कोल्ड इनटॉलरेंस क्या है जानें यहां. (image- Canva)
Cold Intolerance: कोल्ड इनटॉलरेंस वो होती है, जब कोई व्यक्ति कोल्ड टेम्परेचर के लिए बहुत अधिक सेंसेटिव हो जाता है. इस समस्या के पेशेंट जब किसी ठंड के दिन में घर से बाहर होते हैं, तो उनमें कोल्ड इनटॉलरेंस सामान्य ठंड की फीलिंग से अधिक गंभीर होती है. कुछ लोगों को ठंड लगने का अधिक खतरा होता है, खासतौर पर वो लोग जिन्हें क्रॉनिक हेल्थ प्रॉब्लम्स हों या जिनका बॉडी फैट कम हो. अगर कोई व्यक्ति कोल्ड इनटॉलरेंस से पीड़ित हो, तो उसे अन्य लोगों की तुलना में अधिक ठंड लगती है. अधिक गर्म कपड़े पहनने के बाद भी उसे ठंड की फीलिंग से राहत नहीं मिलती है. यही नहीं, इसके मरीज शरीर के कुछ खास पार्ट्स में अधिक ठंड महसूस कर सकते हैं जैसे हाथ. आइए जानें कोल्ड इनटॉलरेंस के कारणों और बचाव के बारे में.
कोल्ड इनटॉलरेंस के कारण क्या हैं?
हेल्थलाइन के अनुसार, हमारे शरीर के तापमान को कई अलग-अलग सिस्टम द्वारा नियंत्रित किया जाता है. हाइपोथेलेमस नामक मस्तिष्क का एक पार्ट शरीर के तापमान को रेगुलेट करने के लिए शरीर में थर्मोस्टेट के रूप में कार्य करता है. यह शरीर को संदेश भेजता है, जो शरीर में हीट प्रोडक्शन या कूल डाउन होने के तरीकों को नियंत्रित करता है. इसके कारण इस प्रकार है:
-एनीमिया
-एनोरेक्सिया नर्वोसा
-ब्लड वेसल प्रॉब्लम्स
-कोई गंभीर बीमारी
-जनरल पुअर हेल्थ
-हाइपोथेलेमस के साथ समस्या
-हाइपोथायरॉयडिज्म
कोल्ड इनटॉलरेंस से बचाव
अगर कोई कोल्ड इनटॉलरेंस से पीड़ित है, तो उसके लिए सर्दियों में गर्म कपड़े सही से पहनना बेहद जरूरी है. गर्म कपड़ों की लेयर्स पहने और जो बॉडी पार्ट ठंड के प्रति अधिक सेंसिटिव हैं उन्हें इस तरह से कवर करें कि ठंड से बचाव हो सके. अधिक ठंड के दिनों में जितना अधिक हो सके घर के अंदर रहें. अगर आपको लगता है कि आपको कोल्ड इनटॉलरेंस या अन्य मेडिकल कंडीशंस हो सकती हैं, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें.
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