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राजकमल प्रकाशन का 'किताब उत्सव' 10 फरवरी से, चंडीगढ़ में लगेगा पुस्तक मेला

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हिंदी साहित्य की दुनिया में प्रमुख प्रकाशन संस्थान राजकमल प्रकाशन अपनी स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 'कि ...अधिक पढ़ें

Rajkamal Prakashan Kitab Utsav: राजकमल प्रकाशन अपने हीरक जयंती वर्ष में विभिन्न शहरों में ‘किताब उत्सव’ का आयोजन कर रहा है. इस कड़ी में 10 फरवरी, शुक्रवार को चंडीगढ़ में किताब उत्सव का आयोजन किया जा रहा है. चंडीगढ़ के सेक्टर 16 स्थित पंजाब कला भवन में आयोजित यह किताब उत्सव 14 फरवरी तक चलेगा. राजकमल प्रकाशन अपने 75वें वर्ष पर देश के विभिन्न शहरों में किताब उत्सव आयोजित कर रहा है.

पांच दिनों तक चलने वाले इस किताब उत्सव में देशभर के कई दिग्गज साहित्यकार शामिल होंगे. इस दौरान राजकमल प्रकाशन समूह से प्रकाशित पुस्तकों के लोकार्पण होंगे. विभिन्न पुस्तकों और साहित्यिक व सांस्कृतिक विषयों पर परिचर्चा और बातचीत के सत्र आयोजित किए जाएंगे. इस अवसर पर पुस्तक प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी. साथ ही स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थियों के बीच विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी.

चंडीगढ़ किताब उत्सव में हिंदी के साथ-साथ पंजाबी और उर्दू के लेखक भी शिरकत करेंगे. इसमें साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता कवि बद्रीनारायण, साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता उड़िया कवि गायत्री बाला पाण्डा, साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार से सम्मानित अर्जुमंद आरा और भूपिंदर कौर प्रीत पाठकों से रूबरू होंगे. इनके अलावा प्रसिद्ध गीतकार और अभिनेता पीयूष मिश्रा, हरमिंदर सिंह बेदी, गुरुदेव सिंह सिद्धू, सुरजीत सिंह पातर आदि साहित्यकार चंडीगढ़ किताब उत्सव में शामिल होंगे. अभिनेता-गीतकार पीयूष मिश्रा के पहले उपन्यास का लोकार्पण होगा. यह एक संस्मरणात्मक उपन्यास है.

‘किताब उत्सव’ के बारे में राजकमल प्रकाशन के प्रबंध निदेशक अशोक माहेश्वरी ने कहा कि देश की आजादी की पूर्वबेला में स्थापित राजकमल प्रकाशन अपनी शुरुआत से ही श्रेष्ठ पुस्तकों के जरिये समाज को बौद्धिक सांस्कृतिक रूप से उन्नत बनाने के लिए प्रतिबद्ध रहा है. 75 वर्ष के अपने सफर में हमने अपने तमाम पाठकों, लेखकों और शुभेच्छुओं के स्नेह सहयोग से अनेक उपलब्धियां हासिल कीं. इसके संतोष और अपने पाठकों, लेखकों और शुभेच्छुओं के विश्वास के बूते अब हम आने वाले पचहत्तर वर्ष के लिए अपने संकल्पों को साकार करने में जुटे हैं. हमारा संकल्प हर उम्र, हर वर्ग के लोगों तक देश-दुनिया का साहित्य पहुंचाना है. साहित्य से हमारा मतलब ज्ञान के लिए आवश्यक सभी विषयों और विधाओं की किताबें हैं.

इससे पहले वाराणसी, भोपाल और पटना में ‘किताब उत्सव’ का सफल आयोजन हो चुका है. चंडीगढ़ से पहले पटना में 05 नवम्बर से 13 नवम्बर 2022 तक ‘किताब उत्सव’ का आयोजन हुआ था. नौ दिनों तक चले इस उत्सव में 15,000 से अधिक पाठकों व पुस्तक प्रेमियों ने शिरकत की थी.

Tags: Books, Hindi Literature, Hindi Writer, Literature

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