यह पहली बार है जब जूते के डिब्बे के आकार का अंतरिक्ष यान (Spacecraft) सौर विकरण से चलेगा. (प्रतीकात्मक तस्वीर: NASA)
हमारे सौरमंडल (Solar System) और पृथ्वी के निर्माण के रहस्यों को जानने के लिए हमारे वैज्ञानिक तरह तरह के अभियान अंतरिक्ष में भेजते रहे हैं. ये अभियान आमतौर पर किसी ग्रह या फिर उसके उपग्रह का ही अन्वेषण करते पाए गए हैं. अपने सवालों के जवाब जानने के लिए वैज्ञानिकों को क्षुद्रग्रहों से भी काफी जानकारी मिलने की उम्मीद है जो सौरमंडल के निर्वात में तैर रहे हैं. इस बार नासा (NASA) स्काउट नाम का एक कृत्रित क्षुद्रग्रह या नियर अर्थ एस्टेरॉइड (NEA) अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी में हैं. इस यान की खासियत यह है कि यह जूते के डिब्बे के आकर का होगा और इसे सौर विकरण से चलने की गति मिलेगी.
आर्टिमिस मिशन के साथ जाएगा यान
यह खास तरह का क्यूबसैट अपनी यात्रा नासा का आर्टिमिस एक मिशन के साथ शुरू करेगा जो नासा का बिना यात्रियों वाला यान चंद्रमा पर जा रहा है. क्यूबसैट का सौरविकिरण का उपोयग आगे चलने के लिए करेगा जिस तरह समुद्र में जहाज के पाल हवा का उपयोग करके आगे बढ़ते हैं. अंतरक्ष में हवा काम सूर्य से निकलने वाले फोटोन करेंगे जो हमेशा ही अंतरिक्ष में बहते रहते हैं.
क्या है NEAस्काउट मिशन
यह छोटा सा अंतरिक्ष यान एक बड़े जूते के डिब्बे के आकार का ही है. एनईए स्काउट पहले अंतरग्रहीय अभियान है जो सूर्य की किरणों के फोटोन की बहने की ताकत अंतरिक्ष में तैरेगा. यह यान दो साल की यात्रा के बाद पास के क्षुद्रग्रह के करीब से गुजरेगा. अंतरिक्ष में पहुंचने के बाद यह यान अपने कैमरे सा क्षुद्रग्रह के करीब 10 सेमी प्रति पिक्सल की तस्वीरें लेगा जिनका उपयोग वैज्ञानिक इनका अध्ययन करेंगे.
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Tags: Nasa, Research, Science, Space
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