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Hair Transplant Myths: क्या हेयर ट्रांसप्लांट करते वक्त बहता है खून? जानें इससे जुड़ी 5 सबसे बड़ी गलतफहमी

हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान खोपड़ी के कुछ हिस्सों से बाल गंजेपन वाली जगह पर ट्रांसप्लांट किए जाते हैं.

हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान खोपड़ी के कुछ हिस्सों से बाल गंजेपन वाली जगह पर ट्रांसप्लांट किए जाते हैं.

Myths And Facts About Hair Transplant- गंजेपन की समस्या से जूझ रहे तमाम लोग हेयर ट्रांसप्लांट करवाना पसंद करते हैं. कुछ ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

हेयर ट्रांसप्लांट हमेशा क्वालिफाइड सर्जन से ही कराना चाहिए.
सही तरीके से किया गया ट्रांसप्लांट नुकसानदायक नहीं होता है.

Bursting Hair Transplant Myths: वर्तमान समय में कम उम्र के लोगों को भी गंजेपन का सामना करना पड़ रहा है. गंजेपन की समस्या से जूझ रहे तमाम लोग अपनी पर्सनैलिटी को मेंटेन करने के लिए हेयर ट्रांसप्लांट (Hair Transplant) का सहारा ले रहे हैं. पिछले कुछ सालों में हेयर ट्रांसप्लांट (HT) का ट्रेंड भारत में भी तेजी से बढ़ा है. हालांकि कुछ केस में हेयर ट्रांसप्लांट के चक्कर में लोगों ने अपनी जान गंवा दी. ऐसे मामले सामने आने के बाद लोगों के दिमाग में हेयर ट्रांसप्लांट को लेकर कुछ गलतफहमी भी बैठ गई हैं. कुछ लोग मानते हैं कि इस प्रक्रिया से कैंसर हो सकता है, तो कुछ लोग इसे बेहद दर्दनाक प्रोसेस बताते हैं. कॉस्मेटिक सर्जन से आज हेयर ट्रांसप्लांट के बारे में कॉमन मिथ्स (Myths) और उनकी सच्चाई के बारे में जानेंगे.

क्या होता है हेयर ट्रांसप्लांट?

नई दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल के प्लास्टिक एंड कॉस्मेटिक सर्जन डॉ. रमन शर्मा के मुताबिक हेयर ट्रांसप्लांट एक सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें खोपड़ी के कुछ हिस्सों से बाल निकालकर गंजेपन वाली जगह पर ट्रांसप्लांट यानी प्रत्यारोपित कर दिए जाते हैं. आमतौर पर हेयर ट्रांसप्लांट के दो तरीके होते हैं. पहला मेथड फॉलिक्युलर यूनिट एक्सट्रैक्शन (FUE) होता है और दूसरा फॉलिक्युलर यूनिट ट्रांसप्लांट (FUT), जिसे स्ट्रिप मेथड भी कहा जाता है. आप किसी क्वालिफाइड सर्जन से हेयर ट्रांसप्लांट कराएंगे तो यह काफी सेफ प्रक्रिया मानी जाती है और इसमें रिस्क न के बराबर होता है.

हेयर ट्रांसप्लांट के बारे में 5 सबसे बड़ी गलतफहमी

Myth- हेयर ट्रांसप्लांट से कैंसर हो सकता है.

Fact- डॉ. रमन शर्मा कहते हैं कि लोगों के दिमाग में सबसे बड़ी गलतफहमी यह है कि हेयर ट्रांसप्लांट से कैंसर हो सकता है. सच्चाई यह है कि हेयर ट्रांसप्लांट से कैंसर नहीं हो सकता, क्योंकि यह प्रक्रिया सेफ होती है और व्यक्ति के सिर पर लगाए जाने वाले बाल उसी की खोपड़ी या अन्य हिस्सों से लिए जाते हैं. जो ऑर्गन दूसरे लोगों के शरीर से निकालकर ट्रांसप्लांट किए जाते हैं, उनमें कैंसर का कुछ खतरा होता है. जबकि हेयर ट्रांसप्लांट बिल्कुल सेफ होता है.

Myth- इस प्रक्रिया से ब्रेन और आंखों की बीमारियां हो सकती हैं.

Fact- कॉस्मेटिक सर्जन के अनुसार हेयर ट्रांसप्लांट का ब्रेन पर कोई असर नहीं होता है. हमारे ब्रेन के ऊपर खोपड़ी और मांसपेशियां होती हैं. सबसे ऊपर स्किन होती है, जिसमें हेयर ट्रांसप्लांट किया जाता है. ब्रेन तक इसका कोई भी असर नहीं पहुंचता है. आंखों की बात करें तो आंखों के आसपास सर्जरी के बाद कुछ सूजन आ सकती है, लेकिन वह दो-तीन दिन में ठीक हो जाती है. डॉक्टर इसके लिए दवा भी देते हैं. कुल मिलाकर ब्रेन और आंखों को हेयर ट्रांसप्लांट से नुकसान नहीं होता है.

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Myth- यह प्रक्रिया बेहद दर्दनाक होती है.

Fact- डॉ. रमन शर्मा कहते हैं कि हेयर ट्रांसप्लांट करने से पहले व्यक्ति को लोकल एनेस्थीसिया दिया जाता है, ताकि उसे सर्जरी के दौरान दर्द महसूस ना हो. सर्जरी के बाद दो-तीन दिन तक हल्का दर्द महसूस हो सकता है, लेकिन उसके लिए पेन किलर और अन्य दवाइयां दी जाती हैं. यह पेन कुछ दिन बाद ठीक हो जाता है.

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Myth- हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग होती है.

Fact- एक्सपर्ट की मानें तो हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान खोपड़ी को बार-बार पंच किया जाता है, तो उसमें थोड़ा बहुत खून निकलता है, लेकिन इससे बहुत ज्यादा ब्लीडिंग नहीं होती. यह सबसे बड़ी गलतफहमी है कि हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान बहुत ज्यादा खून बहता है. अगर आप अच्छे हॉस्पिटल और क्वालिफाइड डॉक्टर से यह प्रोसेस करवाएंगे तो ब्लीडिंग रोकने के लिए सारे उपाय किए जाते हैं. साथ ही ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट को भी मॉनिटर किया जाता है. इससे ब्लड लॉस नहीं होता.

Myth- हेयर ट्रांसप्लांट ज्यादा दिनों तक नहीं चलता.

Fact- डॉ. रमन शर्मा कहते हैं कि हेयर ट्रांसप्लांट में हेयर फॉलिकल को एक जगह से निकालकर दूसरी जगह लगाया जाता है. हेयर फॉलिकल्स को जड़ पकड़ने में कुछ महीने लगते हैं और यही वजह है कि ट्रांसप्लांट के बाद 2-3 महीने तक हेयर फॉल होता है. लोगों को लगता है कि हेयर ट्रांसप्लांट फेल हो गया, लेकिन ऐसा नहीं होता. हेयर ट्रांसप्लांट का अच्छी तरह असर 6 से 8 महीने के अंदर दिखाई देता है. एक बार हेयर फॉलिकल अपनी जड़ पकड़ लेते हैं तो फिर नए बाल घने और मजबूत निकलते हैं. हेयर ट्रांसप्लांट लंबे वक्त तक चल सकता है.

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