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पैर में अल्सर होने की समस्या को न करें नजरअंदाज, हो सकती है कोई गंभीर बीमारी, जानें इसके कारण

पैर के अल्‍सर परेशानी बन सकते हैं,(Image-Canva)

पैर के अल्‍सर परेशानी बन सकते हैं,(Image-Canva)

पैर में होने वाला अल्‍सर बहुत ही रेयर डिजीज है, जिससे लगभग चार प्रतिशत लोग प्रभावित हैं. अगर इसका इलाज समय रहते न कराया ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

पैर में अल्‍सर डायबिटीज की वजह से बढ़ सकता है.
नसों में ब्‍लड जमने के कारण हो सकता है अल्‍सर.
इसका प्रॉपर ट्रीटमेंट करना बेहद जरूरी है.

Reason Of leg Ulcers:  लेग अल्‍सर एक असाधारण बीमारी है जिसके बारे में अधिकतर लोग नहीं जानते होंगे. लेग अल्‍सर को वीनस अल्‍सर के नाम से भी जाना जाता है. पैर में होने वाले अल्‍सर की शुरुआत में नसो में ब्‍लड क्‍लॉट होने लगता है जो बाद में अल्‍सर में तबदील हो जाता है. ये बेहद ही दर्दनाक होता है जिसमें चलने और बैठने में समस्‍या हो सकती है. लेग अल्‍सर पैर पर खुले घाव होते हैं जो उपचार के बावजूद ठीक होने में दो से अधिक समय लगा सकते हैं.

ये अल्‍सर आमतौर पर एंकल यानी टखने और घुटने के बीच में दिखाई देते हैं. पैर के छालों से अक्‍सर मवाद या पस निकल सकता है. इसका सही समय पर इलाज कराना बेहद जरूरी है अन्‍यथा ये घाव भी बन सकता है. लेग अल्‍सर के कई कारण हो सकते हैं जिन्‍हें जानना बेहद जरूरी है.

क्रोनिक वीनस इनसफिशिएंसी
क्रोनिक वीनस इनसफिशिएंसी की समस्‍या तब होती है जब पैर की नसों में फॉल्‍ट वॉल्‍व ब्‍लड को पैर में पीछे की ओर धकेलती हैं. क्‍लीवलैंड क्‍लीनिक के अनुसार ऐसा करने से नसों में तनाव होता है और वे फट जाती हैं जिससे सूजन, खुजली और स्किन ड्राई हो सकती है. पैर में अल्‍सर तब पड़ते हैं जब स्‍किन फट जाती है.

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डायबिटीज
हाई ब्‍लड शुगर की वजह से ब्‍लड वैसल्‍स में फैट जमा हो सकता है जो वैसल्‍स को सिकोड़ सकता है. जो डायबिटीज न्‍यूरोपैथी का कारण बन सकता है. डायबिटीज का सबसे ज्‍यादा प्रभाव पैरों पर देखा जा सकता है. डायबिटीज की वजह से पैरों के घाव भरने में प्रक्रिया धीमी हो सकती है.

हाई बीपी
हाई बीपी की वजह से पैर के निचले हिस्‍से में दर्दनाक अल्‍सर हो सकता है जिसे मार्टोरेल अल्‍सर कहा जाता है. हाई बीपी के कारण स्किन की मांसपेशियां संकरी हो जाती हैं जिससे स्किन को प्रॉपर ब्‍लड नहीं मिल पाता. इससे स्किन डैड हो सकती है और अल्‍सर का कारण बन सकती है.

पेरिफेरल आर्टरी डिजीज
ये स्थिति आर्टरीज में फैट का निर्माण करती हैं जिस वजह से पैर की ब्‍लड वैसल्‍स संकरी हो जाती हैं और ब्‍लड फ्लो खराब हो जाता है. स्‍लो ब्‍लड फ्लो पैर के अल्‍सर के उपचार को धीमा कर देता है. डायबिटीज पेशेंट्स को पीएडी विकसित होने की अधिक संभावना हो सकती है.

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पैर में अल्‍सर के लक्षण
– पैर की स्किन में खुजली
– स्किन अधिक कठोर होना
– पैर में दर्द खासकर खड़े होने पर
– स्किन का लाल, नीला और पर्पल होना
– पैरों में सूजन
पैरों में अल्‍सर की समस्‍या सामान्‍य नहीं है. इस समस्‍या से निपटने के लिए इसका सही उपचार जरूरी है. पैर में होने वाली किसी भी समस्‍या के लिए चिकित्‍सक की सलाह लें.

Tags: Health, Lifestyle

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