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यूरिक एसिड से बड़ी राहत देगा ये पत्ता, यूरिन से बाहर होगा प्यूरिन, विश्वास नहीं तो अजमाकर देखें

यूरिक एसिड से स्टोन होने की संभावना भी बढ़ जाती है. (फाइल फोटो)

यूरिक एसिड से स्टोन होने की संभावना भी बढ़ जाती है. (फाइल फोटो)

Mint Leaves Good for Uric Acid: यूरिक एसिड की समस्या हमारी लाइफस्टाइल से जुड़ी इसलिए इसका लेवल बढ़ने पर हमें सख्त ध्यान ...अधिक पढ़ें

Mint Leaves Good for Uric Acid: घरों में पौधे लगाना हर किसी को पसंद होता है. कई पौधे जैसे मीठी नीम का पौधा, पुदीने का पौधा आदि घर की रौनक तो बढ़ाते ही है लेकिन साथ में इन पौधों का इस्तेमाल भोजन और कई तरह की बीमारियों के इलाज में भी किया जाता है. पुदीना एक ऐसा पौधा है जिसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं. अगर आप यूरिक एसिड की समस्या का सामना कर रहे हैं तो पुदीना शरीर में यूरिक एसिड के लेवल को मेंटन करने में आपकी मदद कर सकता है. बस आपको इसका सही तरीके से इस्तेमाल करना आना चाहिए.

ओनली माय हेल्थ के अनुसार शरीर में यूरिक एसिड का लेवल तब बढ़ता है जब हम प्यूरिन युक्त पदार्थों का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं. शरीर में यूरिक एसिड के लेवल को मेंटेन करने का काम हमारी किडनी करती है. किडनी यूरिक एसिड को फिल्टर करके पेशाब के माध्यम से इसे शरीर से बाहर कर देती है लेकिन जब प्यूरिन की मात्रा बढ़ती है और किडनी इसे ठीक से फिल्टर नहीं कर पाती तो यह खून में जमा होने लगता है. ऐसे में शरीर के जोड़ों में दर्द होने लगता है. आइए जानते हैं कि यूरिक एसिड को कम करने के लिए पुदीने का इस्तेमाल कैसे करना है…

डिटॉक्सीफायर का गुण: पुदीने का सबसे बड़ा गुण है कि वह शरीर से अपषिष्ट तत्वों को तेजी से बाहर निकालता है. यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने पर शरीर में प्रोटीन का वेस्ट तत्व बढ़ने लगता है और यह पथरी का रूप ले लेता है. अगर आप हर दिन पुदीने की कुछ पत्तियां चबाते हैं तो यह दूषित तत्वों को डिटॉक्स करने में मदद करेगा.

यूरिन की मात्रा को बढ़ाता है पुदीना: पुदीना शरीर में पेशाब की मात्रा को बढ़ाता है. इसके साथ ही पुदीना हाइड्रेशन भी ठीक करता है. पेशाब की मात्रा बढ़ने से प्यूरिन के बाहर निकलने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है. इसके साथ ही पुदीना प्रोटीन को ठीक प्रकार से पचाने में मदद करता है.

गाउट के दर्द में बेहद असरदार: शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने पर गाउट की समस्या सबसे ज्यादा होती है. ऐसे मे मिंट में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी गुण तेजी से काम करते हैं और साथ ही अगर आपको सिरदर्द की समस्या है तो उसमें भी आपको राहत मिलती है.

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इस तरह से पुदीने की पत्तियों का करें इस्तेमाल

यूरिक एसिड को कम करने के लिए पुदीने का सेवन करें
पुदीने की पत्तियों में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में तेजी से यूरिक एसिड को कंट्रोल करते हैं. ज्यादा फायदे पाने के लिए आप इसका काढ़ा तैयार कर सकते हैं.

– सबसे पहले पुदीने के 8-10 ताजी पत्तियां लें और उन्हें धो लें.
– धोए हुए पत्तों को ब्लेंडर में डालकर उसमें एक गिलास पानी मिलाएं और ब्लेंड करें.
– अब तैयार पेस्ट को एक पैन में डालकर उसमें एक गिलास पानी मिलाएं
– अब धीमी आंच में इसे पकाएं और उबलने दें.
– जब पैन का मैटेरियल आधा रह जाए तो गैस बंद कर दें.
– अब इसे छान लें और ठंडा होने दें.
– अब इस काढ़े को दिन में एक से दो बार पिएं.

ऐसे भी कर सकते हैं उपयोग: आप पुदीने का काढ़ा नहीं बनाना चाहते तो आप हर दिन 8-10 पत्तियों को लें और इन्हें अच्छे से धो लें. अब इन्हें आप चबा सकते हैं. अगर आपको इन्हें खाना पसंद नहीं हो तो आप पुदीने की चाय भी पी सकते हैं.

यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण
– जोड़ों में दर्द होना और सूजन आना
– जोड़ों की पास की स्किन का रंग बदलना
– पीठ दर्द होना
– बाजू में दर्द बने रहना
– सामान्य से अधिर बार पेशाब आना
– पेशाब के साथ खून आना
– यूरिन पास करते सम गंध आना
– मतली या उल्टी का महसूस होना
– किडनी स्टोन होना
– गाउट की समस्या होना

Tags: Health, Lifestyle

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