बेटे को खो देने के बाद दूसरे बच्चों को ब्रेस्ट मिल्क डोनेट करती हैं ये महिला, फेसबुक पर लिखी कहानी
News18Hindi Updated: November 27, 2019, 7:16 PM IST

महिला पिछले 63 दिनों से अपना ब्रेस्ट मिल्क निकालकर जरूरतमंद नवजातों को दे रही हैं.
नील्सविले (Neillsville) की रहने वालीं सिएरा स्ट्रैंगफेल्ड और उनके पति ली को बहुत खुशी हुई जब उन्हें पता चला कि वह दूसरी बार पैरेंट्स बनने वाले हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: November 27, 2019, 7:16 PM IST
अमेरिका की एक महिला को इंटरनेट पर 'एंजल' के नाम से सम्मानित किया जा रहा है. इसके पीछे का कारण ये है कि वह महिला पिछले 63 दिनों से अपना ब्रेस्ट मिल्क निकालकर जरूरतमंद नवजातों को दे रही हैं. आपको बता दें कि उस महिला के बच्चे की जन्म के कुछ घंटो बाद ही मौत हो गई थी. अपने इस दुख से उबरने के लिए उस महिला ने अपना ब्रेस्ट मिल्क दूसरे जरूरतमंद बच्चों को देना शुरू किया है. नील्सविले (Neillsville) की रहने वालीं सिएरा स्ट्रैंगफेल्ड और उनके पति ली को बहुत खुशी हुई जब उन्हें पता चला कि वह दूसरी बार पैरेंट्स बनने वाले हैं. उन्होंने फैसला किया कि उनके बच्चे का नाम सैम्यूल होगा.
इसे भी पढ़ेंः Viral Video: छोटे से कुत्ते ने चलाई SUV, भरी सड़क को मिनटों में कर लिया पार
बच्चे का जन्म समय से पहले भी हो सकता है
हालांकि प्रेग्नेंसी के दौरान ही उन्हें पता चल गया था कि गर्भ में पल रहे उनके बच्चो को Trisome 18 orEdward’s Syndrome नामक एक दुर्लभ जेनेटिक बीमारी है. इस बीमारी का अभी तक कोई इलाज नहीं था जिसमें कि बच्चा एक एक्स्ट्रा क्रोमोजोम के साथ जन्म लेता है. इस कंडीशन में बच्चे का जन्म समय से पहले भी हो सकता है और जन्म के बाद ही मौत भी हो सकती है. गर्भ में पल रहे बच्चे की हालत को देखते हुए दोनों ने इमरजेंसी में डिलीवरी की तय डेट से पहले ही ऑपरेशन कराना सही समझा ताकि वह बच्चे को जिंदा देख सकें.
ब्रेस्ट मिल्क डोनेट करना शुरू किया
इसके बाद भी बच्चे को बचाया नहीं जा सके और उसने जन्म के कुछ घंटे बाद ही अपना दम तोड़ दिया. इस दुख से उबरने के लिए ही सिएरा स्ट्रैंगफेल्ड अपना ब्रेस्ट मिल्क निकालकर जरूरतमंद नवजातों को डोनेट कर रही हैं. उसने अपनी बेटी पोर्टर के जन्म के दौरान इसी तरह का दान करते हुए किसी और महिला को देखा था जिसके बाद उसने ये फैसला लिया.ये पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है
महिला ने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा है- सैम्यूल की मौत से पहले ही मैंने ये तय कर लिया था कि मैं अपना ब्रेस्ट मिल्क डोनेट करूंगी. बेटी पोर्टर को करीब एक साल तक मैंने किसी कारणवश इसी तरह का डोनेट दूध पिलाया था. मैं सैम्यूल की जिंदगी बचा नहीं पाई लेकिन शायद किसी और बच्चे की जान बच जाए. महिला का ये पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. सिएरा स्ट्रैंगफेल्ड ने स्वीकार किया कि उनके दिमाग में ये बात कई बार आई कि क्या उनका फैसला सही है लेकिन बेटे को याद करते ही वह सबकुछ भूल जाती थीं. उनका कहना है कि यह एक ऐसी एक्टिविटी है जो कि उन्हें उनके मृत बेटे सैम्यूल से जोड़कर रखती है.
इसे भी पढ़ेंः TikTok Viral Video: ब्यूटी टिप्स के बहाने लड़की ने बताया- चीन में मुसलमानों पर हो रहे जुल्म
उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा है कि पंपिंग करना कोई आसान काम नहीं है. यह शारीरिक और मनासिक तौर पर काफी कठिन है. खासकर उस समय जब आपके पास बच्चा न हो. अपने बेटे के जन्म से पहले उन्होंने NICU milkbanks से 500 ounces दूध मांगा था. उन्होंने लिखा है कि अस्पताल के डिलीवरी वॉर्ड में चलना भी उनके दुख को बढ़ाता है. हालांकि उन्हें यकीन है कि उनके इस काम में सैम्यूल उनके साथ है. कई पैरेंट्स ने सिएरा स्ट्रैंगफेल्ड के इस पोस्ट पर उन्हें धन्यवाद देते हुए उनके इस काम को सराहा है. साथ ही ह्यूमन मिल्क बैंक की जरूरत को भी हाईलाइट किया है.
इसे भी पढ़ेंः Viral Video: छोटे से कुत्ते ने चलाई SUV, भरी सड़क को मिनटों में कर लिया पार
बच्चे का जन्म समय से पहले भी हो सकता है
हालांकि प्रेग्नेंसी के दौरान ही उन्हें पता चल गया था कि गर्भ में पल रहे उनके बच्चो को Trisome 18 orEdward’s Syndrome नामक एक दुर्लभ जेनेटिक बीमारी है. इस बीमारी का अभी तक कोई इलाज नहीं था जिसमें कि बच्चा एक एक्स्ट्रा क्रोमोजोम के साथ जन्म लेता है. इस कंडीशन में बच्चे का जन्म समय से पहले भी हो सकता है और जन्म के बाद ही मौत भी हो सकती है. गर्भ में पल रहे बच्चे की हालत को देखते हुए दोनों ने इमरजेंसी में डिलीवरी की तय डेट से पहले ही ऑपरेशन कराना सही समझा ताकि वह बच्चे को जिंदा देख सकें.
ब्रेस्ट मिल्क डोनेट करना शुरू किया
इसके बाद भी बच्चे को बचाया नहीं जा सके और उसने जन्म के कुछ घंटे बाद ही अपना दम तोड़ दिया. इस दुख से उबरने के लिए ही सिएरा स्ट्रैंगफेल्ड अपना ब्रेस्ट मिल्क निकालकर जरूरतमंद नवजातों को डोनेट कर रही हैं. उसने अपनी बेटी पोर्टर के जन्म के दौरान इसी तरह का दान करते हुए किसी और महिला को देखा था जिसके बाद उसने ये फैसला लिया.
Loading...
महिला ने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा है- सैम्यूल की मौत से पहले ही मैंने ये तय कर लिया था कि मैं अपना ब्रेस्ट मिल्क डोनेट करूंगी. बेटी पोर्टर को करीब एक साल तक मैंने किसी कारणवश इसी तरह का डोनेट दूध पिलाया था. मैं सैम्यूल की जिंदगी बचा नहीं पाई लेकिन शायद किसी और बच्चे की जान बच जाए. महिला का ये पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. सिएरा स्ट्रैंगफेल्ड ने स्वीकार किया कि उनके दिमाग में ये बात कई बार आई कि क्या उनका फैसला सही है लेकिन बेटे को याद करते ही वह सबकुछ भूल जाती थीं. उनका कहना है कि यह एक ऐसी एक्टिविटी है जो कि उन्हें उनके मृत बेटे सैम्यूल से जोड़कर रखती है.
इसे भी पढ़ेंः TikTok Viral Video: ब्यूटी टिप्स के बहाने लड़की ने बताया- चीन में मुसलमानों पर हो रहे जुल्म
उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा है कि पंपिंग करना कोई आसान काम नहीं है. यह शारीरिक और मनासिक तौर पर काफी कठिन है. खासकर उस समय जब आपके पास बच्चा न हो. अपने बेटे के जन्म से पहले उन्होंने NICU milkbanks से 500 ounces दूध मांगा था. उन्होंने लिखा है कि अस्पताल के डिलीवरी वॉर्ड में चलना भी उनके दुख को बढ़ाता है. हालांकि उन्हें यकीन है कि उनके इस काम में सैम्यूल उनके साथ है. कई पैरेंट्स ने सिएरा स्ट्रैंगफेल्ड के इस पोस्ट पर उन्हें धन्यवाद देते हुए उनके इस काम को सराहा है. साथ ही ह्यूमन मिल्क बैंक की जरूरत को भी हाईलाइट किया है.
News18 Hindi पर सबसे पहले Hindi News पढ़ने के लिए हमें यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें. देखिए लाइफ़ से जुड़ी लेटेस्ट खबरें.
First published: November 27, 2019, 6:52 PM IST
Loading...