रिपोर्ट- आदित्य कुमार
नोएडा: भारत में अभी भी माहवारी को एक टैबू की तरह लिया जाता है. इसके बारे में बात करने से आज के मॉडर्न टाइम में भी लोग हिचकते हैं. विशेषज्ञों की मानें तो भारत में आज भी बहुत सी महिलाएं मंथली पीरियड्स के दौरान कपड़े और राख जैसी चीजों का इस्तेमाल करती हैं. जिससे उन्हें गंभीर बीमारी होने का खतरा बना रहता है.
देश में अधिकांश जनसंख्या अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है. जिनमें जानकारी का काफी अभाव भी रहता है. इतना ही नहीं अधिकांश लोगों में पीरियड्स को लेकर कई तरह के मिथ भी हैं. इसी मिथ से लड़ने स्पेन से नोएडा तीन महिलाएं पहुंचीं. इन महिलाओं ने सैनिटरी पैड्स की जगह एक खास प्रकार की पैंटी और ट्यूब का इस्तेमाल करने के लिए लोगों को जागरूक किया.
बीमारी से होता है बचाव
मलीना स्पेन की रहने वाली हैं. वो बेकोस बेको नाम की एक संस्था चलाती हैं, जो महिला अधिकार के लिए काम करती है. NEWS 18 LOCAL से बात करते हुए मलीना बताती हैं कि, आमतौर से जिन पैड्स का इस्तेमाल किया जाता है उनके कारण कैंसर जैसी बीमारी का भी खतरा रहता है. इन सबसे अगर बचना चाहते हैं तो, इन पैड्स का इस्तेमाल बंद कर ट्यूब या पैंटी पर आ जाएं. वो बताती हैं कि, यह पैड्स से भी सस्ता पड़ता है, और सालों तक चलता है. इसकी कीमत 500 से 1000 के बीच में ही होती है. इसमें कोई केमिकल भी इस्तेमाल नहीं किया जाता है. इसलिए यह सुरक्षित होते हैं. इससे महिलाओं को भी मदद मिलती है. लीक प्रूफ होने के कारण इस पर कोई स्टेन भी नहीं पड़ता.
लोगों को जागरूक करने की जरूरत
मलीना बताती हैं कि, इस बारे में लोगों को बताने की जरूरत है, ताकि लोग घातक बीमारी से बच सकें. मलीना पेशे से नर्स हैं. वो बताती हैं कि, मैं नर्स हूं, बीमारियों की समझ है. इसलिए मैं जानती हूं कि, कौन सी बीमारी किस कारण होती है. साथ ही वो बताती हैं कि, जिस इनर वियर और ट्यूब की हम बात कर रहे हैं वो किसी भी केमिस्ट की दुकान पर आसानी से मिल सकता है.
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