#LoveSexaurDhokha: दौलत के लिए शादीशुदा मर्द पर चलाया 'जादू'
#LoveSexaurDhokha: दौलत के लिए शादीशुदा मर्द पर चलाया 'जादू'
सांकेतिक चित्र
एक शादीशुदा आदमी एक लड़की के जाल में फंस चुका था लेकिन उसे लग रहा था कि वह प्यार में है. बीवी को जब हकीकत पता चली तो उसने फरेब के शिकार अपने पति को बचाने की ठान ली. जासूस के अनुभवों पर विशेष सीरीज़ ‘लव सेक्स और धोखा’.
एक जासूस सिर्फ अपराध की तहकीकात ही नहीं करता बल्कि वह इंसानी मन और ज़िंदगी की परतों को भी टटोलता है. अपने पेशे में एक जासूस सामान्य दिखने वाले लोगों और रिश्तों के उन रहस्यों का पर्दाफाश करता है जो किसी जुर्म को बुन रहे होते हैं. hindi.news18.com की इस विशेष सीरीज़ में एक जासूस की ज़बानी रिश्तों में जुर्म की कहानी.
जब शालिनी को शक हुआ कि उसके पति आभास का किसी और लड़की के साथ अफेयर चल रहा है तो उसने अपने शक के चलते उसका सामान टटोलना शुरू किया. शालिनी को जो कुछ हाथ लगा, वह चौंकाने वाला था और उसे धीरे-धीरे सब कुछ समझ में आ गया कि कैसे उसके पति आभास को एक लड़की ने अपने काबू में कर लिया है. फिर शालिनी का मकसद था कि वह आभास को उस लड़की से छीनकर वापस ले आए.
फरीदाबाद में रहने वाले एक कपल शालिनी और आभास की शादी को कुछ साल हो चुके थे. दोनों के दो बच्चे भी थे और परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी थी क्योंकि आभास कामयाब बिज़नेसमैन था. दोनों के बीच रिश्ता बहुत अच्छा चल रहा था. रोमांस था, परिवार के सेलिब्रेशन थे और शालिनी व आभास का एक दूसरे की फिक्र करना, खयाल रखना जताता था कि दोनों में प्यार था. फिर अचानक आभास के बर्ताव में तब्दीली आना शुरू हुई.
बिज़नेस में अगर कुछ घाटा या तनाव हो या फिर परिवार में किसी किस्म की कोई उलझन हो तो चिड़चिड़ापन आ सकता है. लेकिन, ऐसा कुछ नहीं था. बिज़नेस ठीक चल रहा था, परिवार में सब कुछ पहले जैसा ही था. इसके बावजूद आभास के बर्ताव में चिड़चिड़ापन इस कदर बढ़ गया था कि वह शालिनी से छोटी मोटी बातों पर झगड़ने लगता. शालिनी पर बेवजह गुस्सा करना आभास की आदत बनने लगा. साथ ही, वह कभी कभी रात को घर नहीं आता. कुछ हफ्ते गुज़रे और इसकी वजह शालिनी की पकड़ में नहीं आ रही थी.
एक दिन शालिनी के हाथ कुछ दस्तावेज़ लग गए तो उसे पता चला कि आभास एक बैंक अकाउंट में पिछले कुछ महीनों से लगातार काफी पैसे ट्रांसफर कर रहा है. फिर शालिनी ने आभास के फोन को टटोला तो कुछ ऐसे मैसेज दिखे जिनसे शालिनी को शक हुआ कि आभास का किसी लड़की के साथ अफेयर चल रहा है. शालिनी परेशान थी, खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही थी लेकिन उसके दिल के किसी कोने में यह विश्वास कायम था कि आभास ऐसा नहीं कर सकता. कुछ गड़बड़ ज़रूर है.
शालिनी ने मौका देखकर इस बारे में आभास से सवालात किए और कुछ जानने की कोशिश की तो आभास ने बात टालने की कोशिश की और फिर जल्द ही बात बहस में बदल गई. फिर वही हुआ कि आभास बिगड़ गया और शालिनी से झगड़ बैठा. कुछ ही दिनों में शालिनी ने आभास के सामान की तलाशी लेने का इरादा कर लिया था क्योंकि उसे यकीन था कि उसके सामान में कुछ न कुछ ऐसा मिलेगा जिससे राज़ खुल सकता हो.
अलमारी, बैग्स और कुछ फाइलों में शालिनी को कुछ खास हाथ नहीं लगा था. एक दिन मौका देखकर शालिनी ने आभास की कार चेक की. कार में उसे कुछ ऐसी चीज़ें मिलीं जिनसे शालिनी के होश उड़ गए. एक तावीज़, कागज़ में बंद कुछ राख, एक नगीने जैसी कुछ और भी चीज़ें देखकर शालिनी को समझ में आया कि आभास किसी बाबा के चक्कर में पड़ गया है. लेकिन क्यों? यह उसकी समझ में नहीं आ रहा था.
एक तरफ मन ही मन शालिनी यह सोचकर तसल्ली महसूस करना चाह रही थी कि आभास का किसी लड़की के साथ अफेयर नहीं है लेकिन दूसरी तरफ वह परेशान हो रही थी कि आभास ये टोने टोटके वाले किसी बाबा के चक्कर में कैसे आ गया. फिर, उसे वो मैसेज भी याद आ रहे थे जिनसे यही शक होता था कि कोई लड़की तो आभास की ज़िंदगी में ज़रूर है. गुत्थी इतनी उलझ गई थी कि शालिनी को कुछ नहीं सूझ रहा था.
शालिनी ने यह उलझन अपने कुछ दोस्तों के साथ शेयर की तो सबने सलाह दी कि आभास से बात की जाए. लेकिन शालिनी ने यह भी बताया कि आभास से बात करना ही मुश्किल हो गया है. वह बात बात पर झगड़ने और बिगड़ने लगता है. ऐसे में एक सलाह शालिनी को मिली कि डिटेक्टिव की मदद लेकर आभास पर नज़र रखी जाए तो सच सामने आ सकता है. यह बात शालिनी को जमी और फिर शालिनी ने हमसे कॉंटैक्ट किया.
अब हमारे पास यह पूरा किस्सा था और कुछ सवाल थे, जिनका हल तलाशना था. अगले ही दिन से हमने आभास को फॉलो करना शुरू किया. पहले ही दिन आभास फरीदाबाद में ही एक घर में जाते हुए देखा गया. वह शाम को इसी घर में रुका रहा. इस बीच हमारी टीम ने इस घर के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि यह घर किसी माया नाम की महिला के नाम पर है जो यहां अकेली रहती है.
माया के बारे में और पूछताछ करने पर पता चला कि उसके पास एक कार भी है. उसी घर की पार्किंग में खड़ी कार के बारे में जब हमने डिटेल्स पता किए तो मालूम हुआ कि यह कार आभास के नाम पर थी. अब यह बात एक हद तक क्लियर थी कि आभास और माया के बीच कोई न कोई रिश्ता ज़रूर है. हमने ये डिटेल्स शालिनी के साथ शेयर किए तो वह पहले तो दुखी हुई लेकिन फिर आगे की रणनीति बनाई और शालिनी के साथ हम इस नतीजे पर पहुंचे कि माया पर नज़र रखी जाए.
अगले दिन से माया की निगरानी की जा रही थी. सुबह से ही हमारी टीम माया के घर के बाहर मौजूद थी. जवान और खूबसूरत लड़की माया दस बजे के बाद अपने घर से निकली और उसी कार में बैठकर चल दी. हमारी टीम ने उसे फॉलो किया. उस दिन माया एक मॉल में गई. फिर एक क्लब में अपनी कुछ सहेलियों से मिली और शाम तक कुछ शॉपिंग करती हुई वापस अपने घर पहुंच गई. अगले कुछ दिनों तक हमने माया के हर मूवमेंट पर आंख लगाए रखी.
इन कुछ दिनों में माया किसी से भी प्राइवेट जगह पर नहीं मिली थी. जिन कुछ लोगों से उसकी मुलाकात हुई थी, पब्लिक प्लेस पर या किसी क्लब या रेस्टोरेंट जैसी जगह पर. फिर शनिवार को सुबह 11 बजे माया अपने घर से निकली तो कार से वह एक मकान पर पहुंची. यह मकान शहर के आउटर में एक सुनसान कॉलोनी में था और माया इस मकान के भीतर दाखिल हो चुकी थी. अब अंदर क्या हो रहा था, यह पता कर पाना उस वक्त मुमकिन नहीं था.
टीम ने उस मकान के आसपास जांच पड़ताल की तो हमें पता चला कि इस मकान में एक बाबा रहता है जो जादू और टोने-टोटके करता है. यह पता चलने पर हमने फिर शालिनी से बातचीत की तो शालिनी ने दोहराया कि उसे आभास की कार में ऐसी ही कुछ चीज़ें मिली थीं. हमने आगे का प्लैन बनाया और उस बाबा से मुलाकात करने का इरादा किया. हमें उम्मीद थी कि इस बाबा से बातचीत की जाए तो बहुत कुछ हाथ लग सकता है.
एक दो दिन और माया पर नज़र रखने के बाद हमारी टीम एक दिन उस बाबा के मकान पर पहुंची. हमारी टीम ने अपने कपड़ों में स्पाय कैमरे लगाए हुए थे ताकि सब कुछ रिकॉर्ड किया जा सके. टीम ने उस बाबा से पहले सामान्य बातचीत की और उसके बाद उस बाबा से पूछा कि क्या उसके पास ऐसा कोई टोटका है, जिससे किसी को अपने कब्ज़े में यानी पूरी तरह वश में किया जा सके. तब, बाबा ने वशीकरण यानी किसी को काबू में करने का कारगर उपाय होने की बात कही.
बाबा ने भी कच्ची गोलियां नहीं खेली थीं इसलिए वह उतना ही बोल रहा था, जितना पूछा जा रहा था. फिर हमारी टीम ने सब्र से बातचीत करते हुए उसे पैसों का लालच देना शुरू किया. जैसे ही बाबा से कहा गया कि अगर उपाय कारगर हुआ तो दो लाख रुपये तक की फीस दी जा सकती है तो बाबा की आंखों की चमक साफ कह रही थी कि वह लालच में आ गया था. अब इस बाबा से बातचीत करना आसान होने वाला था.
हमारी टीम ने इस बात को आगे बढ़ाते हुए उस बाबा से पूछा कि उसका टोटका काम करेगा, इस पर कैसे यकीन किया जाए? क्या उसने पहले किसी के साथ यह प्रयोग किया है? अगर हां, तो इस उपाय से क्या फायदा हुआ? इस पर बाबा ने बातचीत करना शुरू की और कहा - 'लोग भले ही इसे काला जादू कहें लेकिन यह सिर्फ जादू है. और जादू से सब कुछ मुमकिन है.' फिर उसने माया की कहानी बताना शुरू की.
उस बाबा ने बताया कि कुछ दिनों से वह एक लड़की की मदद इस जादू से कर रहा है जो एक लड़के को अपने काबू में करना चाहती है. और उसके टोटकों के ज़रिये उसने लड़के को पूरी तरह वश में कर भी लिया है. बाबा ने माया के बारे में जो कुछ भी बताया, सब कुछ रिकॉर्ड किया जा चुका था. इस पूरी बातचीत और रिकॉर्डिंग के बाद हमारी टीम बाबा से जल्द ही दोबारा मिलने का वादा करते हुए वहां से चली गई.
अगले शनिवार को फिर माया को फॉलो करते हुए हमारी टीम उस बाबा के मकान पर पहुंची. माया को इस बाबा के यहां जाते हुए रिकॉर्ड किया जा रहा था. माया अंदर गई और उसने बाबा के साथ बातचीत की. हमारी टीम चूंकि बाबा से पहले मिल चुकी थी इसलिए इस बार हमें अंदर पहुंचने में कोई प्रॉब्लम नहीं थी. फिर माया ने बाबा को कुछ पैसे दिए और उस बाबा ने माया को कागज़ में कोई चीज़ बांधकर दी. यह सब कुछ रिकॉर्ड किया गया.
हमने ये तमाम वीडियोज़ और तस्वीरें शालिनी को दिखाकर उसे दे दीं. इन सबूतों के आधार पर शालिनी ने पुलिस के पास रिपोर्ट दर्ज करवाई और पुलिस ने इस बाबा को कब्ज़ें में ले लिया. पुलिस की पूछताछ में बाबा ने सब कुछ उगल दिया और माया की पूरी कहानी सामने आ चुकी थी. बाबा के बयान के आधार पर फिर माया को भी गिरफ्तार कर लिया गया. हमारी तफ्तीश और पुलिस जांच में इस बाबा की मदद से माया की कारस्तानियों की असलियत इस तरह सामने आई.
प्रॉपर्टी और दौलत लुटा चुका था आभास
आभास एक कामयाब और दौलतमंद आदमी था. सोशल मीडिया के ज़रिये उसकी पहचान माया के साथ हुई थी और यही पहचान आगे बढ़ती चली गई. माया को पता चल चुका था कि आभास के पास अच्छी खासी दौलत है तब उसने पूरा खेल रचा. अपनी खूबसूरती और हुस्न को माया ने पहला हथियार बनाया और आभास के साथ वह करीबी रिश्ता कायम करने में कामयाब हुई. फिर बाबा के काले जादू की मदद से माया ने एक और दांव खेला.
आभास पर काले जादू का कितना असर हुआ, यह तो यकीनन कहना मुश्किल है लेकिन वह माया के मायाजाल में इस तरह फंस गया था कि उसने फरीदाबाद में एक घर माया के नाम पर खरीदा था. इस बात की कोई खबर आभास की बीवी शालिनी या घर के किसी सदस्य को नहीं थी. आभास अपनी कमाई में से माया को अच्छी खासी रकम दिया करता था. एक तरह से माया उसकी दूसरी और गैर कानूनी बीवी की तरह रह रही थी.
अब यह माया का जाल था या काले जादू का असर लेकिन आभास लगभग पूरी तरह माया का हो चुका था. माया लगातार उस पर टोने टोटके कर रही थी और उसकी साज़िश आभास को शालिनी से अलग करने की थी ताकि वह आभास की कानूनन बीवी बनकर रह सके. लेकिन इधर, शालिनी की सतर्कता और आभास को फरेब के जाल से छुड़ाने की ज़िद रंग लाई और माया सलाखों के पीछे पहुंच गई.
(यह कहानी दिल्ली बेस्ड प्राइवेट जासूस Rohit Malik - www.confidentialdetectiveagency.com के करियर में आए एक केस पर आधारित है जिसके किरदार वास्तविक हैं, बस उनके नाम नहीं.)