कांग्रेस के वरिष्ठ नेता (Congress Leader)
पी चिदंबरम का नाम सुनकर उनके करियर के अलावा आपको और क्या याद आता है? किसी बैंक, किसी यूनिवर्सिटी, किसी कस्बे या किसी और घोटाले (Scam) का नाम? पी चिदंबरम कितने अमीर और प्रतिष्ठित खानदान से ताल्लुक रखते हैं? ऐसे कई सवालों के जवाब आप जानेंगे तो चिदंबरम की ज़िंदगी के कुछ पहलू आपको हैरान भी कर सकते हैं. अदालत के आदेश के बाद चिदंबरम को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में 19 सितंबर तक
तिहाड़ जेल (Tihar Jail) भेज दिए गए. आईएनएक्स मीडिया केस (INX Media Case) में आरोपी पी चिदंबरम के बारे में राजनीतिक करियर के अलावा दस खास बातें जानें.
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बेहद संपन्न परिवार से रहा ताल्लुक
चिदंबरम के पिता पलनियप्पा चेट्टियार मशहूर उद्योगपति (Industrialist) थे. उनका टेक्सटाइल, ट्रेडिंग और प्लांटेशन का फैला हुआ कारोबार था. इसके अलावा उनके नाना राजा सर अन्नामलई चेट्टियार अन्नामलई यूनिवर्सिटी (Annamalai University) के साथ ही यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लि. के संस्थापक थे. अन्नामलई के भाई रामास्वामी ने इंडियन बैंक (Indian Bank) की स्थापना की थी और कुछ और बैंकों की स्थापना में भी शामिल थे.
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मशहूर वकील रहे चिदंबरम
1984 में चिदंबरम मद्रास हाई कोर्ट में बतौर सीनियर एडवोकेट नामित हुए थे. उनकी वकालत की शोहरत काफी थी इसलिए चेन्नई के अलावा दिल्ली में भी उनका दफ्तर हुआ करता था. सिर्फ मद्रास ही नहीं बल्कि देश के कई हाई कोर्ट और यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट तक में चिदंबरम ने वकालत की. कहा जाता है कि उनकी फीस काफी भारी भरकम हुआ करती थी.

देश की कई हाई कोर्ट्स के साथ ही सुप्रीम कोर्ट तक में चिदंबरम को वकालत का अनुभव रहा.
लेफ्ट समर्थक थे चिदंबरम
सक्रिय राजनीति और कांग्रेस पार्टी से निष्ठापूर्वक जुड़ने के पहले चिदंबरम का झुकाव और रुझान लेफ्ट विचारधारा वाली राजनीति की तरफ था. 1969 में वो द हिंदू के पत्रकार एन राम और फिर महिला कार्यकर्ता मैथिली शिवरम के साथ जुड़े थे और मिलकर उन्होंने एक अखबार शुरू किया था जिसका नाम था 'रेडिकल रिव्यू'.
यूनियन लीडर भी बने
एक मीडिया समूह को दिए इंटरव्यू में चिदंबरम ने बताया था कि एमआरएफ, केसीपी और शहर ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन में ट्रेड यूनियन लीडर भी रह चुके थे. चूंकि वह मार्क्सवादी विचार और लेफ्ट विचारधारा में यकीन रखते थे इसलिए उन्होंने ये भूमिका भी निभाई और इसी दौरान कांग्रेस से उनका जुड़ाव शुरू हुआ. चिदंबरम को 'कांग्रेस का लेफ्ट' कहा करते थे.
भागकर लव मैरिज का किस्सा
चिदंबरम ने परिवारों की इच्छा की खिलाफ अपनी प्रेमिका नलिनी के साथ घर बसाया था. नलिनी सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस रहे पीएस कैलासम की बेटी हैं और नलिनी की मां सौंद्रा कैलासम तमिल भाषा की महत्वपूर्ण कवयित्री और लेखिका रहीं.

चिदंबरम की पत्नी नलिनी पर भी पहले शारदा चिट फंड केस में आरोप लगे थे.
चिंदबरम ने कांग्रेस छोड़ी थी
साल 1996 में राजनीतिक उठापटक का दौर जारी था, तब चिदंबरम ने कांग्रेस पार्टी से अलग होकर तमिलनाडु में तमिल मनीला कांग्रेस के नाम से एक क्षेत्रीय पार्टी बनाई थी, जो अस्ल में कांग्रेस के ही एक धड़े के तौर पर समझी गई. 1996 में तमिल मनीला कांग्रेस उस गठबंधन सरकार में शामिल थी जिसमें कई क्षेत्रीय पार्टियां जुड़ी थीं और यह गठबंधन सरकार चिदंबरम के लिए बड़ा मौका बनी.
कितने शिक्षित हैं चिदंबरम?
चिदंबरम उन गिने चुने नेताओं में शुमार रहे, जो बेहद शिक्षित रहे हैं. मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज से स्कूली शिक्षा के बाद चेन्नई के लॉयला कॉलेज से प्री यूनिवर्सिटी डिग्री के बाद उन्होंने मद्रास लॉ कॉलेज से एलएलबी की डिग्री हासिल की. इसके बाद चिदंबरम ने 1968 में हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल से एमबीए भी किया.
एक कस्बे का नाम है चिदंबरम
तमिलनाडु के कुड्डलूर ज़िले में एक कस्बे का नाम चिदंबरम है. 2011 की जनगणना के हिसाब से यहां की आबादी 62 हज़ार से कुछ ज़्यादा थी. इसके नाम से पी चिदंबरम के नाम की कोई समानता नहीं है लेकिन यह वही कस्बा है, जहां 1929 में उनके नाना ने अन्नामलई यूनिवर्सिटी की स्थापना की थी, यह यूनिवर्सिटी राज्य की पुरानी और महत्वपूर्ण यूनिवर्सिटियों में से एक रही है.
पहले भी घोटाले में फंसे हैं चिदंबरम
यूपीए के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती केंद्र सरकार के कार्यकाल के दौरान चर्चित 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में भी चिदंबरम का नाम आया था. सुब्रमण्यम स्वामी ने इस घोटाले में उन्हें सितंबर 2011 में आरोपी बताया था लेकिन सुप्रीम कोर्ट और सीबीआई कोर्ट ने उस मामले में उन्हें क्लीन चिट दे दी थी.
देश का पहला 'जूता कांड'
देश के कई नेताओं पर जूते या चप्पल उछाले जाने के कांड चर्चित रहे हैं और ऐसा ही मामला चिदंबरम के साथ जुड़ा था जब एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक सिख पत्रकार जरनैल सिंह ने उन पर जूता फेंका था. ये भी एक तथ्य है कि ऐसा संभवत: देश में पहली बार हुआ था जब एक केंद्रीय मंत्री पर जूता फेंका गया.
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FIRST PUBLISHED : September 05, 2019, 20:55 IST