अस्थमा में डाइट का रखें विशेष ध्यान, (image-canva)
Eat And Delete These Things In Asthma- अस्थमा एक क्रोनिक कंडीशन है जिसके चलते एयरवेज यानी वायुमार्ग में सूजन आ जाती है. कई बार इस स्थिति में सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है. सर्दी के मौसम में अस्थमा के पेशेंट्स को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ठंडी हवा और प्रदूषण की वजह से कई बार अस्थमा बढ़ जाता है. ऐसे में जरूरी है कि पेशेंट को अपनी लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव करे. सर्दी के मौसम में कई ऐसी चीजें हैं जिसके सेवन से खांसी या सांस से संबंधित समस्याएं बढ़ सकती हैं. अधिक ठंडा या खट्टा खाने से गले में सूजन और दर्द की आशंका बढ़ जाती है. वहीं कुछ ऐसे फूड आइटम्स भी हैं जो अस्थमा में राहत पहुंचा सकते हैं. चलिए जानते हैं अस्थमा में किन चीजों को करें ईट और डिलीट.
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अस्थमा में किन चीजों को करें डाइट में शामिल
हेल्थ डॉट कॉम के अनुसार कुछ ऐसे पोषक तत्व हैं जो हर मौसम में शरीर के लिए लाभदायक होते हैं. खासकर अस्थमा के पेशेंट्स इनका सेवन करके अस्थमा के लक्षणों को मैनेज कर सकते हैं.
गाजर
बीटा-कैरोटीन और विटामिन सी से भरपूर गाजर में सूजन से लड़ने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं जो एयरवेज को नुकसान से बचाने में मदद कर सकते हैं. रेस्पिरेटरी सेल्स और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाने में विटामिन सी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. सर्दी के मौसम में इसे भुना या ग्रिल करके खाया जा सकता है.
सिट्रस
विटामिन सी से भरपूर संतरे, नींबू, लाइम और ग्रेपफ्रूट का सेवन अस्थमा को कंट्रोल करने के लिए किया जा सकता है. सिट्रस फ्रूट में मौजूद पानी डिहाइड्रेशन से बचाता है. लेकिन अधिक खट्टा फ्रूट खाने से बचें.
बादाम
बादाम का सेवन करने से रेस्पिरेटरी सिस्टम की नाजुक झिल्लियों को बचाने में मदद मिलती है. इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन ई होता है जो दैनिक 45 प्रतिशत विटामिन ई की पूर्ति कर सकता है.
ओट्स
एक स्वस्थ गट फेफड़ों के कार्य में मदद कर सकती है. ओट्स में भरपूर मात्रा में फाइबर और गुड बैक्टीरिया होते हैं जो आंत को दुरुस्त रखते हैं.
अस्थमा में किन चीजों को करें डाइट से डिलीट
मूंगफली और ट्री नट्स
मूंगफली और ट्री नट्स को एलर्जी फूड माना जाता है. खासकर अस्थमा में इसका सेवन करने से खांसी और सांस संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.
प्रोसेस्ड मीट
सॉसेज, बेकन और सलामी जैसे प्रोसेस्ड मीट में अधिक मात्रा में फैट और कोलेस्ट्रॉल होता है जो फेफड़ों की सूजन का कारण बन सकता है. प्रोटीन के लिए फिश, अंडा और लीन मीट का सेवन किया जा सकता है.
डेयरी
दूध, दही और पनीर सहित डेयरी प्रोडक्ट अस्थमा को बढ़ा सकते हैं. दूध से कई लोगों को एलर्जी हो सकती है जो फेफड़ों के लिए समस्या पैदा कर सकता है.
सल्फाइट
शराब पीने वाले लोग अक्सर रेड वाइन का सेवन करते हैं. रेड वाइन में सल्फाइट अधिक मात्रा में होता है जो अस्थमा के लक्षणों को ट्रिगर कर सकता है.
सर्दी के मौसम में अस्थमा के पेशेंट को खास ध्यान रखने की आवश्यकता होती है. खासकर खाने को लेकर लापरवाही समस्या का सबब बन सकती है. किसी भी चीज को खाने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें.
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