विटामिन बी 12 की खुराक उम्र और स्वास्थ्य के अनुसार लेने की जरूरत हो सकती है (pic courtesy: pexels/Marianna)
शरीर के लिए विटामिन बी-12 बहुत जरूरी है, क्योंकि यह डीएनए और लाल रक्त कोशिकाएं बनाने में मदद करता है. यही नहीं यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को ठीक रखने, शरीर को ऊर्जा देने में और साथ ही त्वचा, बालों और नाखूनों के लिए भी लाभकारी है. विटामिन बी-12 अनिवार्य विटामिन होने के बावजूद शरीर इसे खुद नहीं बना सकता है. इसे पाने के लिए आहार पर निर्भर रहना पड़ता है. यह लिवर में जमा रहता है, ताकि इसकी थोड़ी बहुत कमी हो तो इसकी पूर्ति हो सके. इसकी मात्रा बेहद कम होने पर गंभीर लक्षण सामने आने लगते हैं. विटामिन बी 12 की कमी होने की स्थिति में शरीर सामान्य से बड़े आकार की लाल रक्त कोशिकाएं बनाता है जो अपना काम ठीक से नहीं कर पाती है.
myUpchar की डॉ. मेधावी अग्रवाल का कहना है कि विटामिन बी 12 मछली, मांस, चिकन, अंडे, दूध या दूध से बने उत्पादों सहित पशु उत्पादों में पाया जाता है. यह मुख्य रूप से पशु आधारित फूड्स में पाया जाता है न कि पेड़-पौधों आधारित फूड्स में. इसलिए शाकाहारियों में इसकी कमी होने की अधिक आशाका रहती है. ऐसे लोग जो खाद्य पदार्थों के जरिए विटामिन बी-12 नहीं ले पा रहे हैं और शाकाहारी हैं उन्हें विटामिन बी 12 से समृद्ध ब्रेकफास्ट सीरियल और सप्लीमेंट्स लेने चाहिए.
विटामिन बी-12 की कमी कई तरह के न्यूरोलॉजिकल प्रॉब्लम का कारण बन सकती है. विटामिन बी-12 की कमी एक अलग तरह के एनीमिया की वजह भी बन सकती है. इसकी कमी को आहार के जरिए पूरा किया जा सकता है, लेकिन इससे लक्षणों को समझकर समय पर जरूरी कदम उठाए जा सकते हैं. विटामिन बी-12 की कमी होने पर कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं, जिन्हें समझना जरूरी है. जब खून की कमी आयरन कैप्सूल लेने से भी ठीक न हो पर रही हो, तो यह विटामिन बी12 की कमी की वजह से हो सकता है. इसकी कमी होने पर थकान, हाथ-पांव में झनझनाहट महसूस होना, जीभ मे अकड़न, होठों का फटना, बार-बार मुंह में छाले होना, एनीमिया, याददाश्त कमजोर होना, भूख का कम होना, त्वचा का रंग पीला पड़ जाना आदि शामिल हैं. इसके अलावा सिरदर्द, कान बजना, सांस फूलना भी संकेत हैं.
विटामिन बी 12 की खुराक उम्र और स्वास्थ्य के अनुसार लेने की जरूरत हो सकती है. दैनिक खुराक में जन्म से 6 महीने तक बच्चों को 0.4 माइक्रोग्राम, 7 से 12 महीने के बच्चों को 0.5 माइक्रोग्राम होता है. 1 से 3 साल के बच्चों को 0.9 माइक्रोग्राम विटामिन बी 12 की दैनिक खुराक चाहिए. वहीं 4-8 साल के बच्चों को 1.2 माइक्रोग्राम, 9 से 13 साल के बच्चों को 1.8 माइक्रोग्राम और 14 साल या उससे ज्यादा उम्र के बच्चों के लिए 2.4 माइक्रोग्राम की आवश्यकता होता है.
जहां विटामिन बी12 की कमी के नुकसान हैं वहीं इसकी ज्यादा मात्रा से भी दिक्कत हो सकती है. ज्यादा मात्रा लेने से बीमार तो नहीं होंगे, लेकिन शरीर में इसका अधिक स्तर किसी बीमारी का लक्षण हो सकता है. यह लिवर, किडनी फेल्योर या कुछ प्रकार के ब्लड कैंसर जैसे म्येलोसाइटिक ल्यूकेमिया का लक्षण हो सकता है. ज्यादा मात्रा हो तो जल्द से जल्द डॉक्टरों से संपर्क करना जरूरी है. (अधिक जानकारी के लिए हमारा आर्टिकल, विटामिन बी के स्रोत, फायदे और नुकसान पढ़ें।) (न्यूज18 पर स्वास्थ्य संबंधी लेख myUpchar.com द्वारा लिखे जाते हैं। सत्यापित स्वास्थ्य संबंधी खबरों के लिए myUpchar देश का सबसे पहला और बड़ा स्त्रोत है। myUpchar में शोधकर्ता और पत्रकार, डॉक्टरों के साथ मिलकर आपके लिए स्वास्थ्य से जुड़ी सभी जानकारियां लेकर आते हैं।)
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