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कहीं आप इमोशनल एडिक्शन का तो नहीं हो रहे शिकार? जानें इससे उबरने के तरीके

बदलाव के इरादों को मजबूत करने के लिए दिमाग को हेल्दी रखना जरूरी है. (image-canva)

बदलाव के इरादों को मजबूत करने के लिए दिमाग को हेल्दी रखना जरूरी है. (image-canva)

आजकल की डिस्ट्रैक्टिंग लाइफस्टाइल में ज्यादातर कपल्स इमोशनल एडिक्शन का शिकार हो जाते हैं. इसके चलते कुछ चीजें आपको काफी ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

इमोशनल एडिक्शन का पता लगाने के लिए किसी भरोसेमंद व्यक्ति की मदद ले सकते हैं.
अपनी फीलिंग्स और इमोशन्स को कंट्रोल करने के लिए मेडिटेशन करना अच्छा ऑप्शन है.

Relationship Tips: जिंदगी जीने का सबका अपना-अपना तरीका होता है. ऐसे में कुछ लोग लाइफ में काफी प्रैक्टिकल होते हैं. तो वहीं ज्यादातर लोग जिंदगी की परिस्थितियों से इमोशनली डील करने लगते हैं. खासकर प्यार में कई लोग अक्सर इमोशनल एडिक्शन (Emotional addiction) का शिकार हो जाते हैं. इमोशनल एडिक्शन को आसान भाषा में भावनात्मक जुड़ाव कहा जाता है. ज्यादातर कपल्स में इमोशनल एडिक्शन को आसानी से देखा जा सकता है. अगर आप भी कुछ फीलिंग्स और इमोशन्स को अपनी आदत बना लेते हैं और चाहकर भी अपनी उस आदत को छोड़ नहीं पाते हैं तो हम आपको बताते हैं इमोशनल एडिक्शन से बाहर निकलने के कुछ आसान टिप्स. इसकी मदद से आप अपनी आदतों को कंट्रोल कर सकते हैं.

भरोसेमंद लोगों से लें हेल्प
इमोशनल एडिक्शन का पता लगाने के लिए आप किसी भरोसेमंद दोस्त या परिवार के सदस्यों की मदद ले सकते हैं. उनसे अपने बिहेवियर से जुड़े कुछ सवाल पूछें और अपने अंदर आए बदलावों को जानने की कोशिश करें.

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खुद को समझें
इमोशनल एडिक्शन से बाहर आने के लिए सबसे पहले आपको अपने जज्बातों को समझने की जरूरत होती है. ऐसे में ये जानने की कोशिश करें कि आप किन आदतों का शिकार हो गए हैं. इसके बाद ही आप उन आदतों में बदलाव लाने पर फोकस कर सकते हैं.

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हेल्दी डाइट लें
कई बार लोग चाहकर भी अपनी कुछ आदतों को चेंज नहीं कर पाते हैं. हालांकि बदलाव के इरादों को मजबूत करने के लिए दिमाग को हेल्दी रखना जरूरी होता है. ऐसे में जहां शुगर, ग्लूटेन और प्रॉसेस्ड फूड खाने से दिमाग सुस्त पड़ जाता है. वहीं फल, हरी सब्जी और न्यूट्रिएंट्स रिच डाइट लेकर आप अपनी आदतों पर आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं.

मेडिटेशन करने की डालें आदत
अपनी फीलिंग्स और इमोशन्स को कंट्रोल करने के लिए मेडिटेशन करना एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है. मेडिटेशन करने से आप न सिर्फ खुद से कनेक्ट होते हैं बल्कि अपनी खूबियों और खामियों को भी बारीकी से नोटिस कर सकते हैं. ऐसे में अपनी आदतों को ऑब्जर्ब करके आप आसानी से अपनी थिंकिंग को चेंज करने के साथ-साथ इमोशनल एडिक्शन से भी निजात पा सकते हैं.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

Tags: Lifestyle, Relationship

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