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टाइप 2 डायबिटीज को मैनेज करना है आसान, फॉलो करें ये टिप्स

टाइप -2 डायबिटीज को मैनेज करना है जरूरी, Image Canva

टाइप -2 डायबिटीज को मैनेज करना है जरूरी, Image Canva

वर्ल्‍डवाइड डायबिटीज के मरीजों की संख्‍या में इजाफा हो रहा है. इसके कई कारण हो सकते हैं. डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है ज ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

डायबिटीज को मैनेज करने के लिए कार्ब्‍स का सेवन करें कम.
ब्‍लड शुगर लेवल को कम करने के लिए बढ़ा सकते हैं पानी का इंटेक.
दुनियाभर में 537 मिलियन लोग डायबिटीज की समस्या से हैं परेशान.

Way To Manage Type 2 Diabetesखानपान और बदलते परिवेश ने दुनियाभर में डायबिटीज को बढ़ने का मौका दिया है. इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 2021 में 537 मिलियन लोग डायबिटीज पेशेंट हैं. एक और चौंकाने वाला तथ्‍य ये है कि इनमें से आधे डायबिटिक पेशेंट्स को इसके लक्षणों का पता ही नहीं चला. पिछले साल 6.7 मिलियन मौतों के लिए डायबिटीज जिम्मेदार थी. इसके साथ ही आईएफडी ने ये भविष्‍यवाणी भी की है कि साल 2030 के अंत तक दुनियाभर में लगभग 643 मिलियन लोग डायबिटीज से ग्रस्‍त हो सकते हैं. डायबिटीज एक लाइफस्‍टाइल से संबंधित समस्‍या है जिसे शुरुआत में ही यदि मैनेज कर लिया जाए तो कई हेल्‍थ प्रॉब्‍लम्‍स को कम किया जा सकता है. खासकर टाइप-2 डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए दैनिक जीवन में कुछ बदलाव करके हेल्‍दी लाइफ का लुत्‍फ उठाया जा सकता है. आइए जानते हैं टाइप-2 डायबिटीज को कैसे मैनेज कर सकते हैं.

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कार्ब्‍स का सेवन करें कम
डा‍यबिटीज को कंट्रोल करने के लिए डाइट में परिवर्तन करना महत्‍वपूर्ण है. हेल्‍थलाइन के अनुसार डाइट में परिवर्तन करते समय कार्ब्‍स की मात्रा और महत्‍व दोनों को जानना बेहद जरूरी है. ब्‍लड शुगर लेवल को कम करने के लिए रोटी, चावल, ब्रेड, पास्‍ता और मैदे का सेवन कम करें. हालांकि कार्ब्‍स शरीर को एनर्जी देने का काम करता है इसलिए इसे पूरी तरह बंद न करें बल्कि इसकी मात्रा पर ध्‍यान दें.

नियमित करें एक्‍सरसाइज
नियमित रूप से फिजिकल एक्टिविटी करने से डायबिटीज को रोकने में मदद मिल सकती है. प्री-डायबिटीज वाले लोगों में अक्‍सर इंसुलिन संवेदनशीलता कम होती है, जिसे इंसुलिन रेजिस्‍टेंस कहा जाता है. डायबिटीज होने पर शरीर को ब्‍लड और सेल्‍स से शुगर को बाहर निकालने के लिए अधिक इंसुलिन बनाना पड़ता है. एक्‍सरसाइज करने से सेल्‍स को कम इंसुलिन की आवश्‍यकता होती है और ब्‍लड शुगर लेवल कंट्रोल में रह‍ता है.

पानी का सेवन बढ़ाएं
सोडा और मीठे फलों का जूस डायबिटीज और ऑटोइम्‍यून डायबिटीज के लिए खतरनाक हो सकता है. ड्रिंक और जूस 90 प्रतिशत लोगों की शुगर लेवल को बढ़ाने के लिए जिम्‍मेदार माना जाता है. डाय‍बिटीज को मैनेज करने के लिए ज्‍यादा से ज्‍यादा पानी का सेवन करें. पानी वेट मैनेजमेंट में भी मदद कर सकता है.

अधिक वजन को करे कंट्रोल
मोटापा या अधिक वजन होना भी डायबिटीज को बढ़ावा दे सकता है. विशेष रूप में एब्‍डोमिनल ऑर्गेन के आसपास जमा फैट इंसुलिन रेजिस्‍टेंस, सूजन, प्री-डायबिटीज और टाइप-2 डायबिटीज को बढ़ा सकता है. डा‍यबिटीज को मैनेज करने के लिए वजन को कम करना बेहद जरूरी है. अधिक वजन होने से डायबिटीज के अलावा हाई बीपी, थायराइड और हार्ट डिजीज की समस्‍या भी हो सकती है.

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धूम्रपान छोड़ें
धूम्रपान यानी स्‍मोकिंग भी कई क्रोनिक हेल्‍थ प्रॉब्‍लम्‍स के लिए जिम्‍मेदार माना जाता है. नियमित धूम्रपान करने से हार्ट डिजीज, सीओपीडी, कैंसर और लंग्‍स से संबंधित समस्‍या हो सकती है. धूम्रपान डायबिटिक पेशेंट्स के लिए भी खतरनाक हो सकती है. इसलिए डायबिटीज को मैनेज करने के लिए धूम्रपान को छोड़ना जरूरी है.
डायबिटीज की समस्‍या को मैनेज करने के लिए डाइट और लाइफस्‍टाइल में बदलाव करना बेहद जरूरी है. डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने से पहले चिकित्‍सक की सलाह लें.

Tags: Health, Lifestyle

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