दिल जीत लेगा ये ‘तिल’, जरा इस्तेमाल करके तो देखो …

तिल के फायदे जानें
Sesame Seeds Benefits: भारत के प्राचीन ग्रंथों में भी तिल का जिक्र मिलता है. तिल में विटामिन, मिनिरल्स, कैल्शियम, आयरन, मैग्निशियम, फाइबर, कॉपर, जिंक और प्रोटीन होता है...
- News18Hindi
- Last Updated: January 18, 2021, 10:07 AM IST
(विवेक कुमार पांडेय)
‘तिल का ताड़’ बनाने की कहावत तो आपने खूब सुनी होगी. शायद ताड़ के सामने इसके छोटे आकार को लेकर यह कहावत कही गई होगी. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि यह तिल बड़े ही काम का होता है. इसे कई तरह से खाया जाता है और इसके खाने के अलग-अलग फायदे भी हैं. तो आइए जानते हैं तिल के बारे में…
असल में तिल (sesame seeds) एक पुष्पीय पौधा है. वैसे तो वैज्ञानिकों के अनुसार इसका संबंध अफ्रीका से है लेकिन भारत में भी इसे सैकड़ों सालों से उगाया जा रहा है. यहां तक कि तिल को दुनिया का सबसे पुराना तिलहन माना जाता है और इसके इस्तेमाल के 5 हजार साल पुराने सबूत भी मिले हैं.
एक आंकड़े के अनुसार, सन 2018 में दुनियाभर में 6 मिलियन टन तिल (sesame seeds) का उत्पादन किया गया था. आपको जान कर खुशी होगी कि भारत, भूटान और म्यांमार इसके सबसे बड़े उत्पादक देश हैं. तिल से तेल तो निकलता ही है साथ ही यह अन्य तरीके से भी दुनियाभर में खाया जाता है.कई स्थानों पर रोटी-चावल के साथ तो इसे खाते ही हैं लेकिन भारत में मिठाईयों में तिल का प्रयोग खूब होता है. जाड़े के दिनों में तिल के बिना तो कोई भी गुड़ व्यंजन पूरा ही नहीं माना जाता. इसके साथ ही तिल के लड्डू और रेवड़ियां भी खूब खाई जाती हैं.
तिल का महत्व आप इसी से समझ सकते हैं कि ‘तेल’ शब्द ही ‘तिल’ से बना हुआ है. भारत के प्राचीन ग्रंथों में भी तिल का जिक्र मिलता है. साथ ही कई हिंदू कर्मकांडों में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है. भारत में काला और सफेद दो तरह के तिल पाए जाते हैं.
इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन, मिनिरल्स, कैल्शियम, आयरन, मैग्निशियम, फाइबर, कॉपर, जिंक और प्रोटीन होता है. माना जाता है कि इसकी तासीर गर्म है इसलिए यह कफ-पित्त दोनों में आराम देता है. बालों के लिए इसे बेहतर माना गया है.
‘तिल का ताड़’ बनाने की कहावत तो आपने खूब सुनी होगी. शायद ताड़ के सामने इसके छोटे आकार को लेकर यह कहावत कही गई होगी. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि यह तिल बड़े ही काम का होता है. इसे कई तरह से खाया जाता है और इसके खाने के अलग-अलग फायदे भी हैं. तो आइए जानते हैं तिल के बारे में…
असल में तिल (sesame seeds) एक पुष्पीय पौधा है. वैसे तो वैज्ञानिकों के अनुसार इसका संबंध अफ्रीका से है लेकिन भारत में भी इसे सैकड़ों सालों से उगाया जा रहा है. यहां तक कि तिल को दुनिया का सबसे पुराना तिलहन माना जाता है और इसके इस्तेमाल के 5 हजार साल पुराने सबूत भी मिले हैं.
एक आंकड़े के अनुसार, सन 2018 में दुनियाभर में 6 मिलियन टन तिल (sesame seeds) का उत्पादन किया गया था. आपको जान कर खुशी होगी कि भारत, भूटान और म्यांमार इसके सबसे बड़े उत्पादक देश हैं. तिल से तेल तो निकलता ही है साथ ही यह अन्य तरीके से भी दुनियाभर में खाया जाता है.कई स्थानों पर रोटी-चावल के साथ तो इसे खाते ही हैं लेकिन भारत में मिठाईयों में तिल का प्रयोग खूब होता है. जाड़े के दिनों में तिल के बिना तो कोई भी गुड़ व्यंजन पूरा ही नहीं माना जाता. इसके साथ ही तिल के लड्डू और रेवड़ियां भी खूब खाई जाती हैं.
तिल का महत्व आप इसी से समझ सकते हैं कि ‘तेल’ शब्द ही ‘तिल’ से बना हुआ है. भारत के प्राचीन ग्रंथों में भी तिल का जिक्र मिलता है. साथ ही कई हिंदू कर्मकांडों में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है. भारत में काला और सफेद दो तरह के तिल पाए जाते हैं.
इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन, मिनिरल्स, कैल्शियम, आयरन, मैग्निशियम, फाइबर, कॉपर, जिंक और प्रोटीन होता है. माना जाता है कि इसकी तासीर गर्म है इसलिए यह कफ-पित्त दोनों में आराम देता है. बालों के लिए इसे बेहतर माना गया है.