इस मुस्लिम देश के समुद्र में मिला दो हजार साल पुराना मंदिर, साथ मिला खजानों से लदा जहाज

इजिप्ट को हजारों साल पहले मंदिरों का देश कहा जाता था
इतिहासकारों (historians) के अनुसार इस शहर को कभी मंदिरों का शहर (city of temples) कहा जाता था.
- News18Hindi
- Last Updated: March 2, 2020, 11:16 AM IST
इजिप्ट (Egypt) के सबसे पुराने शहर हेराक्लियन (Heraklion) में लगभग 2,200 साल पुराना मंदिर (temple) मिला है. सबसे खास बात ये है कि ये एक ग्रीक मंदिर (Greek temple) है. समंदर की गहराई में मिला ये मंदिर काफी बिखरा हुआ है. मंदिर में उसके खंभों के अलावा मिट्टी के बर्तन और कई तरह के गहने भी मिले हैं.
इस मंदिर की खोज इजिप्ट और यूरोप के पुरातत्वविदों ने मिलकर की है. पुरातत्वविदों के अनुसार मंदिर जिस उत्तरी हिस्से में मिला है उसे इजिप्ट का अटलांटिस (Atlantis) कहा जाता है. इजिप्ट भले ही आज एक मुस्लिम देश है पर पर आज से हजारों सालों पहले उसकी पहचान मंदिरों के देश के तौर पर थी.

मंदिर के अंदर तांबे के सिक्के और ज्वैलरी भी मिली है. पुरातत्वविदों के अनुसार लगभग हजार साल पहले ये मंदिर समंदर में डूब गया था. इस मंदिर की संरचना तीसरी और चौथी शताब्दी की है. मंदिर के साथ डूबी हुई नावों से मिले तांबे के सिक्के राजा क्लाडियस टॉलमी द्वितिय के कार्यकाल के हैं.हेराक्लियन को कभी मंदिरों का शहर कहा जाता था
इसकी खोज करने वाली पुरातत्वविदों की टीम को समंदर के तल में कई हजारों साल पुराने शिप भी मिले हैं. इसमें हथियार, क्रॉकरी, सिक्के और ज्वैलरी से भरा बर्तन पाया गया है. ये सब चौथी शताब्दी के हैं. इतिहासकारों के अनुसार हेराक्लियन को कभी मंदिरों का शहर कहा जाता था. लेकिन बाद के सालों में आने वाली सुनामी की वजह से ये शहर पूर्ण रूप से तबाह हो गया था. राजा क्लाडियस टॉलमी द्वितिय के राज में ये शहर अपने चरम उत्कर्ष पर था. उन्होंने इस शहर को बेहतर ढंग से आबाद किया था. हजारों साल पहले इस शहर को इजिप्ट की व्यापारिक राजधानी माना जाता था. अब ये शहर अबू-किर खाड़ी के नाम से जाना जाता है.

राजा क्लाडियस टॉलमी द्वितीय और हेराक्लियन
टॉलमी एक बेहतर राजा के साथ एक मशहूर ज्योतिर्विद भी थे. इजिप्टियन कैलेंडर के लिए उन्होंने पृथ्वी के एक चक्कर लगाने में चन्द्रमा को जो समय लगता है उसका निर्धारण किया था. उन्होंने प्रकाश के नियम पर भी कई इजिप्टियन सिद्धांत दिए. भूगोल और विज्ञान के क्षेत्र में उन्होंने अहम योगदान दिए. उसका जन्म टॉलेमस सरसी के पेलुसियम मे हुआ. अपने राज को दौरान उन्होंने इजिप्ट में कई मंदिर बनवाए. उनके समय में इजिप्ट आर्थिक तौर पर काफी मजबूत हुआ. एक शहर के तौर पर उन्होंने हेराक्लियन का पूरी तरह से कायाकल्प कर दिया. यही वजह है कि उन्हें इस शहर का निर्माता कहा जाता है.

इस वजह से शहर डूब गया था
इस खोज से 12 साल पहले भी आर्कियोलॉजिस्ट डॉ. फ्रेंक गोडियो ने इजिप्ट के तटीय इलाके में फ्रेंच युद्धपोत खोजे थे, जो 18वीं शताब्दी के थे. डॉ. फ्रेंक गोडियो के अनुसार लगभग 4 साल की कड़ी मेहनत के बाद ऐसा करना संभव हो पाया था. इस शहर के कितने भाग पर लोग रहते थे केवल इसका मानचित्र बनाने में एक साल से ज्यादा का वक्त लगा था. खोज के दौरान ये बात सामने आई है कि शहर जब बसाया गया था तब पानी का स्तर उस तट पर लगातार बढ़ रहा था. यही बात शहर के डूबने की वजह बनी.
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इस मंदिर की खोज इजिप्ट और यूरोप के पुरातत्वविदों ने मिलकर की है. पुरातत्वविदों के अनुसार मंदिर जिस उत्तरी हिस्से में मिला है उसे इजिप्ट का अटलांटिस (Atlantis) कहा जाता है. इजिप्ट भले ही आज एक मुस्लिम देश है पर पर आज से हजारों सालों पहले उसकी पहचान मंदिरों के देश के तौर पर थी.

मंदिर के साथ डूबी हुई नावों से मिले राजा क्लाडियस टॉलमी द्वितीय के कार्यकाल के तांबे के सिक्के.
मंदिर के अंदर तांबे के सिक्के और ज्वैलरी भी मिली है. पुरातत्वविदों के अनुसार लगभग हजार साल पहले ये मंदिर समंदर में डूब गया था. इस मंदिर की संरचना तीसरी और चौथी शताब्दी की है. मंदिर के साथ डूबी हुई नावों से मिले तांबे के सिक्के राजा क्लाडियस टॉलमी द्वितिय के कार्यकाल के हैं.हेराक्लियन को कभी मंदिरों का शहर कहा जाता था
इसकी खोज करने वाली पुरातत्वविदों की टीम को समंदर के तल में कई हजारों साल पुराने शिप भी मिले हैं. इसमें हथियार, क्रॉकरी, सिक्के और ज्वैलरी से भरा बर्तन पाया गया है. ये सब चौथी शताब्दी के हैं. इतिहासकारों के अनुसार हेराक्लियन को कभी मंदिरों का शहर कहा जाता था. लेकिन बाद के सालों में आने वाली सुनामी की वजह से ये शहर पूर्ण रूप से तबाह हो गया था. राजा क्लाडियस टॉलमी द्वितिय के राज में ये शहर अपने चरम उत्कर्ष पर था. उन्होंने इस शहर को बेहतर ढंग से आबाद किया था. हजारों साल पहले इस शहर को इजिप्ट की व्यापारिक राजधानी माना जाता था. अब ये शहर अबू-किर खाड़ी के नाम से जाना जाता है.

इजिप्टियन मंदिर
राजा क्लाडियस टॉलमी द्वितीय और हेराक्लियन
टॉलमी एक बेहतर राजा के साथ एक मशहूर ज्योतिर्विद भी थे. इजिप्टियन कैलेंडर के लिए उन्होंने पृथ्वी के एक चक्कर लगाने में चन्द्रमा को जो समय लगता है उसका निर्धारण किया था. उन्होंने प्रकाश के नियम पर भी कई इजिप्टियन सिद्धांत दिए. भूगोल और विज्ञान के क्षेत्र में उन्होंने अहम योगदान दिए. उसका जन्म टॉलेमस सरसी के पेलुसियम मे हुआ. अपने राज को दौरान उन्होंने इजिप्ट में कई मंदिर बनवाए. उनके समय में इजिप्ट आर्थिक तौर पर काफी मजबूत हुआ. एक शहर के तौर पर उन्होंने हेराक्लियन का पूरी तरह से कायाकल्प कर दिया. यही वजह है कि उन्हें इस शहर का निर्माता कहा जाता है.

राजा क्लाडियस टॉलमी द्वितिय के समय का मंदिर
इस वजह से शहर डूब गया था
इस खोज से 12 साल पहले भी आर्कियोलॉजिस्ट डॉ. फ्रेंक गोडियो ने इजिप्ट के तटीय इलाके में फ्रेंच युद्धपोत खोजे थे, जो 18वीं शताब्दी के थे. डॉ. फ्रेंक गोडियो के अनुसार लगभग 4 साल की कड़ी मेहनत के बाद ऐसा करना संभव हो पाया था. इस शहर के कितने भाग पर लोग रहते थे केवल इसका मानचित्र बनाने में एक साल से ज्यादा का वक्त लगा था. खोज के दौरान ये बात सामने आई है कि शहर जब बसाया गया था तब पानी का स्तर उस तट पर लगातार बढ़ रहा था. यही बात शहर के डूबने की वजह बनी.
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