चांद पर नील आर्मस्ट्रॉन्ग के पैरों के निशान को मिली अमेरिकी कानून की सुरक्षा

अमेरिका (US) चंद्रमा (Moon) पर पहले कदम सहित अन्य मानवीय अंतरिक्ष धरोहरों (Space Heritage) को सहेजना चाहता है. ( तस्वीर: NASA)
अमेरिकी संसद (US Congress) ने एक कानून (Law) पास किया है जिसके तहत अंतरिक्ष (Space) के मानव अभियानों की धरोहरों को संरक्षित किया जाएगा जिसमें चंद्रमा (Moon) पर नील आर्मस्ट्रॉन्ग के जूतों के निशान भी शामिल हैं
- News18Hindi
- Last Updated: January 27, 2021, 5:52 PM IST
अमेरिका (USA) दुनिया का पहला देश बन गया है जिसने ऐसा कानून (Law) पास किया है जो अंतरिक्ष (Space) में इंसानों की कृतियों (Artefacts) की रक्षा (Protect) करेगा. इस कानून को जिसे अमेरिकी कॉन्ग्रेस (US Congress) ने पिछले साल के आखिरी दिन पास किया था. इसे ‘अंतरिक्ष में इंसानी विरासत की सुरक्षा के लिए एक कदम वाला कानून’ बताया जा रहा है. इसके तहत अब से अंतरिक्ष में मानवीय अभियानों के अवशेषों, जिनमें नील आर्मस्ट्रॉन्ग (Neil Armstrong) के जूतों के निशान (Boot Prints) भी शामिल हैं, की रक्षा की जाएगी.
इस मौके पर रखा गया था इसका बिल
इस कानून के लिए साल 2019 में पहले चंद्र अभियान की 50वीं सालगिरह के मौके पर कॉन्ग्रेस में एक बिल पेश किया गया था. इस कानून के तहत अब 1969 में भेजे गए अपोलो 11 अभियान की लैंडिग साइड ट्रैंक्वेलिटी बेस के आसपास एक घेरा बनाया जाएगा. इस इलाके में 1969 से लेकर 1972 में और भी चंद्र अभियानों के यान उतरे थे.
किसने प्रस्ताव रखा था इस बिल काइस बिल को टेक्सास के विज्ञान, अंतरिक्ष और तकनीकी की हाउस कमेटी ने प्रमुख और रिपलिकन एडी बेर्नाइस जॉनसन ने पेश किया था. इसका उद्देशय अमेरिकी सरकार के उस समय के चंद्रमा के अवशेषों की रक्षा और संरक्षण करना है जब चंद्रमा पर दुनिया भर की गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं.
खास धरोहर का संरक्षण
जॉनसन का कहना है कि यह कानून इस बात की मिसाल है कि अमेरिका और नासा अंतरिक्ष में एक जिम्मेदार बर्ताव का निर्देशन कर रहे हैं. इस बारे में बात करते हुए एक अन्य वकील का कहना है कि यह कानून उसी तरह का है जैसे अंतराराष्ट्रीय संगठन पृथ्वी पर मानव इतिहास की धरोहर का संरक्षण करने के लिए काम करते हैं.

अमेरिकी प्रतिबद्धता को दोहराता है यह
इस वकील ने एस्ट्रोनॉमीडॉटकॉम को बताया कि यह बहुत अहम है क्योंकि यह हमारे इतिहास के सरंक्षण के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दोहराता है, जिस तरह हम पृथ्वी पर ऐतिहासिक माचू पिच्चू वन्य अभ्यारण जैसी धरोहरों का विश्व धरोहर समझौते जैसे उपकरणों से संरक्षित करते हैं. इसके तहत हम अंतरिक्ष में मानव जाति के विस्तार की स्वीकृति भी करेंगे.
क्या नासा का रद्द हुआ SLS परीक्षण टाल देगा आर्टिमिस अभियान का कार्यक्रम
क्या क्या शामिल है इसमें
इस कानून में बहुत सी चीजों को शामिल हैं जिसमें छह प्रयोगों के अवशेष, यान, उपकरण और मानव और रोबोट की उपस्थिति के संकेत जैसे ‘इस क्षेत्र से बाहर रहें’ वाले इलाके भी शामिल हैं. इस कानून पर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ट ट्रम्प ने हस्ताक्षर किए हैं, लेकिन कानून बनाने वाले इस से अंतरराष्ट्रीय कानून का रूप देने की मांग कर रहे हैं.
अभी केवल यहां तक सीमित है यह कानून
फिलहाल यह कानून केवल उन कंपनियों पर लागू है जो नासा के साथ काम कर रही हैं. यह अभी केवल चंद्रमा पर अमेरिकी लैंडिंग वाले इलकों को शामिल कर रहा है. यह चंद्रमा की ऐतिहासिक इलाको के संरक्षण के लिए साल 2011 में नासा की ओर से पुरानी अनुशंसाओं को लागू करने वाला कानून है.

नासा का आर्टिमिस अभियान
नासा साल 2024 तक चंद्रमा पर दुनिया की पहली महिला और अगले पुरुष को चंद्रमा की सतह पर उतारने की योजना पर काम शुरू कर चुका है.आर्टिमिस अभियान के नाम से यह कार्यक्रम तीन चरणों में पूरा होगा जिसमें पहले एक खाली यान चंद्रमा पर जाकर लौटेगा. इसके बाद कुछ यात्री अंतरिक्ष यात्रा पर जाकर लौटेंगे और अंतिम चरण में एक महिला और एक पुरुष को साल 2-24 में चंद्रमा पर उतारा जाएगा.
जानिए जो बाइडन के ओवल ऑफिस में रखे चांद के टुकड़े के बारे में सब कुछ
जॉनसन का कहना है, “हमें इन ऐतिहासिक, पुरात्त्व और प्रेरणास्पद मूल्यों वाले इलाकों का संरक्षण करना चाहिए.” गौरतलब है कि इससे पहले अमेरिका ने एक अंतरिक्ष और चंद्रमा पर उत्खनन के लिए एक नीतिगत प्रस्ताव जारी किया है जो नासा और उसके सहयोगियों पर लागू होगा.
इस मौके पर रखा गया था इसका बिल
इस कानून के लिए साल 2019 में पहले चंद्र अभियान की 50वीं सालगिरह के मौके पर कॉन्ग्रेस में एक बिल पेश किया गया था. इस कानून के तहत अब 1969 में भेजे गए अपोलो 11 अभियान की लैंडिग साइड ट्रैंक्वेलिटी बेस के आसपास एक घेरा बनाया जाएगा. इस इलाके में 1969 से लेकर 1972 में और भी चंद्र अभियानों के यान उतरे थे.
किसने प्रस्ताव रखा था इस बिल काइस बिल को टेक्सास के विज्ञान, अंतरिक्ष और तकनीकी की हाउस कमेटी ने प्रमुख और रिपलिकन एडी बेर्नाइस जॉनसन ने पेश किया था. इसका उद्देशय अमेरिकी सरकार के उस समय के चंद्रमा के अवशेषों की रक्षा और संरक्षण करना है जब चंद्रमा पर दुनिया भर की गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं.
खास धरोहर का संरक्षण
जॉनसन का कहना है कि यह कानून इस बात की मिसाल है कि अमेरिका और नासा अंतरिक्ष में एक जिम्मेदार बर्ताव का निर्देशन कर रहे हैं. इस बारे में बात करते हुए एक अन्य वकील का कहना है कि यह कानून उसी तरह का है जैसे अंतराराष्ट्रीय संगठन पृथ्वी पर मानव इतिहास की धरोहर का संरक्षण करने के लिए काम करते हैं.

इस धरोहर में नासा (NASA) के अपोलो अभियानों (Apollo Mission) की सभी साइट शामिल हैं जबां यान उतरे थे. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
अमेरिकी प्रतिबद्धता को दोहराता है यह
इस वकील ने एस्ट्रोनॉमीडॉटकॉम को बताया कि यह बहुत अहम है क्योंकि यह हमारे इतिहास के सरंक्षण के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दोहराता है, जिस तरह हम पृथ्वी पर ऐतिहासिक माचू पिच्चू वन्य अभ्यारण जैसी धरोहरों का विश्व धरोहर समझौते जैसे उपकरणों से संरक्षित करते हैं. इसके तहत हम अंतरिक्ष में मानव जाति के विस्तार की स्वीकृति भी करेंगे.
क्या नासा का रद्द हुआ SLS परीक्षण टाल देगा आर्टिमिस अभियान का कार्यक्रम
क्या क्या शामिल है इसमें
इस कानून में बहुत सी चीजों को शामिल हैं जिसमें छह प्रयोगों के अवशेष, यान, उपकरण और मानव और रोबोट की उपस्थिति के संकेत जैसे ‘इस क्षेत्र से बाहर रहें’ वाले इलाके भी शामिल हैं. इस कानून पर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ट ट्रम्प ने हस्ताक्षर किए हैं, लेकिन कानून बनाने वाले इस से अंतरराष्ट्रीय कानून का रूप देने की मांग कर रहे हैं.
अभी केवल यहां तक सीमित है यह कानून
फिलहाल यह कानून केवल उन कंपनियों पर लागू है जो नासा के साथ काम कर रही हैं. यह अभी केवल चंद्रमा पर अमेरिकी लैंडिंग वाले इलकों को शामिल कर रहा है. यह चंद्रमा की ऐतिहासिक इलाको के संरक्षण के लिए साल 2011 में नासा की ओर से पुरानी अनुशंसाओं को लागू करने वाला कानून है.

नासा (NASA) साल 2024 तक एक पुरुष और एक महिला को चंद्रमा (Moon) पर उतारने की तैयारी में है. (तस्वीर : NASA)
नासा का आर्टिमिस अभियान
नासा साल 2024 तक चंद्रमा पर दुनिया की पहली महिला और अगले पुरुष को चंद्रमा की सतह पर उतारने की योजना पर काम शुरू कर चुका है.आर्टिमिस अभियान के नाम से यह कार्यक्रम तीन चरणों में पूरा होगा जिसमें पहले एक खाली यान चंद्रमा पर जाकर लौटेगा. इसके बाद कुछ यात्री अंतरिक्ष यात्रा पर जाकर लौटेंगे और अंतिम चरण में एक महिला और एक पुरुष को साल 2-24 में चंद्रमा पर उतारा जाएगा.
जानिए जो बाइडन के ओवल ऑफिस में रखे चांद के टुकड़े के बारे में सब कुछ
जॉनसन का कहना है, “हमें इन ऐतिहासिक, पुरात्त्व और प्रेरणास्पद मूल्यों वाले इलाकों का संरक्षण करना चाहिए.” गौरतलब है कि इससे पहले अमेरिका ने एक अंतरिक्ष और चंद्रमा पर उत्खनन के लिए एक नीतिगत प्रस्ताव जारी किया है जो नासा और उसके सहयोगियों पर लागू होगा.