इन राज्यों ने LOCKDOWN बढ़ाने से मना किया, जानिए क्यों

पटना में 10 से 16 जुलाई तक के लिए लॉकडाउन लगाया गया है (सांकेतिक चित्र)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) मंगलवार और बुधवार को राज्यों के साथ फिर इस बात पर विमर्श कर सकते हैं कि लॉकडाउन को लेकर किस राज्य की क्या मंशा है. इस बीच, कुछ राज्यों में लॉकडाउन बढ़ने (Lockdown Extension) संबंधी अफवाहें भी फैलीं. जानिए कि कैसे राज्यों ने लॉकडाउन को लेकर आगे की रणनीति पर रुख साफ किया.
- News18Hindi
- Last Updated: June 16, 2020, 12:16 AM IST
देश में लॉकडाउन के हालात केवल कंटेनमेंट ज़ोन्स (Containment Zone) में हैं, जो 30 जून तक बने रहेंगे. दूसरी तरफ, देश में Coronavirus संक्रमण के केस लगातार बढ़ रहे हैं. सोमवार शाम तक के आंकड़ों के मुताबिक 3 लाख 32 हज़ार से ज़्यादा कन्फर्म केस और 9520 मौतें हो चुकी हैं. इन हालात में, कई राज्यों में फिर लॉकडाउन किए जाने संबंधी Reports मीडिया और Social Media के ज़रिये फैल रही हैं. लेकिन लॉकडाउन बढ़ने की इन खबरों को कुछ राज्यों ने आधिकारिक तौर पर नकार दिया है.
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लॉकडाउन को देश भर में चरणबद्ध तरीके से खोला जा रहा है. गृह मंत्रालय के आदेश के मुताबिक पहले चरण यानी अनलॉक 1 के तहत कई हिस्सों में सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक और खेल संबंधी गतिविधियों की शुरूआत कर दी गई है. इस बीच जानिए कि लॉकडाउन बढ़ने की अफवाहों पर राज्यों ने किस तरह प्रतिक्रिया दी है.
महाराष्ट्र: ठाकरे ने कहा कन्फ्यूज़ न हों लोगमहाराष्ट्र में इस तरह की खबरें बनी हुई थीं कि राज्य सरकार ने लॉकडाउन में जो ढील दी है, उसे वापस लेकर फिर सख्ती बरती जाने वाली है. अस्ल में, महाराष्ट्र देश का वो राज्य है, जो कोविड 19 से सबसे ज़्यादा प्रभावित है. देश के कुल केसों में से करीब एक तिहाई सिर्फ महाराष्ट्र में हैं. मुंबई भी बेतहाशा प्रकोप झेल रहा है. ऐसे में कई तरह की सूचनाएं राज्य में प्रसारित हो रही हैं.

राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इन सूचनाओं को लेकर साफ कहा कि ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है. राज्य सरकार लॉकडाउन में चरणों में ढील देने जा रही है ताकि अर्थव्यवस्था फिर शुरू की जा सके. गलत खबरों से लोगों को कन्फ्यूज़ होने की ज़रूरत नहीं है. साथ ही, लोग भीड़ जुटाने से बचें और सावधानियां बरतें.
दिल्ली: लॉकडाउन बढ़ाने का इरादा नहीं
कोविड 19 से देश का तीसरा सबसे प्रभावित राज्य है दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी होने के नाते यहां राज्य के साथ ही केंद्र सरकार का भी सीधा दखल और नियंत्रण है. हाल ही सुप्रीम कोर्ट ने यहां के हालात को डरावना करार दिया था. इसके बावजूद सीएम अरविंद केजरीवाल ने लॉकडाउन न बढ़ाने की बात कही है.
तमिलनाडु: फेक न्यूज़ फैलाने पर कानूनी कार्रवाई
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने तो फेक न्यूज़ और अफवाहों को लेकर न सिर्फ सफाई दी बल्कि कड़ी नाराज़गी ज़ाहिर की. सीएम के पलनिस्वामी ने कहा कि जो लोग या संस्थाएं सख्त लॉकडाउन या एक और शटडाउन संबंधी गलत खबरें फैला रही हैं, उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी.
देश के सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्यों की टॉप लिस्ट में शुमार तमिलनाडु के सीएम ने वॉट्सएप पर उनके नाम से इस तरह की भ्रामक सूचनाएं फैलने पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है. द हिंदू की सोमवार की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक चेन्नई और तीन ज़िलों चेंगलापट्टू, कांचीपुरम और तिरुवल्लूर में 30 जून तक 12 दिनों का कंप्लीट लॉकडाउन राज्य सरकार ने घोषित किया है. बाकी ज़िलों में लॉकडाउन की खबर नहीं है.

पंजाब: अभी स्पष्ट योजना नहीं
लॉकडाउन को लेकर विस्तृत योजना आना अभी बाकी है लेकिन पंजाब ने आंशिक प्रतिबंध जारी रखने की बात कही है. पंजाब ने यह भी कहा है कि डेडिकेटेड ट्रेनों के साथ ही स्पेशल उड़ानें संचालित होंगी लेकिन आवागमन पर जिस तरह के आंशिक प्रतिबंध हैं, वो जारी रहेंगे. वहीं पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यह भी कहा चूंकि महामारी अपने पीक पर अगस्त में पहुंचेगी इसलिए केंद्र सरकार के विचार के अनुसार ही शैक्षणिक संस्थान अगस्त से पहले नहीं खोले जाएंगे.
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SURVEY: अब भी फंसे हैं 67% प्रवासी कामगार, 55% तुरंत घर जाना चाहते हैं
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लॉकडाउन को देश भर में चरणबद्ध तरीके से खोला जा रहा है. गृह मंत्रालय के आदेश के मुताबिक पहले चरण यानी अनलॉक 1 के तहत कई हिस्सों में सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक और खेल संबंधी गतिविधियों की शुरूआत कर दी गई है. इस बीच जानिए कि लॉकडाउन बढ़ने की अफवाहों पर राज्यों ने किस तरह प्रतिक्रिया दी है.
महाराष्ट्र: ठाकरे ने कहा कन्फ्यूज़ न हों लोगमहाराष्ट्र में इस तरह की खबरें बनी हुई थीं कि राज्य सरकार ने लॉकडाउन में जो ढील दी है, उसे वापस लेकर फिर सख्ती बरती जाने वाली है. अस्ल में, महाराष्ट्र देश का वो राज्य है, जो कोविड 19 से सबसे ज़्यादा प्रभावित है. देश के कुल केसों में से करीब एक तिहाई सिर्फ महाराष्ट्र में हैं. मुंबई भी बेतहाशा प्रकोप झेल रहा है. ऐसे में कई तरह की सूचनाएं राज्य में प्रसारित हो रही हैं.

महाराष्ट्र सीएम कार्यालय ने ट्वीट कर लॉकडाउन संबंधी जानकारी दी.
राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इन सूचनाओं को लेकर साफ कहा कि ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है. राज्य सरकार लॉकडाउन में चरणों में ढील देने जा रही है ताकि अर्थव्यवस्था फिर शुरू की जा सके. गलत खबरों से लोगों को कन्फ्यूज़ होने की ज़रूरत नहीं है. साथ ही, लोग भीड़ जुटाने से बचें और सावधानियां बरतें.
दिल्ली: लॉकडाउन बढ़ाने का इरादा नहीं
कोविड 19 से देश का तीसरा सबसे प्रभावित राज्य है दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी होने के नाते यहां राज्य के साथ ही केंद्र सरकार का भी सीधा दखल और नियंत्रण है. हाल ही सुप्रीम कोर्ट ने यहां के हालात को डरावना करार दिया था. इसके बावजूद सीएम अरविंद केजरीवाल ने लॉकडाउन न बढ़ाने की बात कही है.
तमिलनाडु: फेक न्यूज़ फैलाने पर कानूनी कार्रवाई
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने तो फेक न्यूज़ और अफवाहों को लेकर न सिर्फ सफाई दी बल्कि कड़ी नाराज़गी ज़ाहिर की. सीएम के पलनिस्वामी ने कहा कि जो लोग या संस्थाएं सख्त लॉकडाउन या एक और शटडाउन संबंधी गलत खबरें फैला रही हैं, उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी.
देश के सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्यों की टॉप लिस्ट में शुमार तमिलनाडु के सीएम ने वॉट्सएप पर उनके नाम से इस तरह की भ्रामक सूचनाएं फैलने पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है. द हिंदू की सोमवार की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक चेन्नई और तीन ज़िलों चेंगलापट्टू, कांचीपुरम और तिरुवल्लूर में 30 जून तक 12 दिनों का कंप्लीट लॉकडाउन राज्य सरकार ने घोषित किया है. बाकी ज़िलों में लॉकडाउन की खबर नहीं है.

दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर लॉकडाउन संबंधी जानकारी दी.
पंजाब: अभी स्पष्ट योजना नहीं
लॉकडाउन को लेकर विस्तृत योजना आना अभी बाकी है लेकिन पंजाब ने आंशिक प्रतिबंध जारी रखने की बात कही है. पंजाब ने यह भी कहा है कि डेडिकेटेड ट्रेनों के साथ ही स्पेशल उड़ानें संचालित होंगी लेकिन आवागमन पर जिस तरह के आंशिक प्रतिबंध हैं, वो जारी रहेंगे. वहीं पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यह भी कहा चूंकि महामारी अपने पीक पर अगस्त में पहुंचेगी इसलिए केंद्र सरकार के विचार के अनुसार ही शैक्षणिक संस्थान अगस्त से पहले नहीं खोले जाएंगे.
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