Year 2020: साल 2020 अब रुखसती के लिए मनो तैयार ही है. इस साल का गुजरना हमारे मन में भी एक उम्मीद की किरण की तरह है क्योंकि पूरा साल कोरोना की दहशत की वजह से डर में ही बीता. लगभग 6 महीने तक भारत सहित कई देश लॉकडाउन रहे जिस कारण देश की अर्थव्यवस्था चौपट रही तो वहीं घबराकर पलायन कर रहे कई लोगों ने रास्ते में ही दम भी तोड़ दिया. ये मंजर, ये साल वाकई काफी भारी साबित हुआ है और इसके जख्म शायद ही कभी भर पाएं. लेकिन उम्मीद पर ही दुनिया कायम है. अब उम्मीद है कोरोना वैक्सीन के बाद शायद दुनिया फिर से पहले की तरह आजाद हो जाएगी. कोरोना काल में हाइजीन आदत की जरूरी है यह तो हम सबने महसूस किया ही होगा. लेकिन इन आदतों को अपने बच्चों को भी सिखाने की जरूरत है ताकि उन्हें भी किसी तरह के संक्रमण का खतरा न हो. लेकिन बच्चों को हाइजीन हैबिट्स सिखाने की शुरुआत आप इन छोटी आदतों से कर सकते हैं...
रोजाना ब्रश करना:
बच्चे ब्रश करने में काफी आनाकानी करते हैं. लेकिन ये एक अच्छी आदत है. छह से आठ महीने की उम्र में बच्चों के मिल्क टीथ आते हैं जो आगे जाकर टूट जाते हैं लेकिन इनकी भी साफ-सफाई बेहद जरूरी है. ऐसे में आप बच्चों को ब्रश पकड़ना और किस तरह से दांतों की सफाई करनी है ये सिखाएं और जब तक बच्चा सीख न जाए उसे वाच करें और समझाते रहें.
हैंडवाश है जरूरी:
बच्चों को खाने से पहले और बाहर से घर वापस आने के बाद हैंडवाश करने की आदत डालें. इससे कोरोना का खतरा तो जाएगा ही साथ ही बच्चों के हाथों में जो जर्म्स होंगे वो भी साफ हो जाएंगे. बच्चों को सिखाएं कि साबुन से कम से कम 30 सेकेण्ड तक हाथ अच्छे से धुलें और आखिर में साबुन हाथ में लगा न रह जाए.
फ़्लश करना सिखाएं:
कई पेरेंट्स सही समय पर अपने बच्चों को पॉटी की ट्रेनिंग देते हैं. ऐसे में बच्चे को यह सिखाना बिलकुल भी न भूलें कि पूप के बाद फ्लश करना बहुत जरूरी है. इसके अलावा टॉयलेट सीट को टिशू पेपर से साफ़ करना, इस्तेमाल किए टिशू को डस्टबिन में डालना भी सिखाएं. शौच के बाद उन्हें खुद हाथ धोना भी सिखाएं.