इस दिन को महिलाओं के आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों के उपलक्ष्य में उत्सव के तौर पर मनाया जाता है.
प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा और प्यार प्रकट करते हुए इस दिन को महिलाओं के आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों के उपलक्ष्य में उत्सव के तौर पर मनाया जाता है. वहीं इस खास दिन को महिलाओं के अधिकारों के लिए आवाज उठाने के मकसद से भी मनाया जाता है. साथ ही दुनियाभर के हर कोने में इस दिन उन महिलाओं को और उनके योगदान को याद किया जाता है जिन्होंने अपने क्षेत्र में सफलता हासिल की हो.
कुछ लोग बैंगनी रंग के रिबन पहनकर इस दिन का जश्न मनाते हैं. 1917 में सोवियत संघ ने इस दिन को एक राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया और यह आसपास के अन्य देशों में भी फैल गया. इसे अब कई पूर्वी देशों में जोर-शोर से मनाया जाता है.
इसे भी पढ़ेंः वर्किंग कपल्स इन 4 टिप्स की मदद से बनाएं अपनी जिंदगी आसान, ऐसे करें चीजों को मैनेज
क्या है इसका इतिहास
अमेरिका में सोशलिस्ट पार्टी के आह्वान पर, यह दिवस सबसे पहले 28 फरवरी 1909 को मनाया गया था. इसके बाद यह फरवरी महीने के आखिरी रविवार के दिन मनाया जाने लगा. 1910 में सोशलिस्ट इंटरनेशनल के कोपेनहेगन सम्मेलन में इसे अंतर्राष्ट्रीय दर्जा दिया गया. उस समय इसका प्रमुख उद्देश्य महिलाओं को वोट देने का अधिकार दिलवाना था क्योंकि उस समय अधिकतर देशों में महिलाएं वोट नहीं दे सकती थीं.
1917 में रूस की महिलाओं ने, महिला दिवस पर रोटी और कपड़े के लिए हड़ताल पर जाने का फैसला किया था. यह हड़ताल भी बिल्कुल ऐतिहासिक थी. जार ने सत्ता छोड़ी, अंतरिम सरकार ने महिलाओं को वोट देने के अधिकार दिया. उस समय रूस में जुलियन कैलेंडर चलता था और बाकी दुनिया में ग्रेगेरियन कैलेंडर. इन दोनों की तारीखों में थोड़ा अंतर था.
जुलियन कैलेंडर के मुताबिक 1917 की फरवरी का आखिरी रविवार 23 फरवरी को था जबकि ग्रेगेरियन कैलैंडर के अनुसार उस दिन 8 मार्च तारीख थी. इस समय पूरी दुनिया में ग्रेगेरियन कैलैंडर चलता है. यही कारण है कि 8 मार्च को ही अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया जाता है.
इसे भी पढ़ेंः शादी से पहले हर कपल्स को कराने चाहिए ये 4 जरूरी मेडिकल टेस्ट, रिश्ता होगा मजबूत
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस थीम
आपको बता दें कि हर साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस एक खास थीम पर आयोजित किया जाता है. साल 1996 से लगातार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस किसी निश्चित थीम के साथ ही मनाया जाता है. सबसे पहले साल 1996 में इसकी थीम अतीत का जश्न और भविष्य के लिए योजना रखी गई थी. इसके बाद लगातार हर साथ एक नई थीम और नए उद्देश्य के साथ इसे कई देश एक साथ मनाते आ रहे हैं. इस बार की थीम- मैं जनरेशन इक्वेलिटी: महिलाओं के अधिकारों को महसूस कर रही हूं. (I am Generation Equality: Realizing Women’s Rights) है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: International Women Day, Lifestyle, Women