नई दिल्ली: क्या आप चाहते हैं कि आपके इंटरनेट (Internet) की गति बहुत तेज हो जाए? क्या आपको भी लगता है कि वर्तमान में जो 5जी तकनीक हाई स्पीड इंटरनेट का वादा कर रही है, उसमें सुरक्षा एक चिंता का विषय है. क्या आपको लगता है कि आपके कम्प्यूटर की भी गति तेज होनी चाहिए. अब आपकी चिंताएं कुछ सालों में ही दूर हो सकती हैं. क्योंकि वैज्ञानिकों ने एक खास उपकण तैयार कर लिया है जिसकी गति 5जी (5G Technology) की क्षमताओं से कहीं अधिक पाई गई है.
कहां तैयार हुआ है यह उपकरण
एक भैतिक शोधकर्ता डेविड स्ट्रॉम और एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर टेलर ग्रौडेन ने अमेरिका की नेवल रिसर्च लैब के साथ मिलकर नया गैलियम नाइट्राइड आधारित यह इलेक्ट्रिकल उपकरण बनाया है. उन्होंने इसे रेजोनेंट टनिलिंग डायोड (RTD) नाम दिया है.
क्या कर सकता है यह डायोड
इस डायोड की खास बात यह है कि यह बहुत ही उच्च गति का इलेक्ट्रॉ प्रवाह कराने में सक्षम है. यह एक खास प्रक्रिया से संभव होता है जिसे क्वांटम टनिलिंग (Quantum Tunnelling) कहा जाता है. इस प्रक्रिया से कम्प्यूटर के माइक्रोप्रोसेसर में सेमीकंडक्टर क्वांटम गति से काम करते हैं जो आम से डायोड के मुकाबले बहुत ही तेज गति होती है. इस तकनीक को क्वांटम कम्प्यूटिंग कहा जाता है.

यह तकनीक इंटरनेट की गति बहुत तेज कर देगी.
क्या भूमिका होगी इन डायोड की
क्वांटम कम्प्यूटिंग वह तकनीक है जिसके बारे में कहा जाता है कि वह परंपरागत कम्प्यूटिंग तकनीक से बहुत ही तेज है. इसमें आम कम्प्यूटर की तरह बिट्स की जगह क्विबिट्स का उपयोग होता है. जहां क्वांटम कम्प्यूटिंग कम्प्यूटरों की गति बढ़ाएगी, वहीं RTD इंटरनेट की गति तेज करने में भी सहायक सिद्ध होगी
तो RTD से होगा क्या
ग्रौडेन का कहना है, “हमारा काम दर्शाता है कि गैलियम नाइट्राइड आधारित आरटीडी (RTD) मूलतः धीमे नहीं होते जैसा की कहा जाता है. वे अन्य पदार्थों के RTD के मुकाबले फ्रीक्वेंसी और आउटपुट शक्ति दोनों में ही तुलनात्मक रूप से ठीक हैं.
किन क्षेत्रों में मिलेगी मदद
इन डायोड की डिजाइन्स ने करेंट आउटपुट और स्विचिंग स्पीड में रिकॉर्ड तोड़ नतीजे दिए हैं. इससे उन ऐप्लिकेशन्स को फायदा होगा जिन्हें मिलीमिटर वेव में इलेक्टोमेग्नेटिस और टेराहर्ट्स में फ्रीक्वेंसी की जरूरत होगी. इन एप्लिकेशन्स का नेवर्किंग यानि कि इंटरनेट, सेंसिंग आदि क्षेत्र में उपयोग बहुत लाभकारी हो सकता है. इन RTD का परीक्षण कई डिवाइस पर परीक्षण किया गया और उनमें उप्तादकता लगभग 90 प्रतिशत पाई गई.

5G तकनीक ही इस समय सबसे ज्यादा स्पीड देने वाली तकनीक मानी जाती है.
चुनौतियां भी हैं
स्ट्रॉम का कहना है, “उच्च कार्य उत्पादन दने वाले टनिलिंग उपकरण मुश्किल हो सकते हैं क्योंकि उन्हें अणुओं के स्तर पर सटीक इंटरफेस की जरूरत पड़ती है. इसके अलावा ये बहुत से स्रोतों में स्कैटरिंग और लीकेज के प्रति बहुत संवेदनशील होते हैं.”
यह भी हुई आसानी
स्ट्रॉम ने कहा, “ अब तक गैलियम नाइट्राइड के साथ निर्माण के दृष्टिकोण के लिहाज से काम करना मुश्किल था. लेकिन फिर भी यह हमारे डिजाइन की वजह आसान हो गया.“ वैज्ञानिकों ने पाया कि वे RTD डिजाइन में लगातार सुधार करते हुए बिना पॉवर क्षमता गंवाए, इसके आउटपुट को बेहतर करते रहेंगे.
कम्प्यूटिंग और इंटरनेट की गति बढ़ाने में कई शोधों में से एक यह बहुत आशाजनक माना जा रहा है. इस शोध ने तेज कम्प्यूटिंग और तेज इंटरनेट के विकास की दिशा में बड़ी उम्मीद जगाई है.
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Tags: Research, Science
FIRST PUBLISHED : May 13, 2020, 21:44 IST