What is Bowel Cancer: कैंसर (Cancer) शब्द सुनते ही लोग डर जाते हैं, क्योंकि यह बीमारी इतनी घातक होती है कि इसका इलाज समय पर ना शुरू किया जाए तो लोगों की जान चली जाती है. कैंसर कई तरह के होते हैं, उन्हीं में से एक है बाउल या आंत्र कैंसर (Bowel Cancer). बाउल कैंसर को कोलोरेक्टल कैंसर (colorectal cancer) के रूप में भी जाना जाता है. यह कैंसर आंतों की अंदरूनी परत से विकसित होता है और आमतौर पर इसमें पॉलीप्स (Polyps) की वृद्धि होती है. इसके बारे में सही समय पर पता ना चले तो यह घातर कैंसर बन सकता है. कैंसर की शुरुआत कहां से होती है, इसके आधार पर आंत्र कैंसर को कोलन (Colon cancer) या रेक्टल कैंसर (Rectal cancer) भी कहा जा सकता है.
कैंसर डॉट ओआरजी में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया में पुरुषों और महिलाओं में होने वाले कैंसर्स में से बाउल कैंसर तीसरा सबसे कॉमन कैंसर है और 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में यह सबसे ज्यादा होता है. लगभग 90 % बाउल या आंतों का कैंसर एडेनोकार्सिनोमा (adenocarcinomas) होते हैं, जो आंत की लाइनिंग की ग्रंथियों के ऊतकों (Glandular tissues) में शुरू होते हैं. कुछ अन्य कम सामान्य प्रकार के कैंसर भी आंत को प्रभावित कर सकते हैं, जिसमें लिम्फोमा और न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर शामिल हैं. एक्सपर्ट के अनुसार, जिन लोगों को बाउल कैंसर होता है, उनके पांच साल तक जीवित रहने की संभावना 70% तक होती है.
इसे भी पढ़ें: मल (स्टूल) में खून आना या कब्ज हो सकता है इस एक कैंसर का संकेत, बिल्कुल ना करें इग्नोर
बाउल कैंसर के लक्षण
इसे भी पढ़ें: इन लक्षणों को न करें नज़रअंदाज, प्रोस्टेट कैंसर की हो सकती है शुरुआत
बाउल कैंसर के कारण
बाउल कैंसर का निदान
बाउल कैंसर के निदान में कई तरह के टेस्ट किए जाते हैं. शुरुआत में डॉक्टर फिजिकल एग्जामिनेशन करके ये पता लगाने की कोशिश करते हैं कि मरीज को पेट में सूजन तो नहीं है. साथ ही डिजिटल रेक्टल एग्जामिनेशन के जरिए मलाशय (Rectum) या गुदा (Anus) में गांठ या सूजन होने की जांच करते हैं. इसके अलावा ब्लड टेस्ट, कोलोनोस्कोपी (Colonoscopy), एमआरआई (MRI), सीटी स्कैन (CT Scan) आदि भी किया जाता है.
बाउल कैंसर का इलाज
शुरुआत में यदि बाउल कैंसर का पता चल जाए, तो इसे सर्जरी के जरिए ठीक करने की कोशिश की जाती है. कोलोन कैंसर के लिए सबसे कॉमन सर्जरी है कोलेक्टॉमी. इसके साथ ही रेडिएशन थेरेपी, कीमोथेरेपी आदि शामिल हैं.
बाउल कैंसर से बचाव के उपाय
बाउल कैंसर से बचना है तो धूम्रपान, एल्कोहल का सेवन कम से कम करना होगा. साथ ही हेल्दी डाइट लेनी होगी, जिसमें ताजे फल और सब्जियों भरपूर शामिल हों. रेड मीट का सेवन सीमित करना चाहिए. प्रोसेस्ड मीट से परहेज करें. स्वस्थ शरीर के लिए वजन कंट्रोल करें. इन उपायों को फॉलो करेंगे, तो काफी हद तक बाउल कैंसर होने के खतरे को कम किया जा सकता है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Health, Health tips, Lifestyle
PHOTOS: बागेश्वर स्कूल हादसे को याद कर शरीर में आज भी पैदा होने लगती है सिहरन; 18 बच्चों की हो गई थी मौत
दूरदर्शन के सीरियल ‘स्वराज’ की स्पेशल स्क्रीनिंग में पहुंचे PM मोदी, गृह मंत्री शाह, बीजेपी अध्यक्ष नड्डा भी थे मौजूद
PHOTOS: सूरत में 48 घंटे में 15 इंच रिकॉर्ड बारिश से 'जलप्रलय'! कई इलाकों में नाव के सहारे निकले लोग