टिकटॉक के सीईओ शोऊ जी च्यू ने अमेरिकी संसद में कंपनी ओर से अपना पक्ष रखा. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Wikimedia Commons)
एक समय था टिकटॉक नाम का एप दुनिया भर में मशहूर था. लाखों लोग अपने देश और दुनिया में टिकटॉक स्टार के नाम से मशहूर हो जाते थे. लेकिन आज टिकटॉक पर क्या बात हो रही है.क्या यह भारत में बैन है, किन देशों ने इस पर बैन लगाया है वगैरह वगैरह. फिलहाल टिकटॉक इन्हीं में से संबंधित एक और कारण से सुर्खियों से है और वह है इसके सीईओ शो जी च्यू (Shou Zi Chew) की वजह है. अमेरिका के कानून निर्माताओं ने च्यू से तीखे सवाल किए और उनके जवाब से असंतुष्ट होने पर उन्हें छह घंटे की कैद में रखा गया और इसी वजह से च्यू अब पूरी दुनिया की सुर्खियों में छाए हुए हैं.
एक बड़ा संदेह
टिकटॉक की बात करें तो लोकप्रिय होने के बावजूद उस पर संदेह जताया जाता है कि यह एप चीन उपभोक्ताओं की जानकारी जमा करने के लिए इस्तेमाल कर सकता है और इस तरह से यह एप चीन का जासूसी उपकरण के है जो किसी भी देश के लिए और उपभोक्ताओं के लिए खतरा हो सकता है. खुद अमेरिका में इसके 15 करोड़ से ज्यादा उपभोक्ता हैं.
टिकटॉक पर चिंताएं
टिकटॉक पूरी तरह से चीनी कंपनी बाइटडांस का उत्पाद है. इस पर अमेरिका में लगातार पिछले कुछ समय से राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर चिंताएं जताई जा रही थीं. यह संदेह बार बार जताया जा रहा है कि चीन इस ऐप के जरिए करोड़ों अमेरिकियों के आंकड़ों तक पहुंच रख सकता है. इसी मुद्दे पर अमेरिका के सांसद च्यू से सवाल कर रहे थे.
सांसदों के लपेटे में च्यू
मामला इतना गर्म था कि जब च्यू अमेरिकी संसद में अपना पक्ष रख रहे थे तो प्रतिनिधियों ने उन्हें बीच में रोकते हुए दावा किया कि ऐप अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा है. च्यू से इस तरह के आक्रमक तरीके से सवाल करने में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट दोनों ही पार्टी के सांसद शामिल थे. च्यू से पूछे गए सवालों में टिकटॉक के कंटेन में बदलाव करने की सुविधा जैसे मुद्दे भी शामिल थे.
सिंगापुर के हैं च्यू
40 साल के शो जी च्यू मूलतः एक सिंगापुर के व्यवसायी और आंत्रप्रेन्योर हैं जो 2021 से टिकटॉक के सीईओ का पद संभाल रहे हैं. सिंगापुर में पैदा हुए च्यू के पिता निर्माणक्षेत्र में कार्य करते थे और उनके मां एक बुककीपर का काम करती थीं. स्नातक की पढ़ाई के बाद वे सिंगापुर आर्म्ड फोर्सेस में कमीश्नड ऑफिसर बन गए.
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लंदन में बिजनेस की पढ़ाई
सैन्य सेवाओं के ब द च्यू अध्ययन के लिए यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन चले गए जहां से उन्होंने अर्थशास्त्र में स्नातक की पढ़ाई पूरी की और 2010 में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से मास्टर्स ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की डिग्री हासिल की. इसके बाद तीन साल तक फेसबुक में इंटर्नशिप भी की.
कैसे पहुंचे टिकटॉक के शीर्ष पद तक
पढ़ाई के बाद च्यू ने लंदन में गोल्डमैन सैश में दो साल तक बैंकर के तौर पर काम किया जिसके बाद उन्हेंने डीएसटी ग्लोबल में काम किया. 2013 में उन्होंने बाइटडांस के शुरुआती निवेशकों की टीम की अगुआई भी की. इसके बाद 2015 में च्यू शाओमी के चीफ फाइनेशियल ऑफिसर बने और 2019 में वे उसी कंपनी के इंटरनेशनल बिजनेस प्रेसिडेंट भी बने. इसके दो साल बाद वे बाइटडांस के सीईओ पद पर नियुक्त हुए.
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इसी महीने ही च्यू की अमेरिकी संसद में टिकटॉक पर बैन लगाने के वैधानिक प्रयासों के तहत सुनवाई हो रही है जिस पर च्यू को टिकटॉक पर जताए जा रहे संदेहों पर स्पष्टीकरण देना था. उम्मीद की जा रही है कि इस प्रक्रिया के पूरा होने पर अमेरिका में भी टिकटॉक पर बैन लग जाएगा. बैन लगाने वाले देशों की सूची में नया नाम फिलहाल फ्रांस का है. भारत में इस पर साल 2020 से ही बैन लगा हुआ है.
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