#LoveSexaurDhokha: 'उसने सेक्स के लिए मना किया तो अरेस्ट करवा दिया'
#LoveSexaurDhokha: 'उसने सेक्स के लिए मना किया तो अरेस्ट करवा दिया'
सांकेतिक चित्र
दिल्ली और फरीदाबाद में घटी इस कहानी में प्यार का ड्रामा है, शादी का जाल बिछाने की साज़िश है और ब्लैकमेलिंग का एंगल है. लड़कों को फंसाने की एक लड़की की दिलचस्प फितरत का खुलासा है. जासूस के अनुभवों पर विशेष सीरीज़ ‘लव सेक्स और धोखा’.
एक जासूस सिर्फ अपराध की तहकीकात ही नहीं करता बल्कि वह इंसानी मन और ज़िंदगी की परतों को भी टटोलता है. अपने पेशे में एक जासूस सामान्य दिखने वाले लोगों और रिश्तों के उन रहस्यों का पर्दाफाश करता है जो किसी जुर्म को बुन रहे होते हैं. hindi.news18.com की इस विशेष सीरीज़ में एक जासूस की ज़बानी रिश्तों में जुर्म की कहानी.
ऐसी कहानी आपने सुनी होगी कि एक कार देर रात किसी सड़क या हाईवे पर दौड़ रही है. एक लड़की और एक लड़का कार में हैं और लड़की ब्लैकमेल करते हुए कहती है कि 'माल निकालो वरना मैं तुम्हारे खिलाफ केस करके फंसा दूंगी'. ये किस्से तो पुराने हो गए, अब बात आगे निकल चुकी. अब लड़की और बड़ा ड्रामा रचती है और 'लव सेक्स और धोखे' की एक नई साज़िश सामने आती है.
फरीदाबाद में एक सरकारी नौकरी करने वाले शेखर के पास एक वकील के ज़रिये एक लीगल नोटिस पहुंचता है जिसमें उसके खिलाफ संगीन इल्ज़ाम दर्ज होते हैं. इस नोटिस में दर्ज होता है कि शेखर ने नैना के साथ साल 2017 में चार महीनों में चार-पांच बार मुलाकात की और नैना के राज़ी न होने के बावजूद शेखर ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए. शेखर ने नैना को प्यार करने और जल्द शादी कर लेने का झांसा देकर यह सब कुछ किया और नैना कुछ नहीं कर सकी.
इसके बाद शेखर पर इल्ज़ाम था कि वह नैना का शारीरिक शोषण करने के बाद शादी के वादे से मुकर गया और अब नैना खुद को शिकार महसूस कर रही है. इन इल्ज़ामों के चलते शेखर पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. शेखर को इस तरह का नोटिस जब मिला तो वह चौंक गया. नैना को वह जानता तो था लेकिन उसे यकीन ही नहीं हुआ कि नैना ऐसा कैसे कर सकती है क्योंकि ऐसा कुछ हुआ ही नहीं था. उसने नैना को फौरन फोन किया लेकिन नैना का नंबर स्विच्ड आॅफ था.
परेशान शेखर ने यह बात अपने घर पर अपने पिता श्याम और बाकी लोगों को बताई तो वो भी हैरान रह गए. इस नोटिस में यह भी लिखा था कि शेखर के परिवार ने भी शादी के लिए रज़ामंदी दी थी लेकिन बाद में इन सबने नैना को धोखा दे दिया. अब उलझन यह थी कि किया क्या जाए? शेखर का परिवार इस मामले में जानकारों की सलाह लेने में जुट गया और कोई रास्ता निकालने की तरकीब सोची जा रही थी.
इसी बीच कुछ दिन गुज़र गए और एक दिन अचानक पुलिस शेखर के आॅफिस पहुंची और उसे वहां से गिरफ्तार कर थाने ले गई. शेखर के सवालों के बाद पुलिस ने बताया कि नैना की तरफ से दाखिल यौन शोषण के एक केस में उस पर ये कार्रवाई की गई है. शेखर के परिवार सहित उसके दोस्त भी थाने पहुंचे और सबने मिलकर शेखर के हक़ में बयान दिए कि वह निर्दोष है. पूरी तसल्ली होने के बाद किसी तरह शेखर को उस वक्त के लिए छोड़ दिया गया.
इधर, शेखर और उसका परिवार कानूनी कार्रवाई के लिए तरकीबें लगाकर जानकारों के चक्कर काट रहे थे और दो—चार दिन बाद ही एक अखबार में एक बड़ा विज्ञापन छपा जिसमें बाकायदा शेखर की पूरी पहचान लिखकर उस पर कई इल्ज़ाम लगाए गए थे. कानूनी केस तो चल ही रहा था लेकिन नैना की तरफ से शेखर को पूरी तरह बदनाम करने की यह एक और कोशिश थी.
शेखर का पूरा परिवार टेंशन में था और तब वह अपने पिता श्याम के साथ हमारे पास पहुंचा. पिछले कुछ दिनों में हुआ यह सारा नाटक बताने के बाद हमने उससे पूरा माजरा पूछा यानी वो उस लड़की को कैसे और कितना जानते हैं? तब कहानी कुछ इस तरह सामने आई. अस्ल में हुआ इस तरह था कि साल 2017 में दिल्ली और फरीदाबाद के रहने वाले कुछ दोस्तों का एक गेट-टुगेदर चल रहा था. इस सर्कल में 3 लड़कियां और 4 लड़के थे जो सभी किसी न किसी के साथ रिलेशनशिप में थे. एक लड़की थी नैना, जो सिंगल थी.
सिंगल होने के कारण नैना के दोस्त उसे कुछ न कुछ सलाह देकर किसी को बॉयफ्रेंड बनाने के लिए इंस्पायर करते थे. उस पार्टी के दौरान इन दोस्तों ने बातचीत में नैना को एक लड़के के बारे में बताया कि वह भी सिंगल है और अच्छा लड़का है. उस लड़के के डिटेल्स जब नैना को मिले तो उसे लड़का अच्छा लगा और उसने अपने दोस्तों से कहा कि बात आगे बढ़ाई जाए. दोस्तों ने दो दिलों को करीब लाने के इस काम को आगे बढ़ाने की प्लैनिंग की.
कुछ ही दिनों बाद अगली पार्टी फरीदाबाद के एक लाउंज में रखी गई. इसमें नैना तो थी ही, उसके दोस्तों ने उस लड़के यानी शेखर को भी बुलाया गया. सबने मिलकर शेखर और नैना को एक दूसरे के साथ इंट्रोड्यूस करवाया और कोशिश यह भी कि दोनों को अकेले में थोड़ा वक्त दिया जाए ताकि दोनों एक दूसरे के साथ कुछ बातें कर सकें. नैना को शेखर से मिलकर अच्छा लगा और वह उसे भा गया था लेकिन शेखर के लिए बात कुछ और थी.
शेखर अस्ल में एक पारंपरिक और मिडिल क्लास जाट फैमिली का लड़का था और उसे पता था कि रीति रिवाजों और जाति वगैरह को लेकर उसके परिवार में कई तरह के बंधन हैं. वह इन बातों को समझता और फॉलो करता था इसलिए वह किसी लड़की के साथ किसी किस्म की रिलेशनशिप को बढ़ावा खुद भी नहीं देता था. लिहाज़ा शेखर ने हल्की फुल्की दोस्ती तक ही बात सीमित रखी और नैना में कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई.
इस पार्टी के खत्म होते होते सारे दोस्तों ने आपसी रज़ामंदी से एक वॉट्सएप ग्रुप बना लिया और उसमें सभी दोस्तों को शामिल कर लिया. इस ग्रुप से नैना को शेखर नंबर मिल गया और वह दो तीन दिन में ही शेखर के नंबर पर पर्सनली चैट करने लगी. शेखर ने उसे काफी समझाया कि वह आगे कुछ न सोचे लेकिन नैना मानने को तैयार नहीं थी. नैना ने कहा कि 'प्यार होना होगा तो हो ही जाएगा, तुम उसे रोक थोड़े ही पाओगे'. शेखर ने भी कुछ दिन कोशिश करने के बाद नैना के साथ नॉर्मली चैट करना जारी रखा.
अगली पार्टी नैना के फ्लैट पर रखी गई और शाम तक शेखर समेत सभी दोस्त वहां पहुंच गए. सबने शराब पी, मस्ती की और झूमे नाचे. इस बीच एक मौका देखकर नैना ने अपनी बांहें शेखर के गले में डालकर प्यार का इज़हार खुलकर किया. तब शेखर ने नैना को साफ शब्दों में समझाया कि नैना जो सोच रही है और चाहती है, वैसा नहीं हो सकता. शेखर ने कहा कि वह अपने परिवार की मर्ज़ी से ही शादी करेगा और नैना ये सारे खयाल अपने मन से निकाल दे.
सारे दोस्तों के सामने नैना का प्रपोज़ल शेखर ने ठुकरा दिया था. अब नैना ने अगला कदम उठाया और अपने पापा परमीत को सारी बात बताई. परमीत ने नैना से कहा कि वो फिक्र न करे, कुछ करते हैं. परमीत ने शेखर को एक दिन फोन किया और उसे मिलने के लिए कहा लेकिन शेखर ने साफ इनकार कर दिया. जब यह बात नैना और शेखर के बाकी दोस्तों को पता चली तो सबने शेखर को समझाया कि एक बार मिलने में क्या जाता है.
शेखर से मिलकर परमीत ने कहा कि शेखर नैना के साथ ही पूरे परिवार को पसंद है और सब चाहते हैं कि शेखर और नैना की शादी हो जाए. शेखर ने कहा कि एक तो वह अपने परिवार की रज़ामंदी के बगैर ऐसा फैसला करेगा नहीं और फिर नैना से कुछ ही दिन पहले चंद मुलाकातें हुई हैं. शेखर के हिसाब से न तो वह नैना को ठीक से जानता था और न नैना उसे इसलिए शादी की बात के लिए इतनी जल्दबाज़ी उसे समझ नहीं आ रही थी.
फिर भी, परमीत ने कहा कि इसका रास्ता निकल आएगा और दोनों की मुलाकात खत्म हो गई. अब पूरा किस्सा शेखर ने अपने घर पर बताया तो उसके पापा श्याम ने भी कहा कि एक बार मुलाकात की जा सकती है. दोनों परिवारों के बीच बातचीत हुई. इस मुलाकात के बाद श्याम ने परमीत को फोन करके रिश्ते के लिए मना कर दिया. कारण यह था कि नैना और उसका परिवार बहुत मॉडर्न खयालों का था इसलिए शेखर और उसका परिवार ऐसी लड़की के साथ रिश्ता निभा नहीं सकता.
इसी बीच, शेखर की अच्छी सरकारी नौकरी लग गई. परमीत लगातार शेखर पर मिलने का दबाव बनाता रहा और शेखर हर बार उसे समझाता रहा कि परिवार की मर्ज़ी ही उसके लिए सब कुछ है. परमीत की शेखर पर एक न चली तो उसने श्याम को फोन लगाकर कहा कि 'शेखर और नैना के रिश्ते आगे बढ़ चुके हैं, दोनों हद पार कर चुके हैं इसलिए आप लोग रिश्ते के लिए मना मत कीजिए'. यह सुनकर श्याम ने साफ कहा कि 'हमें यकीन है कि हमारा बेटा ऐसा नहीं कर सकता. आप वक्त बर्बाद कर रहे हैं'.
इस पूरे चक्कर के बाद शेखर के आॅफिस में वह लीगल नोटिस पहुंचा और नैना की तरफ से ये सारा नाटक जारी है. अब यह कहानी हमारे सामने थी और इसमें नैना व उसके पिता परमीत की भूमिका ही संदिग्ध लग रही थी क्योंकि सारे दोस्त भी शेखर के ही पक्ष में बयान दे चुके थे. अब काम था नैना या परमीत से सच उगलवाना. इसके लिए हमने अपनी टीम के साथ पूरी प्लैनिंग की और काम शुरू किया.
पहले कुछ दिनों तक नैना पर नज़र रखी गई और इस सर्विलांस में पता चला कि नैना पार्टी फ्रीक लड़की है. अक्सर देर रात तक पार्टी करती है और उसके घर के लोग खासकर उसका बाप परमीत उसे शह देता है. हमारी टीम के प्लैन के मुताबिक एक इनवेस्टिगेटर ऐसी ही एक पार्टी में शामिल हुआ और नैना से मुलाकात की. बातों बातों में शुरुआती दोस्ती कर ली और नैना के साथ मोबाइल फोन नंबर एक्सचेंज कर लिया.
हमने अपने इनवेस्टिगेटर को एक आॅडी कार मुहैया करवाई ताकि उसे नैना के सामने अमीर लड़के की तरह प्रोजेक्ट किया जा सके और नैना को जल्द आकर्षित किया जा सके. कुछ ही दिनों में नैना और हमारे इनवेस्टिगेटर की अच्छी खासी दोस्ती हुई और दोनों साथ घूमने फिरने लगे. एविडेंस बनाने के मकसद से इस आॅडी कार में स्पाय कैमरा और आॅडियो रिकॉर्डिंग सिस्टम इंस्टॉल था जिससे नैना बिल्कुल बेखबर थी.
कुछ दिन घूमने फिरने के बाद वह वक्त आया जब नैना जाल में फंस गई. देर रात पार्टी से निकलने के बाद नैना इनवेस्टिगेटर के साथ इस आॅडी कार में थी तभी, उसने इनवेस्टिगेटर से ज़्यादा फ्रेंडली होते हुए कार साइड में रोककर शारीरिक संबंध बनाने की बात कही. इनवेस्टिगेटर ने चालाकी से बात टाल दी. नैना ने अपने हुस्न का जादू चलाने की काफी कोशिश की लेकिन इनवेस्टिगेटर चतुराई से उसको मना करता रहा.
कुछ देर बाद नैना उसे मनाते हुए थक गई तो उसने भी ज़िद छोड़ दी. फिर बातों बातों में इनवेस्टिगेटर ने उससे पूछा कि पहले नैना ने कभी किसी के साथ ऐसा किया है? इस पर नैना खुलकर बात करने लगी और उसने कहा 'तेरी तरह एक और बंदे ने मुझे मना किया था. पता है उसका क्या हुआ? बेचारे को अरेस्ट होना पड़ा और आज तक केस में उलझा है.' दोनों इस बात पर हंसे और फिर नैना से इस बारे में इनवेस्टिगेटर ने डिटेल पूछे तो नैना ने तकरीबन सारी कहानी सुना दी.
नैना को पता नहीं था कि उसका कहा एक एक शब्द आॅडियो और वीडियो रिकॉर्ड हो चुका था. तस्वीरों समेत ये सारे एविडेंस हमने अपने क्लाइंट यानी शेखर को दिए और पूछा - 'क्या ये काफी हैं आपके लिए? हमारा खयाल है, इससे आपका काम हो जाएगा.' शेखर ने सारे सबूत देखे और उसके चेहरे पर एक सुकून था. इन सबूतों के आधार पर शेखर ने आगे का केस लड़ा और पिछले ही दिनों उसे नैना के बिछाए हुए जाल से छुटकारा मिल गया.
इस कहानी में एक लड़की की ब्लैकमेलिंग और लड़के को फंसाने की फितरत तो सामने आई ही, उस लड़की के बाप का रोल भी बड़ा संदिग्ध रहा क्योंकि वह लड़की के ऐसे कामों में सपोर्ट करता था. बहरहाल, हमारी टीम की जोखिम भरी कई दिनों की मेहनत के बाद शेखर को राहत मिल गई, यही इस कहानी का अंजाम है.
(यह कहानी दिल्ली बेस्ड प्राइवेट जासूस Rohit Malik - www.confidentialdetectiveagency.com के करियर में आए एक केस पर आधारित है जिसके किरदार वास्तविक हैं, बस उनके नाम नहीं.)