INX मीडिया केस: घूस की रकम 9.96 लाख, जानिए चिदंबरम के खिलाफ CBI चार्जशीट की पूरी डिटेल्स

पी चिदंबरम के खिलाफ सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल कर दी है
सीबीआई (CBI) ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम (P Chidambaram) और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम (Karti Chidambaram) के खिलाफ आईएनएक्स मीडिया (INX Media Case) मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है. सीबीआई को 9.96 लाख रुपए की घूस देने का पता चला है...
- News18Hindi
- Last Updated: October 19, 2019, 1:13 PM IST
सीबीआई (CBI) ने आईएनएक्स मीडिया केस (INX Media Case) में पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम (P Chidambaram) के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है. चार्जशीट में चिदंबरम पर भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े का आरोप लगाया गया है. सीबीआई ने आईएनएक्स मीडिया केस को दो साल पहले दर्ज किया था. दो साल की जांच के बाद अब इस मामले पर सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल की है.
चार्जशीट में पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम के साथ 12 दूसरे लोगों को आरोपी बनाया गया है. इसमें नीति आयोग के पूर्व सीईओ सिंधुश्री खुल्लर, तत्कालीन डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर के एडिशनल सेक्रेटरी, मिडियम एंड स्मॉल स्केल इंडस्ट्री के पूर्व सचिव अनूप के पुजारी, हिमाचल प्रदेश के प्रिंसिपल सेक्रेटरी प्रबोध सक्सेना, FIPB यूनिट के तत्कालीन अंडर सेक्रेटरी रबिन्द्र प्रसाद, डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर में ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी प्रदीप कुमार बग्गा के नाम शामिल हैं. इनके साथ ही FIPB के सेक्शन ऑफिसर अजीत कुमार, कार्ति चिदंबरम के सीए एस भास्कररमन, कार्ति की कंपनियों के नाम शामिल हैं.
5 देशों से मांगी जा रही है चिदंबरम के एकाउंट की जानकारी
सीबीआई ने कार्ति चिदंबरम और दूसरे आरोपियों पर आपराधिक साजिश रचने, धोखाधड़ी करने, गलत तरीके से पैसा इकट्ठा करने, गलत तरीके से सरकारी अफसरों को प्रभावित करने और आपराधिक व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं. इन सभी आरोपों को चार्जशीट में लिखा गया है. पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम ने सभी आरोपों से इनकार किया है. उन्होंने कहा है कि सभी आरोप बेबुनियाद और राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित हैं.
आईएनएक्स मीडिया मामले की जांच के लिए सीबीआई ने 5 देशों के पास आवेदन भेजे हैं. अगर उन देशों से कुछ रिस्पॉन्स मिलता है तो सीबीआई सप्लीमेंटरी चार्जशीट भी दाखिल कर सकती है. आवेदन सिंगापुर, मॉरिसस, बरमूडा, यूके और स्विटजरलैंड को भेजे गए हैं. इन सभी देशों से संदिग्ध एकाउंट और उनके ट्रांजैक्शन की जानकारी मांगी गई है.
आईएनएक्स मीडिया मामले में घूस की रकम सिर्फ 9.96 लाख रुपए
एजेंसी के मुताबिक आईएनएक्स मीडिया मामले में घूस की रकम कार्ति के कहने पर ऑफशोर एकाउंट में डाले गए. सीबीआई की जांच जारी है लेकिन सीबीआई ने चार्जशीट में लिखा है कि उसे सिर्फ 9.96 लाख के घूस का पता चला है. चार्जशीट के मुताबिक 9.96 लाख के घूस की रकम के सबूत मिले हैं.
हजारों करोड़ के घोटाले के दौर में घूस की ये बहुत ही मामूली रकम है. लेकिन फिलहाल सीबीआई के पास यही जानकारी है. सीबीआई के चार्जशीट में फिलहाल घूस की रकम यही बताई गई है. चार्जशीट दाखिल करते वक्त सीबीआई की ओर से कहा गया है कि ‘मुंबई की एक मीडिया कंपनी ने 9.96 लाख रुपए की रकम एक कंसलटिंग कंपनी को भुगतान किए, जबकि कंसलटिंग कंपनी ने इसके एवज में कोई सर्विस नहीं दी थी.’
सीबीआई के मुताबिक वो मीडिया कंपनी आईएनएक्स मीडिया कंपनी है और जिस कंसलटिंग कंपनी को पैसे दिए गए वो कार्ति चिदंबरम की कंपनी बताई जा रही है.
सीबीआई ने चार्जशीट आरोप लगाया है कि चिदंबरम ने वित्तमंत्री रहते हुए आईएनएक्स मीडिया केस को गलत तरीके से फॉरेन इनवेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (FIPB) का अप्रूवल दिलवाया. इसके बदले में चिदंबरम को घूस दी गई.

कार्ति चिदंबरम की कंपनी को दिए गए घूस के पैसे
सीबीआई ने जो चार्जशीट दाखिल की है, उसमें फर्जीवाड़े का भी आरोप लगाया गया है, जबकि इस मामले की जब 15 मई 2017 को एफआईआर दर्ज की गई थी, तब इसका जिक्र नहीं था.
इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक इस मामले के एक आरोपी भास्कररमन ने गवाही दी है कि उनकी कंपनी ASCPL ने पी चिदंबरम के यात्रा खर्च और कुछ दूसरे खर्चे उठाए थे. ASCPL के खर्चों वाले ये दस्तावेज सीबीआई ने जब्त किए हैं. इन दस्तावेजों में वर्क के एक कॉलम में कई बार पीसी सर लिखा है.
सीबीआई का आरोप है कि आईएनएक्स मीडिया के खिलाफ चल रहे टैक्स के एक मामले को प्रभावित करने के लिए कार्ति चिदंबरम ने पैसे लिए थे. आईएनएक्स मीडिया में FIPB के नियमों की अनदेखी कर मॉरिशस से निवेश किया गया था.
सीबीआई ने कहा है कि आईएनएक्स मीडिया ने ये माना है कि ASCPL को FIPB से क्लियरेंस दिलवाने के एवज में 9.96 लाख रुपए का भुगतान किया गया.
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चार्जशीट में पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम के साथ 12 दूसरे लोगों को आरोपी बनाया गया है. इसमें नीति आयोग के पूर्व सीईओ सिंधुश्री खुल्लर, तत्कालीन डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर के एडिशनल सेक्रेटरी, मिडियम एंड स्मॉल स्केल इंडस्ट्री के पूर्व सचिव अनूप के पुजारी, हिमाचल प्रदेश के प्रिंसिपल सेक्रेटरी प्रबोध सक्सेना, FIPB यूनिट के तत्कालीन अंडर सेक्रेटरी रबिन्द्र प्रसाद, डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर में ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी प्रदीप कुमार बग्गा के नाम शामिल हैं. इनके साथ ही FIPB के सेक्शन ऑफिसर अजीत कुमार, कार्ति चिदंबरम के सीए एस भास्कररमन, कार्ति की कंपनियों के नाम शामिल हैं.
5 देशों से मांगी जा रही है चिदंबरम के एकाउंट की जानकारी

पी चिदंबरम
आईएनएक्स मीडिया मामले की जांच के लिए सीबीआई ने 5 देशों के पास आवेदन भेजे हैं. अगर उन देशों से कुछ रिस्पॉन्स मिलता है तो सीबीआई सप्लीमेंटरी चार्जशीट भी दाखिल कर सकती है. आवेदन सिंगापुर, मॉरिसस, बरमूडा, यूके और स्विटजरलैंड को भेजे गए हैं. इन सभी देशों से संदिग्ध एकाउंट और उनके ट्रांजैक्शन की जानकारी मांगी गई है.
आईएनएक्स मीडिया मामले में घूस की रकम सिर्फ 9.96 लाख रुपए
एजेंसी के मुताबिक आईएनएक्स मीडिया मामले में घूस की रकम कार्ति के कहने पर ऑफशोर एकाउंट में डाले गए. सीबीआई की जांच जारी है लेकिन सीबीआई ने चार्जशीट में लिखा है कि उसे सिर्फ 9.96 लाख के घूस का पता चला है. चार्जशीट के मुताबिक 9.96 लाख के घूस की रकम के सबूत मिले हैं.
हजारों करोड़ के घोटाले के दौर में घूस की ये बहुत ही मामूली रकम है. लेकिन फिलहाल सीबीआई के पास यही जानकारी है. सीबीआई के चार्जशीट में फिलहाल घूस की रकम यही बताई गई है. चार्जशीट दाखिल करते वक्त सीबीआई की ओर से कहा गया है कि ‘मुंबई की एक मीडिया कंपनी ने 9.96 लाख रुपए की रकम एक कंसलटिंग कंपनी को भुगतान किए, जबकि कंसलटिंग कंपनी ने इसके एवज में कोई सर्विस नहीं दी थी.’
सीबीआई के मुताबिक वो मीडिया कंपनी आईएनएक्स मीडिया कंपनी है और जिस कंसलटिंग कंपनी को पैसे दिए गए वो कार्ति चिदंबरम की कंपनी बताई जा रही है.
सीबीआई ने चार्जशीट आरोप लगाया है कि चिदंबरम ने वित्तमंत्री रहते हुए आईएनएक्स मीडिया केस को गलत तरीके से फॉरेन इनवेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (FIPB) का अप्रूवल दिलवाया. इसके बदले में चिदंबरम को घूस दी गई.

कार्ति चिदंबरम
कार्ति चिदंबरम की कंपनी को दिए गए घूस के पैसे
सीबीआई ने जो चार्जशीट दाखिल की है, उसमें फर्जीवाड़े का भी आरोप लगाया गया है, जबकि इस मामले की जब 15 मई 2017 को एफआईआर दर्ज की गई थी, तब इसका जिक्र नहीं था.
इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक इस मामले के एक आरोपी भास्कररमन ने गवाही दी है कि उनकी कंपनी ASCPL ने पी चिदंबरम के यात्रा खर्च और कुछ दूसरे खर्चे उठाए थे. ASCPL के खर्चों वाले ये दस्तावेज सीबीआई ने जब्त किए हैं. इन दस्तावेजों में वर्क के एक कॉलम में कई बार पीसी सर लिखा है.
सीबीआई का आरोप है कि आईएनएक्स मीडिया के खिलाफ चल रहे टैक्स के एक मामले को प्रभावित करने के लिए कार्ति चिदंबरम ने पैसे लिए थे. आईएनएक्स मीडिया में FIPB के नियमों की अनदेखी कर मॉरिशस से निवेश किया गया था.
सीबीआई ने कहा है कि आईएनएक्स मीडिया ने ये माना है कि ASCPL को FIPB से क्लियरेंस दिलवाने के एवज में 9.96 लाख रुपए का भुगतान किया गया.
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