गर्मी में क्यों बढ़ जाता है मोतियाबिंद का खतरा? रीवा आयुर्वेद हॉस्पिटल ने बताई चौंकाने वाली वजह और घरेलू समाधान
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cataract risk in summer: रीवा आयुर्वेद हॉस्पिटल का दावा है कि गर्मियों में UV किरणों के कारण मोतियाबिंद का खतरा सबसे अधिक होता है. जानिए इसके बचाव और आयुर्वेदिक इलाज.
मोतियाबिंद आयुर्वेद इलाज: गर्मी के मौसम में जब सूरज सिर पर होता है, तब सिर्फ त्वचा ही नहीं बल्कि आंखें भी उसकी चपेट में आ जाती हैं. रीवा के आयुर्वेद हॉस्पिटल ने दावा किया है कि गर्मियों में मोतियाबिंद होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है. यह दावा केवल आंखों की उम्र से जुड़ा नहीं, बल्कि सूर्य की तीव्र UV किरणों के लगातार संपर्क से जुड़ा है.
धूप से आंखों को हो सकता है स्थायी नुकसान
हॉस्पिटल के डीन डॉ. दीपक कुलश्रेष्ठ के मुताबिक गर्मियों में दोपहर 10 से 1 बजे तक की धूप में UV रेडिएशन सबसे ज्यादा होता है, जो आंखों के लेंस को कमजोर और धुंधला बना सकता है. आंखों का लेंस उम्र के साथ लचीलापन खो देता है, लेकिन अत्यधिक UV एक्सपोजर इस प्रक्रिया को तेज कर देता है. वैश्विक आंकड़े बताते हैं कि मोतियाबिंद के 20% मामले UV किरणों के कारण होते हैं.
हॉस्पिटल के डीन डॉ. दीपक कुलश्रेष्ठ के मुताबिक गर्मियों में दोपहर 10 से 1 बजे तक की धूप में UV रेडिएशन सबसे ज्यादा होता है, जो आंखों के लेंस को कमजोर और धुंधला बना सकता है. आंखों का लेंस उम्र के साथ लचीलापन खो देता है, लेकिन अत्यधिक UV एक्सपोजर इस प्रक्रिया को तेज कर देता है. वैश्विक आंकड़े बताते हैं कि मोतियाबिंद के 20% मामले UV किरणों के कारण होते हैं.
बचाव कैसे करें? डॉक्टरों की सलाह
दिन में बाहर निकलते समय UVA/UVB प्रोटेक्शन वाला चश्मा पहनें.
दिन में बाहर निकलते समय UVA/UVB प्रोटेक्शन वाला चश्मा पहनें.
चौड़ी किनारी वाली टोपी या छाता का इस्तेमाल करें.
धूप में काम करते समय 10 AM से 1 PM के बीच सावधानी बरतें.
आयुर्वेदिक समाधान और घरेलू नुस्खे
त्रिफला जल से आंखें धोना:
रात को त्रिफला पाउडर पानी में भिगोकर रखें और सुबह उस जल से आंखें धोएं.
त्रिफला जल से आंखें धोना:
रात को त्रिफला पाउडर पानी में भिगोकर रखें और सुबह उस जल से आंखें धोएं.
महा त्रिफला घृत:
यह आंखों की नसों को पोषण देता है और वात दोष को कम करता है.
यह आंखों की नसों को पोषण देता है और वात दोष को कम करता है.
घरेलू उपाय:
गाजर का रस: दिन में दो बार सेवन करें
गाजर का रस: दिन में दो बार सेवन करें
लहसुन: रोजाना सेवन आंखों के लिए फायदेमंद
इलायची वाला दूध: रात को सोने से पहले पीएं
बादाम, काली मिर्च और चीनी का मिश्रण: आंखों की रौशनी बढ़ाने में मददगार
डॉ. कुलश्रेष्ठ का कहना है कि अगर प्रारंभिक अवस्था में मोतियाबिंद का पता चल जाए, तो आयुर्वेदिक उपचार इसे रोकने और ठीक करने में अमूल्य सहायता कर सकते हैं.
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Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
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