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30 के बाद आंखों में दरिया क्यों लगता है बनने? क्या हैं इतने ज्यादा पानी की वजह, डॉक्टर से जानें कैसे मिलेगी निजात

आंखों में ड्राईनेस के कारण आंखों में ज्यादा पानी आता है.

आंखों में ड्राईनेस के कारण आंखों में ज्यादा पानी आता है.

Watery Eyes Causes: आंखों से पानी आना एक स्वभाविक प्रक्रिया है लेकिन अगर यह बहुत दिनों तक लगातार जारी रहे तो इससे नुकसा ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

डॉ ऋचा ने बताया कि अगर आंखों से बहुत ज्यादा पानी आता है तो लाइफस्टाइल में बदलाव कर इसे आसानी से सही किया जा सकता है.
जब आंखों में ज्यादा ड्राईनेस होने लगता है तब आंखों के अंदर इस कमी की पूर्ति के लिए ज्यादा पानी बनने लगता है

How to Stop Watery Eye: सामान्यतया आंखों में पानी टियर ग्लैंड से आता है. जब टियर ग्लैंड में ज्यादा पानी बनता है तो आंखों में पानी भी ज्यादा आने लगता है. वैसे आंखों से जो पानी निकलता है वह बहुत उपयोगी है. पानी आंखों में लूब्रिकेंट का काम करता है और आंखों में बाहरी हमला होते ही यह उसे फ्लश आउट कर देता है. आंखों के इस पानी से इम्यून सिस्टम भी जुड़ा होता है, इसलिए यह इंफेक्शन से लड़ने में मददगार है. आंखों में ज्यादा पानी आने की समस्या अपने आप ठीक हो जाती है लेकिन अगर यह ज्यादा दिनों तक जारी रहे तो यह क्रोनिक समस्या बन जाती है. इसलिए इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. सामान्य आदतों में सुधार लाकर इसे ठीक किया जा सकता है.

30 साल की उम्र के बाद कुछ लोगों में आंखों में पानी आने की ज्यादा समस्या होती है. दरअसल, इसके लिए कई वजहें जिम्मेदार हो सकती है. लेकिन ज्यादा प्रदूषण, टीवी, मोबाइल, गैजेट जैसे स्क्रीन लाइट का ज्यादा इस्तेमाल आंखों में ज्यादा पानी आने का प्रमुख कारण है. इसके लिए किस तरह का सुधार करना चाहिए इसी बात को लेकर हमने श्रॉफ आई सेंटर, दिल्ली में आई स्पेशलिस्ट डॉ. ऋचा प्यारे से बात की.

ज्यादा पानी आने के क्या हैं कारण
डॉ. ऋचा प्यारे ने बताया कि आंखों में ज्यादा पानी आने के दो-तीन प्रमुख कारण होते हैं. शहरों में प्रदूषण का प्रकोप ज्यादा हो गया है जिसका सबसे बुरा असर आंखों पर पड़ता है. दूसरा हमेशा हमें स्क्रीन के पास बैठकर काम करना पड़ता है. इसकी तेज रोशनी हमारी आंखों में ज्यादा ड्राईनेस लाती है. यानी टियर ग्लैंड को प्रभावित करता है. जब आंखों में ज्यादा ड्राईनेस होने लगता है तब आंखों के अंदर इस कमी की पूर्ति के लिए ज्यादा पानी बनने लगता है और यह पानी आंखों से बाहर आता रहता है. बाहर के खराब वातावरण के अलावा आंखों में खिंचाव, साइनस, कॉमन कोल्ड, एलर्जी, आंखों में इंफेक्शन, सूजन, इंज्यूरी, कुछ दवाइयों के इस्तेमाल आदि के कारण भी आंखों में ज्यादा पानी आने लगता है. कुछ मामलों में टियर ग्लैंड भी ब्लॉक हो जाता है. सामान्य मामलों में आंखें अपने आप ठीक हो जाती है लेकिन अगर इसके साथ और दिक्कत है तो यह क्रोनिक परेशानियों में बदल सकती है.

क्या-क्या हो सकती है दिक्कत

डॉ. ऋचा प्यारे ने कहा कि यदि आंखों में इंफेक्शन नहीं है या कोई बीमारी नहीं है तो हेल्दी व्यक्ति को आंखों में बहुत ज्यादा पानी आने से कोई खास दिक्कत नहीं होगी लेकिन अगर यह लगातार जारी रहता है और स्क्रीन टाइम में कमी नहीं होती है तो इससे देखने में दिक्कत और आंखों में सूजन हो सकती है. इसके साथ ही शारीरिक थकान से भी गुजरना पड़ सकता है. इन सबको दूर करने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव करना जरूरी है.

आंखों में ज्यादा पानी का इलाज क्या है
डॉ ऋचा ने बताया कि अगर आंखों से बहुत ज्यादा पानी आता है लेकिन आंखों में और कोई परेशानी नहीं है तो लाइफस्टाइल में बदलाव कर इसे आसानी से सही किया जा सकता है. इसके लिए रोज एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट पर्याप्त है. यदि आपका स्क्रीन टाइम बहुत ज्यादा है तो आप 20-20-20 रूल का पालन करें. इससे आंखों की एक्सरसाइज हो जाएगी. डॉ. ऋचा प्यारे ने बताया कि इसमें प्रति 20 मिनट स्क्रीन पर रहने के बाद आप 20 सेकेंड के लिए अपनी आंखों की नजरों को स्क्रीन से हटाएं और 20 मीटर की दूरी तक देखें. इस दौरान आंखों को ब्लिंक करें. कंप्यूटर या किसी भी स्क्रीन पर रहने के हर 20 मिनट बाद ऐसा करें. यानी 20 मिनट तक स्क्रीन पर रहें फिर 20 मिनट के बाद 20 सेकेंड के लिए 20 मीटर की दूरी पर आंखों को टिकाएं.

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Tags: Health, Health tips, Lifestyle

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