भूल जाएंगे गुलाबी शहर जब देखेंगे दुनिया की मशहूर ये 4 'ब्लू सिटीज'

वर्ल्ड के वह चार शहर जो अपने नीले रंग के लिए दुनियाभर में हुए फेमस
कुछ शहर ऐसे भी हैं जो अपने खास रंगों की कहानी के लिए दुनियाभर के पर्यटकों (Tourist) को अपनी ओर अट्रैक्ट करते आए है. जी हां, हम बात कर रहे हैं उन खास शहरों की जो अपने नीले रंग (Blue Colour) से सजे होने के कारण टूरिस्टों के बीच फेमस हैंं.
- News18Hindi
- Last Updated: January 23, 2021, 11:01 AM IST
वर्ल्ड मैप (World Map) पर नजर डालिए तो इतिहास के पन्नों में हर शहर की कोई ना कोई कहानी जरूर मिल जाएगी. कोई अपने खाने के लिए फेमस है तो कोई नाइट लाइफ के लिए. कहीं का ड्रेस फेमस है तो कोई अपने खास बिल्डिंग स्ट्रक्चर के कारण. ऐसे ही कुछ शहर ऐसे भी हैं जो अपने खास रंगों की कहानी के लिए दुनियाभर के पर्यटकों (Tourist) को अपनी ओर अट्रैक्ट करते आए हैं. जी हां, हम बात कर रहे हैं उन खास शहरों की जो अपने नीले रंग (Blue Colour) से सजे होने के कारण टूरिस्टों के बीच फेमस हैंं.
1. जोधपुर, भारत
राजस्थान का यह शहर जोधपुर विदेशी ट्रैवलर्स के बीच बहुत ही पॉपुलर है. इसके रंग के पीछे कहानी कही जाती है कि राजस्थान के थार रेगिस्तान के इस सिटी के कुछ भाग में ब्लू रंग का एरिया था जहां भारतीय समाज के ब्राहमण रहते थे. उनकी पहचान दूर से ही हो इसलिए यह परंपरा आगे भी बढ़ी और आज यह सिटी ब्लू रंग के कारण फेमस हो गई है. उन्नत सामाजिक जाति का सिंबल रहा यह नगर आज अपने रंग की वजह से टूरिस्ट अट्रैक्शन का केंद्र बन गया है. कहा यह भी जाता है कि मसाला बाजारों और कई बड़े बाजारों का क्षेत्र होने के कारण इसे नीला रंग दिया गया था जिससे यहां शांति बनी रहे.
2.सिटी बू सईद, ट्यूनीशियाट्यूनीशिया के निकट यह सिटी बू सईद नगर कहलाता है. कहा जाता है कि इस नगर को इस क्षेत्र के प्रसिद्ध निवासी, अबू मदान के एक स्टूडेंट ने सजाया था. जबकि यहां के एक निवासी बैरन रोडोलने डी एरलांगर को इस सिटी को ब्लू रंग देने का क्रेडिट दिया जाता है. यह एक फ्रांसिसी आर्टिस्ट थे जिन्हें चित्रकारी का जूनून था, यह सिटी नीला और सफेद रंग का है.
3.जुजकर, स्पेन
स्पेन का एक छोटा सा गांव जुजकर. यहां के नीले रंग के पीछे भी कहानी है. इस पॉपुलर कल्चर के गांव के बारे में कहा जाता है कि यहां ‘‘द स्मर्फ 3 डी’’ नाम के मूवी की शूटिंग के दौरान इस रंग से रंगा गया था. लेकिन बाद में जब प्रोडक्शन टीम ने गांव वालों को अपने मर्जी का रंग लगाने के लिए कहा गया तो गांव वालों ने इसी रंग को अपना लिया. तब से यह शहर इसी रंग में सजा है.
4. शेफचैएन, मोरक्को
मोरक्को का यह शहर वाकई खूबसूरत है. इसे 1471 में यह रंग मिला. इस नगर की दीवारें नीली और किवाड़ बिंदीदार है. रंगों के इस कॉम्बीनेशन की वजह से यहां माउंटेन साइट बहुत ही खूबसूरत नजर आता है. कहा जाता है कि स्पेन से फरार यहूदी शरणाथियों ने यहां शरण लिया था और तभी से यहां की दीवारों पर नीला रंग है .बताते हैं कि 1471 में यह पूरी तरह से नीले रंग में रंग दिया गया था। (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
1. जोधपुर, भारत
राजस्थान का यह शहर जोधपुर विदेशी ट्रैवलर्स के बीच बहुत ही पॉपुलर है. इसके रंग के पीछे कहानी कही जाती है कि राजस्थान के थार रेगिस्तान के इस सिटी के कुछ भाग में ब्लू रंग का एरिया था जहां भारतीय समाज के ब्राहमण रहते थे. उनकी पहचान दूर से ही हो इसलिए यह परंपरा आगे भी बढ़ी और आज यह सिटी ब्लू रंग के कारण फेमस हो गई है. उन्नत सामाजिक जाति का सिंबल रहा यह नगर आज अपने रंग की वजह से टूरिस्ट अट्रैक्शन का केंद्र बन गया है. कहा यह भी जाता है कि मसाला बाजारों और कई बड़े बाजारों का क्षेत्र होने के कारण इसे नीला रंग दिया गया था जिससे यहां शांति बनी रहे.
2.सिटी बू सईद, ट्यूनीशियाट्यूनीशिया के निकट यह सिटी बू सईद नगर कहलाता है. कहा जाता है कि इस नगर को इस क्षेत्र के प्रसिद्ध निवासी, अबू मदान के एक स्टूडेंट ने सजाया था. जबकि यहां के एक निवासी बैरन रोडोलने डी एरलांगर को इस सिटी को ब्लू रंग देने का क्रेडिट दिया जाता है. यह एक फ्रांसिसी आर्टिस्ट थे जिन्हें चित्रकारी का जूनून था, यह सिटी नीला और सफेद रंग का है.
3.जुजकर, स्पेन
स्पेन का एक छोटा सा गांव जुजकर. यहां के नीले रंग के पीछे भी कहानी है. इस पॉपुलर कल्चर के गांव के बारे में कहा जाता है कि यहां ‘‘द स्मर्फ 3 डी’’ नाम के मूवी की शूटिंग के दौरान इस रंग से रंगा गया था. लेकिन बाद में जब प्रोडक्शन टीम ने गांव वालों को अपने मर्जी का रंग लगाने के लिए कहा गया तो गांव वालों ने इसी रंग को अपना लिया. तब से यह शहर इसी रंग में सजा है.
4. शेफचैएन, मोरक्को
मोरक्को का यह शहर वाकई खूबसूरत है. इसे 1471 में यह रंग मिला. इस नगर की दीवारें नीली और किवाड़ बिंदीदार है. रंगों के इस कॉम्बीनेशन की वजह से यहां माउंटेन साइट बहुत ही खूबसूरत नजर आता है. कहा जाता है कि स्पेन से फरार यहूदी शरणाथियों ने यहां शरण लिया था और तभी से यहां की दीवारों पर नीला रंग है .बताते हैं कि 1471 में यह पूरी तरह से नीले रंग में रंग दिया गया था। (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)