कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए ज्यादातर देशों में लॉकडाउन (Lockdown) का सहारा लिया जा रहा है. ऐसे में लोग घरों में कैद होने को मजबूर हो गए हैं. एक तरफ कोरोना का डर है तो दूसरी तरफ घर में बंद रहने की छटपहाट के कारण लोगों के पारिवारिक जीवन में भी उथल-पुथल हो रही है. हाल में अमेरिका (US) में घरेलू हिंसा के मामलों में वृद्धि की कई रिपोर्ट आईं. ये हाल सिर्फ अमेरिका का ही नहीं है. दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में लोगों के आपसी संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं.
जापान (Japan) में वैश्विक महामारी (Pandemic) को काबू करने के लिए कई क्षेत्रों में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है. इसी बीच सोशल मीडिया पर 'कोरोना डायवोर्स' (Corona Divorce) ट्रेंड कर रहा है. दरअसल, हर वक्त घर में रहने को मजबूर होने से पैदा होने वाले तनाव का आपसी संबंधों पर बुरा असर हो रहा है. पतियों की मांगों से तंग पत्नियां अपनी फ्रस्ट्रेशन ट्विटर पर जाहिर कर रही हैं. इससे पहले चीन (China) समेत कई देशों में भी तलाक के मामलों में वृद्धि की रिपोर्ट्स आई थीं.
अमेरिका-ब्रिटेन में जापान से ज्यादा होते हैं तलाक
जापान में इससे पहले 1980 में 'नारीता डायवोर्स' (Narita Divorce) टर्म काफी प्रचलित हुआ था. दरअसल, उस दौरान एक कपल हनीमून से नारीता एयरपोर्ट पर लौटा और दोनों तुरंत तलाक देकर अलग हो गए. उनका कहना था कि हम दोनों में कुछ भी समाना नहीं है. ऐसे में अलग हो जाना ही बेहतर विकल्प है. एक अनुमान के मुताबिक, जापान तकरीबन 35 फीसदी शादीशुदा लोग बहुत जल्द अलग हो जाते हैं. हालांकि, अमेरिका में इससे ज्यादा करीब 45 फीसदी और ब्रिटेन में 41 फीसदी कपल तलाक लेकर अलग हो जाते हैं.
वहीं, चीन में जापान से कम 30 फीसदी लोग ही तलाक लेते हैं. हालांकि, जापान में तलाक की ये दर हाल के समय में ही बढी है. एक महिला ने ट्वीट किया है कि मेरे पति बहुत जोर से बोलते हैं. वह खाना खाते समय आवाज करते हैं. पूरे दिन तेज आवाज में टीवी चलाते हैं. वह कमरे में बीचो-बीच सोते हैं. साथ ही जोर-जोर से खर्राटे लेते हैं. 10 दिन हो चुके हैं. पता ये सब और कितने दिन चलता रहेगा.

अमेरिका में जापान से ज्यादा करीब 45 फीसदी और ब्रिटेन में 41 फीसदी कपल तलाक लेकर अलग हो जाते हैं.
महिलाएं ट्विटर पर बता रही हैं अपनी परेशानियां
ट्विटर पर एक महिला ने लिखा है, 'मेरे पति हर समय पीते रहते हैं. घर में इधर-उधर टहलते रहते हैं. अपने हाथ भी नहीं धोते. उन्हें किचिन के काम की कोई जानकारी नहीं है. इस तरह की असमानता अमूमन स्वीकार कर ली जाती हैं, लेकिन मैा अपने भविष्य के बारे में गंभीरता से सोच रही हूं.' एक महिला ने लिखा है कि मेरे पति ने मुझे नौकरानी समझ लिया है. एक महिला ने लिखा है कि इस तरह साथ रहने से तलाक ले लेना ज्यादा आसान है. मैं अपनी सभी चिंताओं से मुक्त होना चाहती हूं. मैं अपने पति को देख-देख कर तंग आ चुकी हूं. मैं सांस लेना चाहती हूं. निशिनोमिया में डायवोर्स मामलों के विशेषज्ञ वकील शीगोतो लिखते हैं कि हमने ऐसे हालात पहले कभी नहीं देखे हैं. पति या तो घर से काम कर रहे हैं या अपनी नौकरी खोकर बैठे हैं. बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं.
घर में दफ्तर खुलना बन गया है बडी समस्या
गोतो लिखते हैं कि अधिकारी हर समय घर में ही रहने को कह रहे हैं. लोग वीकेंड (Weekend) पर भी घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. कुछ लोगों के लिए घर दफ्तर बन गया है. यही सबसे बडी समस्या है. जब लोगों के आसपास का माहौल बदलता है तो उनमें तनाव बढ जाता है. इससे शादियां टूट रही हैं. उनका कहना है कि लोगों को अपनी शादी बचाने के लिए बहुत ज्यादा तनाव होने पर एकदूसरे से बातचीत करनी चाहिए. इसके अलावा वह कहते हैं कि पति-पत्नी को मिलकर खाना बनाना चाहिए. हाथ धोने को जरूरी नियम बना लेना चाहिए ताकि परिजन संक्रमित होने से बचे रहें. वहीं, जो पति-पत्नी कोरोना वायरस के खिलाफ मुकाबले में सहयोग के लिए बाहर निकल रहे हैं, उनके लिए गोतो नपे शादी बचाने के दूसरे उपाय बताए हैं.

विशेषज्ञों का कहना है कि वर्क फ्रॉम होम के कारण पैदा हुए तनाव के कारण रिश्तों में दूरियां बढ रही हैं.
महिलाएं ही नहीं पुरुष भी बता रहे परेशानियां
एक महिला ने ट्वीट किया है कि उसके ससुर पूरे दिन कुछ नहीं करते हैं. वह एक जगह बैठे रहते हैं और मेरी बुजुर्ग सास से उम्मीद करते हैं कि वो घर में सफाई रखें, उनके लिए तीन वक्त का खाना बनाकर दें और उनका मनोरंजन भी करें. लोग घर में खाली बैठे बैठे पागल हो गए हैं.
एससीएमपी की रिपोर्ट के मुताबिक, काफी संख्या में ऐसे पति भी हैं, जो अपनी पत्नियों से परेशान हो चुके हैं. ऐसे ही एक व्यक्ति ने लिखा है कि अपनी शादी बचानी हो तो कुछ भी होने पर पत्नी को सॉरी बोल दो. उसने लिखा है कि जब भी किसी बात पर मेरी अपनी पत्नी या बॉस से बहस होती है तो मैं तुरंत सॉरी बोल देता हूं. कई बार मुझे ये भी पता नहीं होता कि मैं किस गलती के लिए माफी मांग रहा हूं.
जापान की कंपनी ने सुझाया शानदार विकल्प
जापान की एक कंपनी ने लोगों के पारिवारिक संबंधों को टूटने से बचाने और तलाक के मामलों पर अंकुश लगाने के साथ ही अपना बिजनेस चमकाने की तरकीब ढूंढ निकाली है. जापानी फर्म ने ने तनाव में जी रहे लोगों को किराये पर फ्लैट उपलब्ध कराने की पेशकश की है. टोक्यो की कासोकू कंपनी ने कहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान तलाक के बारे में सोचने से पहले हमसे पहले बात कर लें. कंपनी ने उन्हें अपने तमाम सुविधाओं वाले अपार्टमेंट में रहने का ऑफर दिया है. इस कंपनी का ये ऑफर 3 अप्रैल से ही शुरू हो गया है. इसके तहत काफी लोगों फायदा भी उठा रहे हैं.
ये भी देखें:
मुसोलिनी की आज ही के दिन हुई थी हत्या, गुस्साए लोगों ने लाश की कर दी थी दुर्दशा
संक्रमण से उबरे हर मरीज के प्लाज्मा का कोरोना के इलाज में नहीं हो सकता इस्तेमाल, जानें क्या हैं रक्तदान की शर्तें
Corona Impact: 200 साल से रमजान में हर रोज गरजने वाली रायसेन किले की तोप 3 दिन से है खामोश
WHO ने कहा, बार-बार संक्रमित कर सकता है कोरोना वायरस, इम्युनिटी पासपोर्ट जारी करने से बचें देशundefined
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: America, Britain, China, Corona Knowledge, Coronavirus, Coronavirus Epidemic, Coronavirus in India, Coronavirus pandemic, Divorce, Japan, Lockdown, Lockdown. Covid 19
FIRST PUBLISHED : April 28, 2020, 19:22 IST