के साथ रखी गई है.
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कितने लोग केरल वापस आएंगे
विदेशों में रहने वाले राज्य के चार लाख से ज्यादा लोगों ने वापस लौटने का रजिस्ट्रेशन राज्य की वेबसाइट NORKA-ROOTS पर करवा रखा है. लोगों ने अपने घर लौटने के अलग-अलग कारण दिए हैं. इनमें से ज्यादातर लोग गल्फ देशों में रहते हैं. हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि सभी लोगों को वापस लौटने की अनुमति मिलेगी या नहीं. इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने कुछ शर्तें तय की हैं. प्रेग्नेंट महिलाओं, उम्रदराज लोगों, बीमार लोगों, स्टूडेंट्स, टूरिस्ट वीजा पर गए लोगों को प्राथमिकता दी जा सकती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब 1.69 लाख लोगों को प्राथमिकता के दायरे में आ रहे हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर
पहले होगी मेडिकल स्क्रीनिंग
भारत में वापस लौटने के बाद के बाद इन सभी लोगों की पहले जांच की की जाएगी. हालांकि केरल सरकार ने यह भी आग्रह किया है कि इन लोगों के प्लेन पर सवार होने के पहले ही जांच कर ली जाए. क्योंकि अगर एक व्यक्ति भी संक्रमित हुआ तो वो दूसरों को संक्रमित कर सकता है. बीते कई सप्ताह से केरल का स्वास्थ्य विभाग इसकी तैयारियों में जुटा हुआ है. स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा है कि उनका विभाग बाहर से आने वाले नागरिकों के लिए बिल्कुल तैयार है. तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, कोझिकोड और कन्नूर के एयरपोर्ट सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
बाहर से आने वाले सभी लोगों की जानकारी केरल सरकार से स्वास्थ्य ऐप में रखी जाएगी. जिससे किसी भी तरह की विषम परिस्थितियों में इन्हें ट्रेस किया जा सके. इसके अलावा केंद्र सरकार ने भी अपील की है कि बाहर से आने वाले सभी लोग आरोग्य सेतु ऐप जरूर डाउनलोड करें जिससे उनके स्वास्थ्य जानकारी हासिल होती रहे.

केरल में वापस आने वालों की संख्या तकरीन 1.69 लाख है.
फ्लाइट्स के भीतर यात्रियों को बिठाने की व्यवस्था कर ली गई है. इन्हें इस तरह बिठाया जाएगा कि कम से कम एक से दूसरे यात्री के बीच एक मीटर का फासला बना रहे. साथ ही हर यात्री को मास्क पहनना अनिवार्य होगा. सिर्फ गर्भवती महिलाओं के अलावा बाहर से आने वाले हर यात्री को क्वारंटाइन किया जाएगा. कोशिश की जाएगी ज्यादातर लोग होम क्वारंटाइन ही रहें. अगर कोई इससे मना करता है तो सरकार उसे स्टेट क्वारंटाइन सेंटर में रखेगी. क्वारंटाइन सेंटर के लिए 14 जिलों के हॉस्टल, रिसॉर्ट, आयुर्वेद सेंटर, ऑडिटोरियम की व्यवस्था की गई है. हर जगह डॉक्टर और कम्युनिटी किचेन की व्यवस्था पहले से मौजूद होगी. साथ ही एक एंबुलेंस की व्यवस्था हर क्वारंटाइन सेंटर के साथ रखी गई है.
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