रिपोर्ट: सच्चिदानंद
पटना. बिहारी व्यंजनों में अपनी स्वाद के लिए मशहूर रुन्नीसैदपुर की लजीज मिठाई ‘बालूशाही’ और खीर मोहन के स्वाद के बिना सीतामढ़ी की यात्रा अधूरी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी रुन्नीसैदपुर का खीरमोहन बेहद पसंद है. पिछले दिनों समाधान यात्रा के दौरान नीतीश कुमार ने अथरी खीरमोहन भंडार से खीरमोहन और बालूशाही का स्वाद चखा था, जो उनको खूब भाया.
अब यही स्वाद पटना वाले भी ले सकते हैं, वह भी बिना सीतामढ़ी गए. क्योंकि सीतामढ़ी के अथरी की यह फेमस दुकान 24 मार्च तक गांधी मैदान में मौजूद है. जी हां, बिहार दिवस के मौके पर गांधी मैदान में व्यंजन मेला लगा हुआ है, जिसमें एक स्टॉल अथरी के खीरममोहन भंडार का भी है.
क्या है खीरमोहन की रेसिपी
सीतामढ़ी जिले के रुन्नीसैदपुर का अथरी खीरमोहन भंडार के गणेश कुमार बताते हैं कि इसे छेना और खोए से बनाया जाता है. सबसे पहले शुद्ध दूध को कुछ देर तक खौलाने के बाद उसे चूल्हा से उतार कर दूध फाड़ दिया जाता है. फिर 100 ग्राम सूजी मिलाकर उसे सुखाकर चीनी मिलाया जाता है. फिर उसे खोवा के साथ गोल बनाकर चीनी से बने घोल में डालकर आधा घंटा छोड़ दिया जाता है. फिर खीर मोहन तैयार हो जाता है.
60 रुपये प्रति पीस मिलता है खीरमोहन
गणेश बताते हैं कि यह 60 रुपये पीस मिलता है. बिहार दिवस के मौके पर अथरी से पटना के गांधी मैदान में स्टॉल लगाने आए हुए हैं. यहां के लोग भी इसको खूब पसंद कर रहें हैं. इसके अलावा बालूशाही के स्वाद को भी लोग खूब चख रहे हैं. यह 20 रुपये पीस और 250 रुपये प्रति किलो मिल रहा है.
सीएम को भी खूब भाया था खीरमोहन
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने समाधान यात्रा के दौरान जब सीतामढ़ी गए थे, तो उस समय डुमरा स्थित विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर के आवास पर रात्रि भोज का आयोजन हुआ था. भोजन के दौरान मुख्यमंत्री को देवेश चंद्र ठाकुर के पैतृक गांव अथरी का बना हुआ खीर मोहन मिठाई खूब भाया था. खीर मोहन भंडार के गणेश की माने तो देवेश चंद्र ठाकुर के यहां से 500 पीस खीरमोहन का ऑर्डर आया था.
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