जानें महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन के अंतरराष्ट्रीय दिवस 2020 की थीम और इसका महत्व

महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस (International Day for the Elimination of Violence against Women 2020)
महिलाओं (Women) के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय उन्मूलन के लिए 2020 की थीम 'ऑरेंज द वर्ल्ड: फंड, प्रिवेंट, कलेक्ट' है. इस साल यह दिवस 16 दिनों तक चलेगा जो 10 दिसंबर 2020 को अतंरराष्ट्रीय मानवाधिकार (International Human Rights Day) वाले दिन समाप्त होगा.
- News18Hindi
- Last Updated: November 25, 2020, 9:54 AM IST
महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस (International Day for the Elimination of Violence against Women 2020) हर साल 25 नवंबर को मनाया जाता है. इस दिन को महिला को उनके अधिकारों के लिए जागरूक किया जाता है. संयुक्त राष्ट्र (UNO) ने इस साल महिलाओं के साथ-साथ सर्वाइवर्स, कार्यकर्ताओं, डिसीजन मेकर्स के साथ हाथ मिलाया है. वहीं, आंकड़ों के मुताबिक, कोविड-19 (Covid-19) के माहौल में महिला अपराध (Crime) और घरेलू हिंसा (Domestic Violence) में तेजी आई है. आइए आपको बताते हैं इस दिन की थीम और इसके महत्व के बारे में.
थीम
महिलाओं के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय उन्मूलन के लिए 2020 की थीम 'ऑरेंज द वर्ल्ड: फंड, प्रिवेंट, कलेक्ट' है. इस साल यह दिवस 16 दिनों तक चलेगा जो 10 दिसंबर 2020 को अतंरराष्ट्रीय मानवाधिकार (International Human Rights Day) वाले दिन समाप्त होगा. इस साल के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के लिए कई सार्वजनिक कार्यक्रमों का समन्वय किया जा रहा है.
इसे भी पढ़ेः जानें महिलाओं के खिलाफ हिंसा का उनकी मानसिक सेहत पर कैसे होता है असरइतिहास
संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा साल 1993 में जारी महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन की घोषणा महिलाओं के खिलाफ हिंसा को परिभाषित करती है. लिंग आधारित हिंसा का कार्य जिसके परिणामस्वरूप महिलाओं को शारीरिक, यौन या मनोवैज्ञानिक नुकसान या पीड़ा होती है, जिसमें सार्वजनिक रूप से या निजी जीवन में होने वाली ऐसी हरकतों का खतरा, जबरदस्ती या मनमाने तरीके से अधिकार और फ्रीडम से वंचित करना शामिल है.
इस दिन का महत्व
हालांकि कोविड-19 संकट बढ़ता ही जा रहा है और इसे रोकने के लिए वैश्विक सामूहिक प्रयास की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है. कोरोना वायरस ने स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर चिंता बढ़ा दी है. वहीं इस दौर में महिलाओं को घरेलू हिंसा का शिकार होना पड़ा है. इसलिए घरेलू हिंसा आश्रयों और हेल्पलाइन जैसी आवश्यक सेवाएं मुहैया कराई गई हैं. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने कोविड-19 के दौरान हिंसा से निपटने के लिए महिलाओं को समय-सयम पर जानकारी दी है. कई देशों में महामारी के दौरान घरेलू हिंसा में बढ़ोतरी हुई है. वहीं, संयुक्त महासचिव के यूएनआईटीई संगठन भी महिला के पक्ष की बात करता है. यह महिला और लड़कियों के खिलाफ हिंसा का उन्मूलन करता है.(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
थीम
महिलाओं के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय उन्मूलन के लिए 2020 की थीम 'ऑरेंज द वर्ल्ड: फंड, प्रिवेंट, कलेक्ट' है. इस साल यह दिवस 16 दिनों तक चलेगा जो 10 दिसंबर 2020 को अतंरराष्ट्रीय मानवाधिकार (International Human Rights Day) वाले दिन समाप्त होगा. इस साल के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के लिए कई सार्वजनिक कार्यक्रमों का समन्वय किया जा रहा है.
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संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा साल 1993 में जारी महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन की घोषणा महिलाओं के खिलाफ हिंसा को परिभाषित करती है. लिंग आधारित हिंसा का कार्य जिसके परिणामस्वरूप महिलाओं को शारीरिक, यौन या मनोवैज्ञानिक नुकसान या पीड़ा होती है, जिसमें सार्वजनिक रूप से या निजी जीवन में होने वाली ऐसी हरकतों का खतरा, जबरदस्ती या मनमाने तरीके से अधिकार और फ्रीडम से वंचित करना शामिल है.
इस दिन का महत्व
हालांकि कोविड-19 संकट बढ़ता ही जा रहा है और इसे रोकने के लिए वैश्विक सामूहिक प्रयास की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है. कोरोना वायरस ने स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर चिंता बढ़ा दी है. वहीं इस दौर में महिलाओं को घरेलू हिंसा का शिकार होना पड़ा है. इसलिए घरेलू हिंसा आश्रयों और हेल्पलाइन जैसी आवश्यक सेवाएं मुहैया कराई गई हैं. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने कोविड-19 के दौरान हिंसा से निपटने के लिए महिलाओं को समय-सयम पर जानकारी दी है. कई देशों में महामारी के दौरान घरेलू हिंसा में बढ़ोतरी हुई है. वहीं, संयुक्त महासचिव के यूएनआईटीई संगठन भी महिला के पक्ष की बात करता है. यह महिला और लड़कियों के खिलाफ हिंसा का उन्मूलन करता है.(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)