Photo summary हाल ही में दुनिया के दो अमीर लोगों के अंतरिक्ष में जाने के बाद अंतरीक्ष पर्यटन (Space Tourism) की आलोचना मुकर हुई है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
हाल ही में दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति जेफ बेजोस (Jeff Bezos)ने अपनी पहली अंतरिक्ष यात्रा की. इससे पहले रिचर्ड ब्रेनसन (Richard Branson) भी कुछ देर अंतरिक्ष में घूम कर वापस आ गए. इस दो घटनों ने अंतरिक्ष पर्यटन (Space Tourism) के लिए नए आयाम खोल दिए हैं. दुनिया में बहुत सारे अंतरिक्ष यात्रा करना चाहते हैं. लेकिन कई लोग इसके विरोध में हैं. उनका मानना है कि अंतरिक्ष पर्यटन दुनिया की जलवायु (Climate) को बचाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के लिए नुकासान देह है. आइए जानते हैं कि क्या वाकई ऐसा है और ऐसा क्यों कहा जा रहा है.
जलवायु आपातकाल?
पूरी दुनिया इस समय जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणामों से निपटने का प्रयास कर रही है. इसके लिए पैसे की कमी बहुत ही बड़ी चुनौती है. बहुत सारे विशेषज्ञ एक सुर में कह रहे हैं कि दुनिया इस समय जलवायु आपातकाल से गुजर रही है, लेकिन इसे स्वीकार ही नहीं किया जा रहा है. एक के बाद एक प्राकृतिक आपदाएं और धीरे-धीरे लेकिन लगातार बढ़ते तापमान और समुद्री जलस्तर इन चेतावनियों की गंभीरता बढ़ाते जा रहे हैं.
क्या संबंध है अंतरिक्ष पर्यटन का जलवायु
सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर अंतरिक्ष पर्यटन जलवायु परिवर्तन के खिलाफ कैसे हैं. दरअसल सही सवाल कैसे की जगह क्यों है. अंतरिक्ष में यात्रा करना बहुत खर्चीला है जबकि दुनिया के अमीर से अमीर देश पृथ्वी को बचाने के लिए पैसा नहीं जुटा पा रहे हैं. दूसरी बात यह है कि मानवीय गतिविधियां खास तौर पर आर्थिक गतिविधियां ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के लिए ज्यादा जिम्मेदार हैं. इसके लिए प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग वाली गतिविधियों का कम करना जरूरी है. लेकिन अंतरिक्ष पर्यटन का भी प्रदूषण में योगदान होगा और खासा योगदान होगा.
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