नियमित पीरियड आना एक महिला के स्वस्थ होने की निशानी है.
किसी भी यंग महिला के लिए हर माह पीरियड का आना स्वाभाविक और जरूरी बॉयोलॉजिकल प्रक्रिया है. इसमें ऐसा कुछ भी नहीं है जिसको लेकर बात न की जाए. हां, आज का सवाल इसी से जुड़ा हुआ है. हम आज इसको लेकर चली आ रही परंपरा की बात कर रहे हैं. वो भी साइंस और महिलाओं की राय के हिसाब से. हमने अपने परिवारों में देखा है कि पीरियड के वक्त महिलाएं नहाने और बाल धोने से बचती हैं. इसी के पीछे का कारण जानने के लिए हमने थोड़ा रिसर्च किया और आपके लिए थोड़ी जानकारियां इकट्ठा की. तो आइए जानते हैं कि महिलाओं के नहाने और बाल धोने से बचने के पीछे का लॉजिक क्या है?
दरअसल, इस सवाल का जवाब हमने महिलाओं से ही जानने की कोशिश की. इसके लिए हमने quora वेबसाइट का सहारा लिया. यहां हमें सवाल मिला कि क्यों महिलाओं को पीरियड के तीसरे दिन बाल धोने चाहिए. इस पर कई जवाब मिले. इसी में से एक जवाब आर्या देवी का है. आर्या लिखती हैं- मैंने भी सुना है कि लड़कियों को पीरियड के तीसरे दिन तक बाल नहीं धोने चाहिए. दरअसल, इसके पीछे तर्क यह है कि पीडियड में पेन होता है. पेन से राहत पाने के लिए बॉडी गर्म रहनी चाहिए. इससे पेन कम होता है. बाल धोने से बॉडी टेम्परेचर कम होगा और दर्द बढ़ेगा. आप यहां कह सकते हैं कि ऐसे में क्यों नहीं गर्म पानी से बाल धोए जाएं. लेकिन ऐसा करने से आपके बाल खराब हो सकते हैं. जहां तक मेरी बात है तो मैं पीरियड के दौरान भी हर रोज नहाती थी. लेकिन, मुझे काफी दर्द होता था. इसके लिए मुझे दर्द की गोलियां भी लेनी पड़ती थी. एक दिन मैंने प्रयोग किया कि चलिए आज नहीं नहाते हैं और देखते हैं कि क्या अंतर पड़ता है. आप विश्वास नहीं करेंगे कि मुझे दर्द से बहुत राहत मिली. अब मैं दर्द की गोलियां नहीं लेती और पीरियड के दौरान नहाने से बचती हूं. उम्मीद है कि मेरे इस अनुभव से आपको लाभ मिलेगा.
एक अन्य यूजर जैसमिता जैसमी लिखती हैं. मेरा विश्वास कीजिए… मेरे साथ अजीब होता है. मिथ या सच्चाई जो भी हो. आपको अपनी बॉडी से सीखनी चाहिए. बीते एक साल से जिस सप्ताह मेरा पीरियड आने वाला होता है, उस सप्ताह मैं अगर बाल धो लूं तो उसी दिन पीरियड आ जाता है.
वहीं, पूनम मलहोत्रा लिखती हैं- यह एक मिथ है. संभवतः यह सदियों से चला आ रहा है जब लोग पीने, नहाने और अन्य कामों के लिए नदी या तलाब के पानी का इस्तेमाल करते थे. ये सभी स्रोत पब्लिक होते थे और वहां पर पीरियड के दौरान नहाना महिलाओं के लिए शर्मिंदगी भरी हो सकती थी. दूसरा, अन्य लोगों के लिए भी यह सहज नहीं रहता. इस कारण पीरियड के दौरान महिलाओं या लड़कियों को नहीं नहाने या बाल नहीं धोने की सलाह दी जाती थी. उनका कहना है कि हर रोज नहाना अच्छा होता है. खासकर पीरियड के दौरान स्वच्छता बनाए रखने के लिए जरूर नहाना चाहिए. इसके पीछे कोई साइंटिक या मेडिकल तथ्य नहीं है, जो कहता है कि महिलाओं या लड़कियों को पीरियड के दौरान सर पर से नहीं नहाना चाहिए. यह पूरी तरह से हर एक महिला को तय करना है.
क्या कहता है साइंस
पीरियड के दौरान सिर से नहाने के बारे मेडिकल साइंस क्या कहता है यह जानने के लिए हमने कई आधिकारिक मेडिकल वेबसाइट खंगाली. इसी में से एक वेबसाइट है- youngwomenshealth.org. यह अमेरिका के एक बड़े अस्पताल बोस्टन चिल्ड्रेन हॉस्पिटल के डिविजन ऑफ गायनेकोलॉजी की साझेदारी से बनाई गई वेबसाइट है. यहां पर एक यूजर ने सवाल किया है- क्या पीरियड के दौरान बाल धोना ठीक रहेगा? मां कहती है कि ऐसा करना हेल्थ के लिए ठीक नहीं है, लेकिन वह नहीं बताती कि ऐसा क्यों? इस सवाल का जवाब कुछ इस तरह दिया गया है- यह एक कॉमन मिथ है. पीरियड के दौरान बाल धोने में कोई परेशानी नहीं है. पीरियड के दौरान कभी भी आप नहा सकती हैं. पीरियड को लेकर मिथ तब से है जब से लड़कियों का पीरियड आ रहा है. इस कारण आपकी मां ने भी एक समय किसी से यह सुना ही होगा. आपको पीरियड को लेकर साइंस के फैक्ट्स के बारे में जानने के लिए हमारा हेल्थ गाइड देखना चाहिए.
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Tags: Period, Women Health
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